सुरक्षा में दखल अब बर्दाश्त नहीं...भारत की धरती से चीन को क्‍या मैसेज दे गए श्रीलंका के नए राष्‍ट्रपति दिसानायक?

Sri Lankan president visit to India: श्रीलंका के राष्ट्रपति अनुरा कुमार दिसानायक 17 दिसंबर तक तीन दिनों के लिए भारत दौरे पर हैं. इस दौरान उन्होंने भारत के साथ अच्छे संबंध का वादा किया और कहा कि किसी को भी भारत के लिए खतरा नहीं बनने देंगे.;

Sri Lankan president visit to India
Edited By :  सचिन सिंह
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Sri Lankan president visit to India: श्रीलंका पहले ही चीन से दोस्ती का खामियाजा पहले ही भुगत चुका है. चीन से कर्ज के तले श्रीलंका अपना हंबनटोटा बंदरगाह ड्रैगन के हाथों गवां चुका है. लेकिन अब श्रीलंका के नए राष्‍ट्रपति अनुरा कुमार दिसानायक की एंट्री के बाद सुधार की उम्मीद है. फिलहाल वो भारत के तीन दिनों की यात्रा पर हैं, जहां उन्होंने भारत से वादा किया है कि श्रीलंका किसी को भी भारत की सुरक्षा के लिए खतरा नहीं बनने देगा.

श्रीलंका ने ये वादा भारत से किया है, लेकिन राष्‍ट्रपति अनुरा कुमार दिसानायक ने हिंदूस्तान की धरती से चीन को सीधा मैसेज भेजा है. श्रीलंका ने आधिकारिक तौर पर भारत को भरोसा दिलाया है कि वह किसी भी ताकत को किसी भी तरह से भारत की सुरक्षा को खतरा पहुंचाने के लिए अपने क्षेत्र का उपयोग करने की अनुमति नहीं देगा.

भारत और श्रीलंका का रिश्ता है काफी अहम

श्रीलंका का यह बयान भारत के लिए बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह चीन के हिंद महासागर में आक्रामक मिशन के बीच सामने आया है. चीन का ये मिशन सीधे तौर पर भारतीय सुरक्षा को निशाना बनाता है. कर्ज नहीं चुका पाने के कारण श्रीलंका ने अपना हंबनटोटा बंदरगाह पहले ही खो चुका है, जिस पर अब चीन का कब्जा है. इसके बाद स्थिति अत्यंत संवेदनशील हो गई थी.

चीन की बढ़ती चहलकदमी भारत के लिए टेंशन

चीनी नौसेना के निगरानी, जासूसी जहाज और 25,000 टन वजनी युआन वांग 5 हंबनटोटा बंदरगाह पर मौजूद हैं और श्रीलंका इससे काफी करीब है, जिसे लेकर भारत ने पहले भी आपत्ति जताई है. भारत ने अगस्त 2022 में इस क्षेत्र में चीनी जहाजों की मौजूदगी के बारे में चिंता जाहिर की थी. इसके बाद श्रीलंका ने शुरू में चीन से इन जहाजों को न लाने का अनुरोध किया था. हालांकि, बाद में चीनी जहाज को डॉक करने की अनुमति दे दी गई, जिससे हिंद महासागर में चीनी नौसैनिकों की मौजूदगी बढ़ गई.

भारत-श्रीलंका के रिलेशन

केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि भारत इसके लिए कमिटेड है कि वह श्रीलंका के साथ आर्थिक और सांस्कृतिक सहयोग बढ़ाकर बायलेटरल रिलेशन को मजबूत करेगा. उनका ये बयान सोमवार को नई दिल्ली में आयोजित भारत-श्रीलंका व्यापार मंच को संबोधित करते हुए आया, जहां श्रीलंका के राष्ट्रपति अनुरा कुमार दिसानायके भी मौजूद थे. पीयूष गोयल ने दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक और मजबूत आर्थिक संबंधों को आगे बढ़ाने की बात भी कही. 

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