50 फीसदी से ज्‍यादा मार्जिन से जीती गईं ये 5 लोकसभा सीटें, सभी BJP के पास; अब तक केवल 198 सीटें रहीं ऐसी

जिन उम्मीदवारों को 50 प्रतिशत से ज्यादा वोट मिले उनमें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (गांधीनगर सीट), केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल (नवसारी), पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (विदिशा), शंकर लालवानी (इंदौर) और पूर्व सीएम बिप्लब देब (त्रिपुरा पश्चिम) शामिल हैं. त्रिपुरा पश्चिम को छोड़कर बाकी चार सीटों पर बीजेपी का गढ़ माना जाता है.;

Edited By :  नवनीत कुमार
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पिछले पांच सालों में लोकसभा चुनाव के दौरान बीजेपी का परफॉर्मेंस काफी गिर गया है. चुनाव आयोग द्वारा जारी किए गए डेटा से पता चला कि 2019 के मुकाबले 2024 के लोकसभा चुनावों में पार्टी ने 50 प्रतिशत से ज़्यादा वोट शेयर के अंतर से पांच सीटें ही जीती हैं, जबकि 2019 में उसे तीन सीटें ही मिली थीं. वहीं, 2024 में कोई भी अन्य पार्टी 50 प्रतिशत से ज़्यादा वोट शेयर के अंतर से कोई सीट नहीं जीत पाई है.

जिन उम्मीदवारों को 50 प्रतिशत से ज्यादा वोट मिले उनमें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (गांधीनगर सीट), केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल (नवसारी), पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (विदिशा), शंकर लालवानी (इंदौर) और पूर्व सीएम बिप्लब देब (त्रिपुरा पश्चिम) शामिल हैं. त्रिपुरा पश्चिम को छोड़कर बाकी चार सीटों पर बीजेपी का गढ़ माना जाता है.

इंदौर सांसद का रहा सबसे ज्यादा मार्जिन

सबसे ज्यादा वोट शेयर से जीतने वाले उम्मीदवार इंदौर के सांसद शंकर लालवानी थे, जिन्हें 91.32% वोट मिले और उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी को 75 प्रतिशत वोटों से हराया था. इसकी वजह ये है कि कांग्रेस उम्मीदवार ने मतदान से कुछ दिन पहले अपना नामांकन वापस ले लिया और बीजेपी में शामिल हो गए, जिससे उनकी लड़ाई आसान हो गई. इसके अलावा अन्य बीजेपी उम्मीदवारों ने 50 से 60 प्रतिशत वोटों के अंतर से जीत हासिल की.

आजादी के बाद से दो सीटों पर रहा है 90 फीसदी से ज्यादा का आंकड़ा

आजादी के बाद से सभी लोकसभा चुनावों में केवल 198 सीटों पर जीत का अंतर वोट शेयर के 50 प्रतिशत से ज्यादा रहा है. सबसे ज्यादा वोट-शेयर मार्जिन का रिकॉर्ड 97.19 प्रतिशत है, जो 1989 में जम्मू-कश्मीर की अनंतनाग सीट से दिवंगत स्वतंत्रता कार्यकर्ता पियारे लाल हांडू को मिला था. आंकड़ों के हिसाब से देखा जाए तो आज़ादी के बाद से केवल दो सीटें 90 प्रतिशत से अधिक वोट-शेयर अंतर से जीती गई है. 80 और 90 प्रतिशत के बीच छह सीटें, 70 से 80 प्रतिशत के बीच 16 सीटें, 60 से 70 प्रतिशत के बीच 45 सीटें, और 50 से 60 प्रतिशत के बीच 129 सीटें मिली हैं.

यूपी में रही है ज्यादा वोट मार्जिन की सीट

राज्यों के विश्लेषण से पता चला कि उत्तर प्रदेश में सबसे अधिक नतीजे आए हैं, जहां 50 प्रतिशत से अधिक वोट शेयर मार्जिन के साथ 43 सीटें जीती गईं. महाराष्ट्र 31 के साथ दूसरे स्थान पर है, जिसमें छह सीटें तब की हैं जब इसे बॉम्बे के नाम से जाना जाता था, इसके बाद 27 सीटें बिहार से है. कांग्रेस ने सबसे ज्यादा 50 प्रतिशत से अधिक अंतर वाली 112 सीटें जीती हैं. जनता पार्टी 49 सीटों के साथ दूसरे स्थान पर है. इस सूची में 11 सीटों पर जीत के साथ बीजेपी तीसरे स्थान पर है.

पीए संगमा का रहा है सबसे ज्यादा का रिकॉर्ड

केवल 12 नेताओं ने 50 प्रतिशत से ज्यादा वोट शेयर मार्जिन के साथ कई बार सीटें जीती हैं. इनमें मेघालय के पूर्व सीएम और लोकसभा के पूर्व स्पीकर पीए संगमा ने तुरा सीट चार बार जीत हासिल की, जो रिकॉर्ड में सबसे ज्यादा है. दो बार जीतने वाले नेताओं में अमेठी से पूर्व प्रधान मंत्री राजीव गांधी, सतारा से पूर्व उप प्रधानमंत्री वाईबी चव्हाण, हाजीपुर से पूर्व केंद्रीय मंत्री राम बिलास पासवान, हिमाचल प्रदेश के पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह शामिल हैं.

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