SBI ATM का ये हिडन चार्ज, क्या आपके भी पैसे काट रहा है बैंक?

एसबीआई अनलिमिटेड एटीएम ट्रांजेक्शन की भी सुविधा अपने कस्टमर्स को देता है, लेकिन इसके लिए ग्राहकों को कुछ शर्तों को पूरा करना अनिवार्य होता है. एटीएम-कम-डेबिट कार्ड का इस्तेमाल बहुत से लोग करते हैं. हालांकि इस पर लगने वाले अलग-अलग चार्ज के बारे में बहुत कम लोग जानते हैं.;

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Edited By :  निशा श्रीवास्तव
Updated On : 3 Dec 2024 8:00 PM IST

SBI ATM Card: भारतीय स्टेट बैंक देश का सबसे बड़ा सरकारी बैंक है. हर राज्य के एसबीआई बैंक की ब्रांच और एटीएम मिल की सुविधा होती है. कोई भी बैंक हो अपने ग्राहकों को एक लिमिट तक एटीएम से कैश निकालने की सुविधा देता है. इसके बाद के ट्रांजेक्शन पर चार्ज देना पड़ता है.

जानकारी के अनुसार एसबीआई अनलिमिटेड एटीएम ट्रांजेक्शन की भी सुविधा अपने कस्टमर्स को देता है, लेकिन इसके लिए ग्राहकों को कुछ शर्तों को पूरा करना अनिवार्य होता है. एटीएम-कम-डेबिट कार्ड का इस्तेमाल बहुत से लोग करते हैं. हालांकि इस पर लगने वाले अलग-अलग चार्ज के बारे में बहुत कम लोग जानते हैं. आगे हम एसबीआई एटीएम कार्ड पर लगने वाले चार्ज के बारे में जानेंगे.

डेबिट कार्ड जारी करने का चार्ज

भारतीय स्टेट बैंक की वेबसाइट बताती है कि डेबिट कार्ड जारी करने के लिए तीन कैटेगरी में चार्ज देना पड़ता है. पहला- क्लासिक/सिल्वर/ग्लोबल/कॉन्टैक्टलेस डेबिट कार्ड यह फ्री होता है. दूसरा- गोल्ड डेबिट कार्ड इसके लिए ग्राहकों को 100 रुपये-जीएसटी के साथ देने पड़ते हैं. तीसरा- प्लैटिनम डेबिट कार्ड इसके लिए 300 रुपये+ जीएसटी का भुगतान करना पड़ता है.

एनुअल टैक्स

एसबीआई के सभी एटीएम कार्ड या डेबिट कार्ड पर एनुअल टैक्स लगता है. जिसे ज्यादातर बैंक वार्षिक रखरखाव टैक्स कहते हैं. बता दें कि यह चार्ज अकाउंट ओपन के दूसरे साल से शुरू होता है. यह अलग-अलग कार्ड के लिए अलग-अलग होता है.

डेबिट कार्ड रिप्लेसमेंट चार्ज

अगर ग्राहकों को डेबिट कार्ड खो या चोरी हो जाता है तो बैंक की ओर से रिप्लेसमेंट की फीस ली जाती है. इसके लिए आपको 300 रुपये+जीएसटी चार्ज बैंक को देना होता है.

इंटरनेशनल पेमेंट चार्ज

एसबीआई अलग-अलग एटीएम और पेमेंट पर चार्ज लगाता है. एक बैलेंस चेक करने के लिए 25 रुपये+ जीएसटी का शुल्क देना पड़ता है. दूसरी ओर कैश निकालने पर हर ट्रांजेक्शन पर न्यूनतम 100 रुपये का टैक्स देना पड़ता है. साथ ही लेनदेन राशि का 3.5 फीसदी तक एक्स्ट्रा टैक्स और जीएसटी लगता है. इसके अलावा इंटरनेशनल पेमेंट और पीओएस मशीन का उपयोग करके की गई ई-कॉमर्स खरीदने के लिए लेनदेन राशि पर 3 फीसदी चार्ज और जीएसटी लगता है. इन सभी तरह के टैक्स को ग्राहकों को भरने ही पड़ते हैं.

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