पड़ गई है रेडी टू ईट खाने की आदत, तो जान लें ये नुकसान

आजकल कई लोग घर के ताजे खाने की बजाय रेडीमेड और फ्रोजेन फूड खाना पसंद कर रहे हैं। हालांकि, फ्रोजेन फूड की बढ़ती लोकप्रियता के बीच आपको इसके नुकसान के बारे में भी जान लेना चाहिए। ये सेहत के लिए बेहद हानिकारक होते हैं।;

By :  स्टेट मिरर डेस्क
Updated On : 1 Nov 2024 12:00 AM IST

आजकल कई लोग घर के ताजे खाने की बजाय रेडीमेड और फ्रोजेन फूड खाना पसंद कर रहे हैं। हालांकि, फ्रोजेन फूड की बढ़ती लोकप्रियता के बीच आपको इसके नुकसान के बारे में भी जान लेना चाहिए। ये सेहत के लिए बेहद हानिकारक होते हैं।

रेडीमेड और फ्रोजन फूड आइटम्स बहुत सारे मौके पर काम आते हैं। चाहे आपके पास अचानक कोई मेहमान आ रहे हों या पकाने के लिए कोई सब्जी नहीं बची हो, सबसे आसान विकल्प फ्रीजर से उन फ्रोजन फूड्स को इस्तेमाल करना है। जिन लोगों को खाना पकाने में मुश्किल होती है, उनके लिए रेडीमेड करी, फ्रोजन समोसा, रेडी जो कुक रोटियां और कई अन्य खाद्य पदार्थ काफी काम आते हैं।

यही वजह है कि लोगों के बीच ये काफी पॉपुलर हो रहे हैं। ऐसे में आपको आज इससे होने वाले नुकसान के बारे में बताते हैं।

नुकसान

इन दिनों इन पैक्ड फूड आइटम्स पर भरोसा करना काफी आम हो गया है जो भले ही ताजे नहीं होते, लेकिन फिर भी फ्रेश फूड्स के जैसे टेस्ट, बनावट और कलर देते हैं। अगर आपने भी अपना रेफ्रिजिरेट रेडीमेड और फ्रोजन फूड आइटम्स से भरा हुआ है तो उन्हें तुरंत फेंक देना चाहिए और कभी दोबारा ऐसा नहीं करने की कसम खानी चाहिए।

घर का बना खाना जल्दी खराब हो जाता है और अगर हम इसे रसोई में कई दिनों तक छोड़ देते हैं तो दुर्गंध आनी शुरू हो जाती है। इसके उल्ट फ्रोजन और रेडी टू ईट काफी दिनों तक इसलिए खराब नहीं होते क्योंकि इसमें प्रिजर्वेटिव्स मिलाए जाते हैं जो हमारी सेहत के लिए नुकसानदेह साबित हो सकते हैं।

रेडीमेड फूड आइटम्स वैसे ही रहते हैं चाहे आप इसे कितने दिनों या महीनों तक स्टोर क्यों न कर लें। ऐसा इसलिए है क्योंकि पैक किए गए और फ्रोजन खाद्य पदार्थों में स्वाद और रंग को बरकरार रखने के लिए एडिटिव्स मिलाए जाते हैं जिससे इनकी शेल्फ लाइफ में इजाफा हो जाए लेकिन ये अपच, डायरिया, कैंसर, लिवर डिजीज और किडनी डिजीज का कारण बन सकते हैं।

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