ब्रेन स्ट्रोक आने से पहले शरीर देता है ये संकेत, न करें नजरअंदाज
ब्रेन स्ट्रोक एक गंभीर स्थिति है। इसमें दिमाग के कुछ हिस्सों को ऑक्सीजन नहीं मिल पाता है जिससे ब्रेन सेल्स डेड होने लगती हैं।;
ब्रेन स्ट्रोक एक गंभीर स्थिति है। इसमें दिमाग के कुछ हिस्सों को ऑक्सीजन नहीं मिल पाता है जिससे ब्रेन सेल्स डेड होने लगती हैं। किसी कारण से मस्तिष्क में रक्त की आपूर्ति बाधित हो जाने या मस्तिष्क में रक्तस्राव के कारण स्ट्रोक हो सकता है। समय पर उपचार न होने पर यह जानलेवा भी हो सकता है।
पिछले एक दशक में युवाओं में स्ट्रोक को मामले तेजी से बढ़े हैं। धूम्रपान-शराब पीना, मधुमेह, उच्च रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल को इसका कारण माना जाता है। जानकारों के अनुसार, स्ट्रोक से बचाव के लिए लाइफस्टाइल और आहार को ठीक रखना जरूरी है। इसके अलावा स्ट्रोक होने पर समय रहते उपचार भी महत्वपूर्ण है।
स्ट्रोक के लक्षणों को जल्दी पहचानना जरूरी है, क्योंकि समय पर उपचार मिलने से मस्तिष्क को स्थाई क्षति से बचाया जा सकता है।
आइए जानते हैं कि स्ट्रोक की पहचान कैसे की जा सकती है और इससे बचाव के लिए क्या उपाय किए जाने चाहिए?
चेहरे, हाथ-पैर में कमजोरी
स्ट्रोक होने पर चेहरे, हाथ या पैर में कमजोरी या सुन्नता हो सकती है। यदि शरीर के एक हिस्से में अचानक कमजोरी या सुन्नता आ जाए, लकवा मार जाए तो ये भी स्ट्रोक की तरफ इशारा होता है। यह आमतौर पर चेहरे, एक हाथ या एक पैर में हो सकता है, खासकर शरीर के एक ही तरफ। यदि व्यक्ति मुस्कुराने या बोलने की कोशिश करता है और उसका चेहरा एक तरफ झुक जाता है, तो यह भी स्ट्रोक का संकेत हो सकता है।
सिर में अचानक तेज दर्द
स्ट्रोक का सबसे पहला संकेत अचानक सिर में तेज दर्द माना जाता है। अगर किसी को तेज सिरदर्द हो रहा हो जैसे पहले कभी महसूस नहीं किया हो तो अलर्ट हो जाएं। दर्द के साथ अक्सर लोगों को मतली, उल्टी या बेहोशी भी हो सकती है। ऐसे में तुरंत ब्लड प्रेशर की जांच करें और रोगी को आपातकालीन चिकित्सा प्राप्त कराएं।
संतुलन बिगड़ने की समस्या
स्ट्रोक के कारण चक्कर आना या संतुलन खोना भी सामान्य है। सिरदर्द के साथ अगर अचानक चक्कर आने, शरीर का संतुलन बिगड़ने या चलने में कठिनाई हो रही हैं तो सावधान हो जाना चाहिए। चलते समय गिरना, अचानक पैरों में कमजोरी या लड़खड़ाते हुए चलने जैसे संकेतों पर गंभीरता से ध्यान दिया जाना चाहिए।