भगवान राम की फोटो को चप्पल से मारने और जलाने वाला पहुंचा सलाखों के पीछे, उसका वीडियो शेयर करने वालों को पुलिस ने...
तमिलनाडु के त्रिची जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. यहां एक संगठन से जुड़े लोगों ने भगवान राम का चित्र जलाकर सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने की कोशिश की. घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ, जिसके बाद लोगों ने आरोपियों पर कार्रवाई की मांग शुरू कर दी. पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है.;
तमिलनाडु के त्रिची जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. यहां एक संगठन से जुड़े लोगों ने भगवान राम का चित्र जलाकर सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने की कोशिश की. घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ, जिसके बाद लोगों ने आरोपियों पर कार्रवाई की मांग शुरू कर दी. पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि अन्य की तलाश जारी है. यह पूरा मामला त्रिची के अयानपुथुर गांव का है, जहां 28 सितंबर को ऐंधम तमिल संगम की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान यह विवादित घटना हुई. कार्यक्रम खत्म होने के बाद संगठन के कुछ सदस्यों ने भगवान राम को दर्शाने वाले फ्लेक्स बैनर को न केवल अपमानित किया, बल्कि उसे जला भी दिया.
रावण जिंदाबाद के नारे और वीडियो वायरल
रिपोर्ट के अनुसार, कार्यक्रम में शामिल करीब 5-6 लोगों ने बैनर को चप्पलों से पीटा और फिर आग लगा दी. इस दौरान वीडियो रिकॉर्ड किया गया और सोशल मीडिया पर अपलोड किया गया. वीडियो में साफ सुना जा सकता है कि भीड़ "रावणे पोत्री, रावणे पोत्री" (रावण की जय) के नारे लगा रही थी. इतना ही नहीं, समूह की ओर से और लोगों को जोड़ने के लिए मोबाइल नंबर भी सार्वजनिक किया गया. वायरल वीडियो पर साइबर क्राइम मॉनिटरिंग टीम ने संज्ञान लिया और 2 अक्टूबर को मामला दर्ज किया. पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धाराओं 192, 196(1)(A), 197, 299, 302 और 353(2) के तहत एफआईआर दर्ज की है. जांच के बाद पुलिस ने 36 वर्षीय अडैक्कलराज को गिरफ्तार किया है, जो पुडुक्कोट्टई जिले के कवरपट्टी गांव का निवासी है। आरोपी को अदालत में पेश करने के बाद न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया.
राम को जलाने पर क्या बोले यूजर्स?
Suraj Kumar Bauddh नाम के एक यूजर ने लिखा कि, तमिलनाडु में राम की पुतला जलाई गई. उनकी फोटो को पत्थरों से मारा गया. कई हिंदू अकाउंट्स पिछले 4 दिनों से इस घटना की आड़ में दलितों और बाबासाहेब के खिलाफ दुष्प्रचार करते हुए जहर उगल रहे हैं. पूरा तथ्य समझिए; 30 सितंबर को तमिलनाडु के त्रिची ज़िले में Iyantham Tamilar Sangam (Fifth Tamilar Sangam नामक तमिल संगठन ने एक कार्यक्रम आयोजित किया था. इस कार्यक्रम में सार्वजनिक रूप से राम की पुतला जलाई गई और उनकी फोटो पर चप्पलें भी मारी गईं. मैं इस घृणित कृत्य को Codemn करता हूँ. इस मामले में त्रिची की साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में एक FIR भी दर्ज किया गया है. पुलिस ने अज्ञात लोगों पर BNS की कई संगीन धाराओं के तहत मामला दर्ज किया. मेरे पास FIR की कॉपी भी उपलब्ध है. आप चाहें तो इसे तमिलनाडु पुलिस के आधिकारिक App से डाउनलोड भी कर सकते हैं. जांच के उपरांत पुलिस ने Adaikalaraj Gounder नामक एक व्यक्ति को गिरफ्तार भी किया गया है, जो पिछड़ी वर्ग (ओबीसी) से आता है. बाकी अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है.
वीडियो और गवाहों के अनुसार, पुतले पर भगवान राम का चित्र बांधा गया था, जिसे चप्पलों से पीटा गया और “जय रावण, जय रावण” के नारे लगाए गए. वीडियो में एक बुज़ुर्ग व्यक्ति पुतले को आग लगाता हुआ भी दिख रहा है. संभवतः वह लोग राम को "उत्तर भारतीय देवता" और "गैर-तमिल" कह रहे हैं, या फिर वे इसी मानसिकता से ग्रसित हैं. हालांकि इसमें नोट करने वाली बात यह है कि इस घटना में दलित समुदाय या किसी अंबेडकरवादी नेता की भागीदारी का कोई सबूत नहीं है. न ही किसी अंबेडकरवादी संगठन ने इस घटना का समर्थन किया है. तमाम दलित युवाओं ने इस घटना की निंदा भी की. इसके बावजूद हिंदू समुदाय के बड़े बड़े अकाउंट दलितों और बाबासाहेब के खिलाफ दुष्प्रचार फैलाते हुए जो नफ़रत फैला रहे हैं, वह बेहद निंदनीय और शर्मनाक है.
गौरतलब हो कि तमिलनाडु में द्रविड़ आंदोलन के दौर में इस तरह के एंटी-वेदिक या एंटी-हिन्दू देवता आंदोलनों की ऐसी कई घटनाएँ हुई हैं. लेकिन बोधिसत्व बाबासाहेब अंबेडकर के अनुयायी कभी भी ऐसे हिंसक या अपमानजनक कृत्यों जैसे धार्मिक प्रतीकों के पुतले फूँकना आदि का समर्थन नहीं करते. इसलिए, हिन्दू समाज को चाहिए कि वह असली दोषियों और संगठनों पर कार्रवाई की माँग करे, न कि इस बहाने दलित समुदाय के खिलाफ जहर उगलें या फिर बाबासाहेब आंबेडकर के अनुयाइयों को बदनाम करे.
Shaurya Mishra नाम के एक यूजर ने वीडियो शेयर कर लिखा कि, ये दृश्य देखने के बाद यदि आप रक्त नहीं खौलता हैं तो समझिएगा की आपके रक्त में गंदगी हैं .. ये दृश्य देखने के बाद नींद कैसे आएगी - अरे राम के देश में राम का पुतला फूका जा रहा हैं और चारों ओर सन्नाटा हैं ? अरे दूसरे धर्म पर बोलने मात्र से फ़तवा जारी हो जाता हैं? आदरणीय गृह मंत्री जी इस प्रकार का दुस्साहस करने वाले यदि अपने पैर पर चल पा रहे हैं तो लानत हैं 100 करोड़ हिन्दुवों के ऊपर जिन्होंने आपको ताक़त दी हुई हैं. भगवान की तस्वीर पर चप्पल मारना ये दृश्य देखा नहीं जा रहा हैं. Ramesh Tiwari नाम के एक यूजर ने वीडियो शेयर कर लिखा कि, तमिलनाडु में श्री राम का अपमान तमिलियन भीमटा ने प्रभु श्री राम की तस्वीर में लगाई आग, क्या इतने गिर गए है क्या तमिलनाडु में कोई आवाज उठाने वाला नहीं ? हिम्मत है किसी और के साथ ऐसा करने की? Prachi Shekhawat नाम के एक यूजर ने लिखा कि, भगवान श्री राम के देश में राम को चप्पलें मारी जा रही हैं राम को जलाया जा रहा है.