मेडिटेशन के जरिए कम हो सकता है शारीरिक दर्द, स्टडी में दावा
यदि हम आपको कहें कि मेडिटेशन सिर्फ मानसिक स्वास्थ्य नहीं, बल्कि शरीर की तकलीफों को भी दूर कर सकता है तो शायद आप यकीन न करें।;
मेडिटेशन आमतौर पर तनाव कम करने या मानसिक तकलीफों को दूर करने के लिए किया जाता है। यदि हम आपको कहें कि यह सिर्फ मानसिक स्वास्थ्य नहीं, बल्कि शरीर की तकलीफों को भी दूर कर सकता है तो शायद आप यकीन न करें। आपको बता दें कि ये हम नहीं कह रहे हैं, बल्कि एक वैज्ञानिक शोध में खुलासा हुआ है।
पहले समझिए क्या होता है माइंडफुल मेडिटेशन
माइंडफुलनेस मेडिटेशन ध्यान लगाने का एक तरीका है, जिसके दौरान लोग अपने मन को शांत करने की कोशिश करते हैं।यह एक तरह का मानसिक प्रशिक्षण अभ्यास है, जो आपके नकारात्मक विचारों को दूर करता है और खुशी की भावना को बढ़ाता है।इस अभ्यास की मदद से आप अपने मानसिक स्वास्थ्य के साथ-साथ शारीरिक स्वास्थ्य को भी सुधार सकते हैं। इसके दौरान आप अपने आज पर ध्यान केंद्रित करते हैं और लंबी सांसें लेते हैं।
फायदे
माइंडफुलनेस का मतलब होता है वर्तमान क्षण में पूरी तरह से उपस्थित रहना और अपने विचारों, भावनाओं और शारीरिक संवेदनाओं को बिना किसी निर्णय के स्वीकार करना।इस शोध से पता चला है कि माइंडफुलनेस मेडिटेशन रक्तचाप (ब्लड प्रेशर) को कम करता है, संपूर्ण स्वास्थ्य में सुधार करता है और सामाजिक संबंधों को बढ़ा सकता है।इस अभ्यास के जरिए चिंता, तनाव और जलन की भावना से भी बचा जा सकता है।
स्टडी में हुआ खुलासा
इस अध्ययन में खुलासा हुआ है कि माइंडफुलनेस मेडिटेशन के जरिए लोगों को दर्द से छुटकारा मिल सकता है।शोध के दौरान माइंडफुलनेस और शरीर के दर्द के अनुभव के बीच संबंध पहचानने के लिए MRI स्कैन का सहारा लिया गया।इसमें कुल 115 लोगों ने भाग लिया, जिनके हाथों पर एक गर्म चीज लगाई गई थी।
शोध के दौरान कुछ लोगों ने माइंडफुलनेस मेडिटेशन किया, वहीं कुछ लोग इस ध्यान अभ्यास में शामिल नहीं हुए। इसके बाद सभी प्रतिभागियों से उनके दर्द का मूल्यांकन करने के लिए कहा गया।इससे यह सामने आया कि माइंडफुलनेस मेडिटेशन का अभ्यास करने वाले प्रतिभागियों को उन लोगों की तुलना में कम दर्द महसूस हुआ, जिन्होनें यह अभ्यास नहीं किया था।