बागेश्वर बाबा से जानें कौन सी गलतियां कर देती हैं मां लक्ष्मी को नाराज, घर में क्यों नहीं टिकती समृद्धि
बागेश्वर धाम सरकार के पीठाधीश पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री आज के समय में एक जाने-माने कथा वाचक हैं. वह अपने दिव्य दरबार के लिए खास तौर पर चर्चाओं में बने रहते हैं. सोशल मीडिया पर उनके कई वीडियो वायरल होते हैं, जिनमें से एक वीडियो में उन्होंने उन कारणों का जिक्र किया है, जिनकी वजह से मां लक्ष्मी घर छोड़ देती हैं.;
Bageshwar Baba Tips: बागेश्वर धाम सरकार के पीठाधीश पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री आज के समय में एक जाने-माने कथा वाचक हैं. वह अपने दिव्य दरबार के लिए खास तौर पर चर्चाओं में बने रहते हैं. सोशल मीडिया पर उनके कई वीडियो वायरल होते हैं, जिनमें से एक वीडियो में उन्होंने उन कारणों का जिक्र किया है, जिनकी वजह से मां लक्ष्मी घर छोड़ देती हैं. आइए जानते हैं, वह कौन सी गलतियां हैं जो देवी लक्ष्मी को नाराज कर देती हैं.
माता-पिता का सम्मान न करना
धीरेंद्र शास्त्री के अनुसार, जिस घर में माता-पिता और बड़े-बुजुर्गों का सम्मान नहीं होता, वहां मां लक्ष्मी कभी नहीं ठहरती. देवी लक्ष्मी की कृपा प्राप्त करने के लिए जरूरी है कि परिवार में सभी बुजुर्गों का सम्मान किया जाए.
नियमित पूजा-पाठ का अभाव
पंडित जी बताते हैं कि जिन घरों में नियमित रूप से पूजा-पाठ नहीं होता, वहां मां लक्ष्मी का वास नहीं होता. देवी लक्ष्मी उन्हीं घरों में निवास करती हैं, जहां भगवान की नियमित आराधना होती है.
भगवान को दोष देना
आचार्य धीरेंद्र शास्त्री के अनुसार, जो लोग अपनी परेशानियों के लिए भगवान को दोष देते हैं, उनके घर में मां लक्ष्मी कभी नहीं आतीं. कठिनाई के समय भी भगवान की स्तुति करना महत्वपूर्ण होता है.
कुलदेवी की पूजा न करना
धीरेंद्र शास्त्री कहते हैं कि जिन घरों में कुलदेवी की पूजा नहीं होती, वहां वास्तु दोष उत्पन्न होता है, जिससे आर्थिक परेशानियां बढ़ती हैं. कुलदेवी की नियमित पूजा करने से समृद्धि और सुख-शांति बनी रहती है.
रात को झूठे बर्तन छोड़ना
बागेश्वर बाबा के अनुसार, रात को किचन में झूठे बर्तन रखने से मां लक्ष्मी नाराज हो जाती हैं. इसके अलावा, घर की उत्तर दिशा में कूड़ा या झाड़ू रखने से भी दरिद्रता का प्रवेश होता है. इन गलतियों से बचकर आप घर में मां लक्ष्मी की कृपा पा सकते हैं और घर में सुख-समृद्धि बनाए रख सकते हैं.
डिस्क्लेमर: यह लेख सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. हम इसके सही या गलत होने की पुष्टि नहीं करते.