रोजाना बस पांच मिनट करें ये योगासन, मिलेंगे कई जबरदस्त फायदे

पूर्ण चंद्रासन एक ऐसा योगासन है जो न सिर्फ आपके शरीर को मजबूत बनाता है, बल्कि आपके मन को भी शांत करता है। इस आसन का नाम चंद्रमा के आकार से मिलता है, जो इस आसन में शरीर की मुद्रा को दर्शाता है।;

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By :  स्टेट मिरर डेस्क
Updated On : 4 Nov 2024 3:46 PM IST

योग सिर्फ एक व्यायाम नहीं, बल्कि एक जीवन शैली है जो हमारे शरीर और मन दोनों को स्वस्थ रखती है। आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में जहां हर कोई किसी न किसी तरह के तनाव से गुजर रहा है, वहां योग एक ऐसा उपाय है जो हमें शारीरिक और मानसिक दोनों तरह से मजबूत बनाता है।

पूर्ण चंद्रासन: एक संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए

पूर्ण चंद्रासन एक ऐसा योगासन है जो न सिर्फ आपके शरीर को मजबूत बनाता है, बल्कि आपके मन को भी शांत करता है। इस आसन का नाम चंद्रमा के आकार से मिलता है, जो इस आसन में शरीर की मुद्रा को दर्शाता है।

पूर्ण चंद्रासन के फायदे

• संतुलन और पोस्चर: यह आसन शरीर के संतुलन को बेहतर बनाता है और पोस्चर को सुधारता है।

• लचीलापन: नियमित अभ्यास से शरीर लचीला बनता है।

• हड्डियां मजबूत: यह हड्डियों को मजबूत बनाता है और ऑस्टियोपोरोसिस जैसी बीमारियों से बचाता है।

• एकाग्रता: पूर्ण चंद्रासन मन को शांत करता है और एकाग्रता बढ़ाता है।

• मेटाबॉलिज्म: यह आसन मेटाबॉलिज्म को बढ़ाकर वजन कम करने में मदद करता है।

• पीठ दर्द: नियमित अभ्यास पीठ दर्द से राहत दिलाता है।

किन लोगों को पूर्ण चंद्रासन नहीं करना चाहिए?

• पीठ दर्द: अगर आपको पहले से ही पीठ दर्द है, तो योगाचार्य की सलाह के बिना यह आसन न करें।

• हड्डियों की चोट: हड्डियों में चोट या ऑस्टियोपोरोसिस के मरीजों को यह आसन नहीं करना चाहिए।

• गर्भावस्था: गर्भवती महिलाओं को डॉक्टर की सलाह के बिना यह आसन नहीं करना चाहिए।

• गंभीर बीमारी: अगर आप किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं, तो योगाचार्य से सलाह लें।

पूर्ण चंद्रासन कैसे करें?

1. तैयारी: योगा मैट पर खड़े हो जाएं और अपने पैरों को कूल्हों की दूरी पर रखें।

2. मुद्रा: अपने दाहिने पैर को 90 डिग्री पर मोड़ें और बाएं पैर को सीधा रखें। दाहिने हाथ को ऊपर की ओर ले जाएं और बाएं हाथ को नीचे की ओर जमीन पर रखें।

3. संतुलन: इस मुद्रा में कुछ सेकंड के लिए रहें और फिर दूसरी तरफ भी दोहराएं।

ध्यान रखें

• धीरे-धीरे शुरू करें: अगर आप शुरुआत कर रहे हैं, तो धीरे-धीरे शुरू करें और धीरे-धीरे अपनी सीमा बढ़ाएं।

• योगा टीचर: किसी योगा टीचर से मार्गदर्शन लेने से आपको सही तरीके से आसन करने में मदद मिलेगी।

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