चर्च जा रहा था तिरुपति मंदिर का अधिकारी, TTD ने कर दिया सस्‍पेंड; कहा - केवल हिंदू धर्म में...

तिरुमला तिरुपति देवस्थानम (TTD) ने अपने कर्मचारियों की धार्मिक निष्ठा को लेकर जीरो टॉलरेंस नीति अपनाते हुए एक सहायक कार्यकारी अधिकारी (AEO) ए. राजशेखर बाबू को चर्च की प्रार्थना सभा में शामिल होने के चलते तत्काल निलंबित कर दिया है. बाबू हर रविवार पुत्तूर (तिरुपति जिला) में चर्च जाते थे, जिसे संस्था ने उसकी आचार संहिता का गंभीर उल्लंघन माना.;

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Edited By :  नवनीत कुमार
Updated On : 9 July 2025 11:54 AM IST

भारत के सबसे प्रतिष्ठित और श्रद्धेय मंदिरों में शामिल तिरुमला तिरुपति देवस्थानम (TTD) अब अपने कर्मचारियों की धार्मिक निष्ठा को लेकर बेहद सख्त हो गया है. इस धार्मिक संस्था ने हाल ही में एक सहायक कार्यकारी अधिकारी (AEO) ए. राजशेखर बाबू को सिर्फ इस वजह से तत्काल सस्पेंड कर दिया क्योंकि वह हर रविवार अपने गृहनगर पुत्तूर (तिरुपति जिला) में चर्च की प्रार्थना सभा में भाग ले रहे थे.

टीटीडी, जो कि भगवान वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर के संचालन की जिम्मेदारी निभाती है, ने इसे संस्था के नियमों और आचार संहिता का सीधा उल्लंघन करार दिया. संगठन ने साफ कहा कि टीटीडी में काम करने वाले हर कर्मचारी को नियुक्ति के समय शपथ दिलाई जाती है कि वे केवल हिंदू धर्म और परंपराओं का पालन करेंगे.

इस घटना ने न सिर्फ संस्था के नियमों की कठोरता को उजागर किया है, बल्कि यह भी स्पष्ट किया है कि अब टीटीडी ऐसे किसी भी व्यवहार के खिलाफ "जीरो टॉलरेंस पॉलिसी" पर काम कर रही है. इससे पहले फरवरी में 18 अन्य कर्मचारियों पर भी गैर-हिंदू धार्मिक गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में सख्त कार्रवाई की जा चुकी है.

पुत्तूर में हर रविवार चर्च जाते थे AEO

राजशेखर बाबू तिरुपति जिले के पुत्तूर में हर रविवार को स्थानीय चर्च की प्रार्थनाओं में भाग ले रहे थे. जब यह मामला टीटीडी के सतर्कता विभाग के संज्ञान में आया, तो जांच कर रिपोर्ट तैयार की गई. सबूतों के आधार पर कार्रवाई करते हुए उन्हें निलंबित कर दिया गया.

18 कर्मचारियों पर पहले ही हो चुकी है कार्रवाई

फरवरी 2025 में भी टीटीडी ने 18 कर्मचारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की थी. इनमें से कई गैर-हिंदू धार्मिक गतिविधियों में संलिप्त पाए गए थे, जबकि ये सभी कर्मचारी नियुक्ति के समय भगवान वेंकटेश्वर के समक्ष हिंदू धर्म का पालन करने की शपथ ले चुके थे. इनमें छह शिक्षक, डिप्टी एक्जीक्यूटिव ऑफिसर (वेलफेयर), एक एईओ, तकनीकी अधिकारी, इलेक्ट्रीशियन, नर्स और अन्य शामिल थे. इन्हें तिरुमला, टीटीडी से जुड़े किसी मंदिर या धार्मिक कार्यक्रम में पोस्टिंग से रोक दिया गया है.

नियमों का हवाला: GO No. 1060

यह पूरी कार्रवाई Revenue Department (Endowments) द्वारा 24 अक्टूबर 1989 को जारी G.O. No. 1060 के तहत Rule 9(vi) के अनुसार की गई है, जिसके तहत टीटीडी में कार्यरत सभी कर्मचारियों को केवल हिंदू धर्म और परंपराओं का पालन करना अनिवार्य है.

'केवल हिंदू कर्मचारी ही TTD संस्थानों में काम करें'

टीटीडी के नए चेयरमैन बी. आर. नायडू ने पदभार ग्रहण करते ही स्पष्ट कर दिया था कि सिर्फ हिंदू धर्म में आस्था रखने वाले लोग ही टीटीडी के संस्थानों में काम कर सकते हैं. यह कदम संस्था की धार्मिक पहचान बनाए रखने के लिए जरूरी बताया गया.

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