हर मिनट में 3 भारतीय इस गंभीर बीमारी का हो रहे शिकार, MS धोनी के वीडियो ने बता दी सच्चाई

Brain Stroke: ब्रेन स्ट्रोक से बचने का सबसे अच्छा तरीका है इसके लक्षणों को पहचानना और समय पर कदम उठाना. महेंद्र सिंह धोनी द्वारा चलाया गया यह जागरूकता अभियान लोगों को सतर्क और जानकारीपूर्ण बनाने में मदद करेगा. याद रखें, इस बीमारी से जुड़ी छोटी सी जागरूकता भी किसी की जान बचा सकती है. इसलिए, 'BEFAST' फॉर्मूला को अपनाएं और दूसरों को भी जागरूक करें.;

Brain Stroke
By :  स्टेट मिरर डेस्क
Updated On : 20 Nov 2024 12:52 AM IST

ब्रेन स्ट्रोक आज दुनियाभर में तेजी से फैलने वाली बीमारियों में से एक बन गया है. भारत में स्थिति और भी चिंताजनक है, जहां हर 20 सेकंड में एक व्यक्ति इस बीमारी का शिकार हो रहा है. इसके बावजूद, लोगों के बीच इसके प्रति जागरूकता बेहद कम है.

हाल ही में, एमक्योर फार्मास्युटिकल्स ने महेंद्र सिंह धोनी के साथ मिलकर एक जागरूकता अभियान शुरू किया है. धोनी ने अपने वीडियो में इस बीमारी की गंभीरता और लक्षणों के बारे में बात की है. उन्होंने बताया कि ब्रेन स्ट्रोक के शुरुआती संकेतों को पहचानना और समय पर मदद लेना कितना जरूरी है.

क्या है ब्रेन स्ट्रोक?

ब्रेन स्ट्रोक एक ऐसी स्थिति है, जिसमें मस्तिष्क के किसी हिस्से में रक्त प्रवाह बाधित हो जाता है. इससे उस हिस्से को जरूरी ऑक्सीजन और पोषक तत्व नहीं मिल पाते, जिसके कारण मस्तिष्क की कोशिकाएं मरने लगती हैं. अगर समय पर उपचार न मिले, तो यह स्थायी विकलांगता या यहां तक कि मृत्यु का कारण बन सकता है.

धोनी का 'BEFAST' फॉर्मूला: लक्षण पहचानने का आसान तरीका

महेंद्र सिंह धोनी ने ब्रेन स्ट्रोक के लक्षणों को याद रखने के लिए 'BEFAST' फॉर्मूला साझा किया है. यह फॉर्मूला हर व्यक्ति को इस गंभीर स्थिति की जल्दी पहचान करने में मदद कर सकता है.

1. B - बैलेंस (संतुलन का बिगड़ना)

यदि अचानक चलने में परेशानी हो या शरीर में चक्कर आने लगे, तो यह स्ट्रोक का संकेत हो सकता है.

2. E - आईसाइट (दृष्टि में बदलाव)

अगर आंखों से धुंधला दिखने लगे या अचानक देखने की क्षमता खत्म हो जाए, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.

3. F - फेस (चेहरे का विकृत होना)

चेहरे की एक तरफ झुकाव या सुन्नता स्ट्रोक का मुख्य लक्षण हो सकता है.

4. A - आर्म्स (बाजुओं में कमजोरी)

यदि बाजूओं में कमजोरी महसूस हो या हाथ ऊपर उठाने में परेशानी हो, तो सतर्क हो जाएं.

5. S - स्पीच (बोलने में दिक्कत)

बोलते समय जुबान लड़खड़ाना, शब्द भूलना या स्पष्ट न बोल पाना स्ट्रोक का लक्षण हो सकता है.

6. T - टाइम (समय पर इलाज)

इन लक्षणों में से कोई भी दिखाई देने पर तुरंत मेडिकल सहायता लें. सही समय पर इलाज से जान बचाई जा सकती है.

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