कौन हैं सागर अडानी, जिनके खिलाफ FBI ने जारी किया था सर्च वारंट; गौतम अडानी से क्या है रिश्ता?

Who Is Sagar Adani: अमेरिकी कोर्ट की तरफ से गौतम अडानी और सागर अडानी के खिलाफ रिश्वतखोरी और धोखाधड़ी के मामले में गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया है. इससे सागर अडानी चर्चा में आ गए हैं. लोग जानना चाहते हैं कि वे कौन हैं और उनका गौतम अडानी से क्या रिश्ता है... आइए आपको उनके बारे में विस्तार से बताते हैं...;

( Image Source:  X )
Curated By :  अच्‍युत कुमार द्विवेदी
Updated On : 21 Nov 2024 9:12 PM IST

Who Is Sagar Adani: मशहूर बिजनेसमैन गौतम अडानी और सागर अडानी के खिलाफ अमेरिका की अदालत ने गिरफ्तारी वारंट जारी किया है. उन पर रिश्वत लेने और धोखाधड़ी करने का आरोप है.ऐसे में लोगों के मन में सवाल उठ रहा है कि सागर अडानी कौन हैं और वे क्या करते हैं... आइए इन सब सवालों का जवाब जानते हैं...

सागर अडानी के बारे में जानने से पहले हम आपको बता दें कि रिश्वतखोरी और धोखाधड़ी का आरोप सामने आने के बाद अडानी ग्रुप को काफी नुकसान का सामना करना पड़ा है. उसके शेयरों में काफी गिरावट देखी गई. यहां तक कि कई शेयरों की ट्रेडिंग नहीं हो पाई.

कौन हैं सागर अडानी?

सागर अडानी गौतम अडानी के भतीजे हैं. उनके पिता का नाम राजेश अडानी है, जो अडानी एंटरप्राइजेज के प्रबंध निदेशक हैं.सागर इस समय अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड में एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर के तौर पर काम कर रहे हैं. उन्होंने अमेरिका की ब्राउन यूनिवर्सिटी से इकोनॉमिक्स की डिग्री हासिल की है.

2015 में अडानी ग्रुप किया ज्वाइन

सागर ने अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद 2015 में अडानी ग्रुप को ज्वाइन किया था. उनका काम अडानी ग्रुप के एनर्जी बिजनेस और फाइनेंस को मैनेज करना है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, सागर अभी अडानी ग्रुप एनर्जी के सभी रणनीतिक और वित्तीय मामलों को देख रहे हैं. ताजा आरोप भी अडानी ग्रीन एनर्जी से जुड़ा हुआ है.

आरोप है कि अडानी ग्रीन एनर्जी ने सौर ऊर्जा परियोजना का ठेका हासिल करने के लिए 265 मिलियन डॉलर यानी करीब 2000 करोड़ रुपये की रिश्वत देने के पेशकश की थी. सागर इस कंपनी के डायरेक्टर हैं. उन्होंने अपने करियर की शुरुआत प्रोजेक्ट्स से की थी.

2023 में FBI ने जारी किया था सर्च वारंट

रिपोर्ट की मानें तो सागर अडानी को मार्च 2023 में FBI के विशेष एजेंटों ने भारतीय सरकारी अधिकारियों को रिश्वत और किकबैक भुगतान से जुड़े सबूतों की तलाश में सर्च वारंट जारी किया  था. इस वारंट में अमेरिकी सरकार की तरफ से जांच के तहत अपराधों, व्यक्तियों और संस्थाओं की पहचान की गई थी. एफबीआई के एजेंटों ने सागर के पास मौजूद इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को अपने कब्जे में ले लिया था.

अडानी ग्रुप ने आरोपों पर दिया जवाब

अडानी ग्रुप ने अमेरिकी न्याय विभाग और एसईसी द्वारा लगाए गए आरोपों का खंडन किया और इसे झूठा व निराधार बताया. हमें तक दोषी नहीं माना जा सकता, जब तक आरोप सही न पाए जाएं. 

Similar News