क्या होता है HMPV वायरस? क्या फिर से आएगी महामारी, आपके हर सवाल का जवाब है यहां
सर्दी के मौसम के आते ही देश बर में तमामा बीमारियां आ जाती हैं. इस साल भी एक नया लायरल आ गया है, जिसका नाम है HMPV वायरस. यह वायरस एक नार्मल सर्दी का वायरस है, जो सबसे पहले 2001 में खोजा गया था. यह वायरस रेस्पिरेटरी सिंसिटियल वायरस (RSV) से मिलता-जुलता है.;
नई दिल्ली: जैसे-जैसे सर्दियां आती हैं, वैसे-वैसे बहुत से वायरस भी आते रहते हैं. हालांकि, रेस्पिरेटरी से रिलेटेड बीमारियां हर साल सर्दियों में आम हो जाती हैं, इस साल एक नया वायरस दुनिया को चिंता में डाल रहा है. HMPV (ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस) ने कई देशों में रेस्पिरेटरी समस्याओं को बढ़ा दिया है. इस वायरस का नाम भले ही लोगों के लिए नया हो सकता है, लेकिन इसके लक्षण और प्रभाव COVID-19 जैसे वायरस से काफी मिलते-जुलते हैं. हालांकि, यह वायरस COVID-19 जितना घातक नहीं माना जा रहा है, फिर भी इसका प्रभाव कुछ मामलों में बुरा हो सकता है.
HMPV क्या है?
HMPV एक नार्मल सर्दी का वायरस है, जो सबसे पहले 2001 में खोजा गया था. यह वायरस रेस्पिरेटरी सिंसिटियल वायरस (RSV) से मिलता-जुलता है और खांसी, नाक बहना, गले में खराश जैसे सामान्य रेस्पिरेटरी लक्षण पैदा करता है. हालांकि, HMPV के वजह से होने वाली बीमारियां आमतौर पर हल्की होती हैं और गंभीर मामलों में ही जटिलताएं होती हैं.
डॉ. ईश्वर गिलाडा, एक इंफैक्टियस डिजीज स्पेशलिस्ट, ने बताया कि HMPV के प्रभावों में बच्चे और बुजुर्ग ज्यादा प्रभावित होते हैं, लेकिन आमतौर पर यह वायरस खतरनाक नहीं होता. इस वायरस का असर उन लोगों पर ज्यादा हो सकता है जिनका इम्यून सिस्टम कमजोर है, जैसे अस्थमा, COPD और अन्य रेस्पिरेटरी समस्याओं वाले लोग.
HMPV के लक्षण
HMPV के लक्षण सामान्य सर्दी-जुखाम जैसे होते हैं, जिनमें खांसी, गले में खराश, नाक बहना और हल्का बुखार शामिल हैं. यह वायरस कुछ लोगों में सांस की तकलीफ और सांस फूलने जैसे गंभीर लक्षण भी पैदा कर सकता है, खासकर उन लोगों में जिनका इम्यून सिस्टम कमजोर हो. अगर सर्दी एक हफ्ते से ज्यादा समय तक रहती है और साथ में तेज बुखार और सांस लेने में कठिनाई होती है, तो डॉ. से चेक करवाना जरूरी होता है.
HMPV के 'Risk Group'
HMPV के लिए रिस्क ग्रुप में वे लोग शामिल हैं जिनका इम्यून सिस्टम कमजोर होता है या जो पहले से रेस्पिरेटरी समस्याओं से जूझ रहे होते हैं. इसमें 5 साल से कम उम्र के बच्चे, गर्भवती महिलाएं, 65 साल से ज्यादा आयु के बुजुर्ग और जिन लोगों को अस्थमा या COPD है, वे शामिल हैं.
क्या HMPV COVID-19 जैसा है?
HMPV और COVID-19 दोनों ही रेस्पिरेटरी संबंधी समस्याओं की वजह से होता हैं, लेकिन दोनों वायरस अलग-अलग होते हैं. COVID-19 के मुकाबले HMPV हल्का वायरस माना जाता है और इसके लिए फिलहाल कोई स्पेशल टीका नहीं है. हालांकि, COVID-19 के लिए उपलब्ध टीके और उपचार HMPV के मुकाबले ज्यादा प्रभावी हैं.
HMPV कैसे फैलता है?
HMPV एक इंफैक्टियस वायरस है जो खांसने, छींकने से फैलता है. यह वायरस हाथ मिलाने, गले लगाने, या शेयर किए गए वस्तुओं जैसे कि फोन और दरवाजे के हैंडल के जरिए से भी फैल सकता है.
HMPV एक सामान्य सर्दी का वायरस हो सकता है, लेकिन इसका प्रभाव कुछ लोगों में गंभीर हो सकता है. इस वायरस से बचाव के लिए बेहतर स्वच्छता, मास्क पहनना और हाथ धोने की आदतें बहुत जरूरी हैं. समय पर उपचार और डॉक्टर की सलाह से इससे जुड़े जोखिमों को कम किया जा सकता है.