सुप्रीम कोर्ट में हंगामा! सुनवाई के दौरान वकील ने चीफ जस्टिस पर फेंका जूता, बोला – 'सनातन धर्म का अपमान बर्दाश्त नहीं होगा'
सुप्रीम कोर्ट में सोमवार को चौंकाने वाला वाकया हुआ जब एक वकील ने सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया बी.आर. गवई पर जूता फेंकने की कोशिश की. आरोपी वकील को तुरंत हिरासत में ले लिया गया. बाहर ले जाते समय वह चिल्लाता रहा. 'भारत सनातन धर्म का अपमान बर्दाश्त नहीं करेगा.' इस घटना के बावजूद चीफ जस्टिस ने संयम बनाए रखा और सुनवाई बिना रुके जारी रखी.;
सोमवार को देश की सर्वोच्च अदालत में एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई. इंडिया टुडे में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, सुप्रीम कोर्ट में चल रही एक सुनवाई के दौरान एक वकील ने अचानक जूता निकालकर मुख्य न्यायाधीश (CJI) बी.आर. गवई की ओर फेंकने की कोशिश की. यह घटना कोर्ट रूम में मौजूद सभी लोगों को स्तब्ध कर गई.
जूता फेंकने की कोशिश करने वाले आरोपी वकील को तत्काल सुरक्षा कर्मियों ने पकड़ लिया और बाहर ले जाया गया. इस दौरान वह चिल्लाता रहा – “भारत सनातन धर्म के अपमान को बर्दाश्त नहीं करेगा.” घटना के बावजूद मुख्य न्यायाधीश बी.आर. गवई ने पूरी शांति और संयम बनाए रखा और कोर्ट की कार्यवाही बिना किसी रुकावट के जारी रही.
अदालत में अफरा-तफरी का माहौल
घटना के दौरान कोर्ट रूम में मौजूद वकील और पत्रकार कुछ पल के लिए सन्न रह गए. जैसे ही आरोपी ने जूता फेंकने की कोशिश की, सुरक्षा कर्मियों ने तत्काल कार्रवाई की और उसे काबू में कर लिया. अदालत परिसर में अफरा-तफरी का माहौल बन गया, लेकिन चीफ जस्टिस गवई ने बिना विचलित हुए केस की सुनवाई जारी रखी.
“सनातन धर्म का अपमान नहीं सहेंगे”-आरोपी का नारा
आरोपी वकील को जब सुरक्षाकर्मी बाहर ले जा रहे थे, वह लगातार चिल्ला रहा था. भारत सनातन धर्म के अपमान को बर्दाश्त नहीं करेगा. उसके इस बयान के बाद कोर्ट परिसर में मौजूद लोगों के बीच चर्चा शुरू हो गई कि आखिर उसने ऐसा कदम क्यों उठाया.
CJI गवई की संयमित प्रतिक्रिया
इस पूरे घटनाक्रम के दौरान चीफ जस्टिस बी.आर. गवई ने अद्भुत संयम दिखाया. उन्होंने कार्यवाही रोकी नहीं और शांतिपूर्वक केस की सुनवाई जारी रखी. कोर्ट सूत्रों के अनुसार, इस मामले में सुरक्षा एजेंसियां आरोपी से पूछताछ कर रही हैं ताकि यह पता लगाया जा सके कि यह घटना पूर्व नियोजित थी या नहीं.
सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल
सुप्रीम कोर्ट जैसे उच्च सुरक्षा वाले क्षेत्र में ऐसी घटना ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं. न्यायपालिका के भीतर सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने की जरूरत अब महसूस की जा रही है. कोर्ट प्रशासन ने इस मामले की रिपोर्ट तैयार कर गृह मंत्रालय को भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी है.
दिल्ली पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है. प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार, आरोपी पेशे से वकील है और उसने अदालत में सुनवाई के दौरान अचानक यह हरकत की. पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि घटना के पीछे कोई संगठित साजिश या मानसिक अस्थिरता का मामला तो नहीं.