Cardiac Arrest कैसे है Heart Attack से अलग? जानें लक्षण से लेकर बचाव के तरीके

कार्डियक अरेस्ट के कारण ज्यादा उम्र के लोगों की मौत हो रही है. कार्डियक अरेस्ट बिना हार्ट डिजीज वाले लोगों को भी हो सकता है. दिल का दौरा या कोई दूसरी हार्ट से जुड़ी बीमारी होने से जोखिम काफी हद तक बढ़ सकता है.;

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Edited By :  हेमा पंत
Updated On : 25 March 2025 1:49 PM IST

सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स के को-चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर हान जोंग-ही की कार्डियक अरेस्ट के कारण मौत हो गई. वह केवल 63 साल के थे. यह कहना गलत नहीं होगा कि आजकल कार्डियक अरेस्ट के मामले बढ़ते जा रहे हैं. कार्डियक अरेस्ट के लक्षण अचानक शुरू होते हैं, जिससे जांच के लिए बहुत कम समय बचता है. लेकिन इस बीमारी का इलाज तुरंत होना चाहिए.

अगर इस कंडीशन में पहले कुछ मिनटों के भीतर ट्रीटमेंट शुरू हो जाता है, तो बचने की संभावना 90% तक हो सकती है. हालांकि, अभी भी कुछ लोग इन दोनों बीमारियों को एक ही समझते हैं. ऐसा बिल्कुल नहीं है. इन दोनों बीमारी के लक्षण से लेकर इलाज तक सभी चीजें अलग हैं. चलिए जानते हैं दोनों में अंतर क्या है.

क्या होता है कार्डियक अरेस्ट?

कार्डियक अरेस्ट को अचानक कार्डियक डेथ के रूप में जाना जाता है. "अरेस्ट" शब्द का मतलब रूकना होता है. कार्डियक अरेस्ट के मामले में दिल धड़कना करना बंद कर देता है, जो एक सीरियस हेल्थ प्रॉब्लम है. कार्डियक अरेस्ट से लगभग तुरंत डेथ या डिसेबिलिटी हो सकती है.

हार्ट अटैक

हार्ट अटैक को अक्सर मायोकार्डियल इंफार्क्शन भी कहा जाता है. यह कंडीशन तब होती है, जब नॉर्मल तरीके से हार्ट में फ्लो होने वाला ब्लड ब्लॉक हो जाता है या कट जाता है. हार्ट में पर्याप्त ऑक्सीजन रिच ब्लड फ्लो न होने से यह बॉडी के सबसे जरूरी ऑर्गन्स में से एक को नुकसान पहुंचा सकता है. साथ ही, इसके कारण हार्ट मसल्स मरना शुरू हो सकते हैं.

कार्डियक अरेस्ट के लक्षण

कार्डियक अरेस्ट अक्सर उन लोगों को हो सकता है, जिन्हें पता ही नहीं था कि उन्हें हार्ट की समस्या है. कार्डियक अरेस्ट का एक्सपीरियंस करने वाला व्यक्ति बेहोश हो सकता है. उनकी सांस रुक सकती है या उन्हें सांस लेने में कठिनाई हो सकती है.

हार्ट अटैक के लक्षण

अचानक सीने में दर्द हार्ट अटैक का एक लक्षण है. इसके अलावा हल्का दर्द जो कई कई घंटों तक आता और जाता रहता है. हार्ट अटैक के लक्षण अलग-अलग हो सकते हैं. साथ ही, अगर आपको एक बार हार्ट अटैक आया है, तो अगर आपको दूसरा हार्ट अटैक आता है, तो लक्षण अलग हो सकते हैं. पुरुषों और महिलाओं में भी लक्षण अलग-अलग हो सकते हैं, लेकिन सबसे सामान्य लक्षण सीने में दर्द है. हालांकि, महिलाओं में पुरुषों की तुलना में अन्य लक्षण सांस लेने में तकलीफ, मतली, उल्टी और पीठ या जबड़े में दर्द होने की संभावना कुछ ज़्यादा होती है.

हार्ट अटैक से बचाव

हार्ट अटैक जैसी बीमारी न हो इसके लिए आपको हेल्दी लाइफस्टाइल फॉलो करना चाहिए. रोजाना एक्सरसाइज, हेल्दी डाइट फॉलो करें. इसके अलावा, स्मोकिंग जैसी आदतों से भी दूर रहें. वहीं, अगर आपका वजन ज्यादा है, तो इसे कम करें.

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