कान में दर्द भी हो सकता है आने वाले हार्ट अटैक का लक्षण: रिसर्च
ते कुछ सालों में हार्ट अटैक के मामले खूब बढ़े हैं। खासकर साइलेंट हार्ट अटैक ने भी कई लोगों की जान ली है।;
जहां कुछ साल पहले तक दिल की बीमारियां उम्र के साथ आती थीं, वहीं आजकल हर उम्र के लोगों में ये देखने को मिल रही हैं। बीते कुछ सालों में हार्ट अटैक के मामले खूब बढ़े हैं। खासकर साइलेंट हार्ट अटैक ने भी कई लोगों की जान ली है। ऐसे में हर किसी को हार्ट अटैक से पहले आने वाले लक्षणों के बारे में जानना चाहिए। हार्ट अटैक से पहले अमूमन सीने में तेज दर्द होता है। अब एक रिसर्च में इसका संबंध कान से भी पाया गया है।
एक अध्ययन के अनुसार, हार्ट अटैक के दौरान खून में थक्के बनने से न सिर्फ दिल की नसों में रुकावट होती है, बल्कि ये थक्के कान की नसों तक भी पहुंच सकते हैं. इससे कान में दर्द, भारीपन, या सुनने में कमी जैसी समस्याएं हो सकती हैं.
शोधकर्ताओं ने 500 से ज्यादा दिल के मरीजों पर अध्ययन किया और पाया कि जिन मरीजों को हार्ट अटैक हुआ था, उनमें से 12% को कान से जुड़ी समस्याएं थीं. इनमें से कई लोगों को कान में दर्द का अनुभव हुआ, जबकि कुछ को भारीपन या सुनने में कमी की समस्या थी.
इस अध्ययन से यह भी पता चला है कि कई बार हार्ट अटैक के पारंपरिक लक्षण जैसे सीने में दर्द या सांस की तकलीफ नहीं होती है. ऐसे में कान के दर्द और भारीपन जैसे अनदेखे लक्षणों पर ध्यान देना जरूरी हो जाता है. विशेष रूप से बुजुर्गों और डायबिटीज के मरीजों में, यह हार्ट अटैक का संकेत हो सकता है.
ऐसे में कान में दर्द या भारीपन हार्ट अटैक का संभावित लक्षण हो सकता है, खासकर जब यह अचानक और बिना किसी स्पष्ट कारण के हो. ऐसे में तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी है. हालांकि, कान का दर्द या भारीपन हार्ट अटैक का एकमात्र संकेत नहीं है. यह कान के संक्रमण, साइनस या माइग्रेन जैसी अन्य समस्याओं का लक्षण भी हो सकता है. इसलिए सही कारण जानने के लिए डॉक्टर की सलाह लेना आवश्यक है.