'सपा नेताओं के अंदर दैत्य...की आत्मा', राणा सांगा विवाद पर ये क्या बोल दिए बृजभूषण सिंह; VIDEO

भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने रामजीलाल सुमन पर तीखा हमला बोला. उन्होंने कहा कि सपा के कुछ नेताओं के अंदर दैत्य गुरु शुक्राचार्य की आत्मा प्रवेश कर गई है। बृजभूषण ने गोंडा में एक सभा के दौरान कहा, 'अगर सपा ने सांसद के बयान की निंदा नहीं की और इसे वापस नहीं लिया, तो इसका अंजाम समाजवादी पार्टी को भुगतना पड़ेगा.';

Edited By :  सागर द्विवेदी
Updated On : 23 March 2025 7:18 PM IST

समाजवादी पार्टी (सपा) के वरिष्ठ नेता और सांसद रामजीलाल सुमन इस समय विवादों में घिर गए हैं. इसका कारण राणा सांगा पर दिया गया उनका विवादित बयान है, जिसके बाद विपक्षी दलों ने उन पर तीखा हमला बोला है. खासतौर पर भाजपा ने उनके बयान पर कड़ी आपत्ति जताई है और उनसे तत्काल बयान वापस लेने की मांग की है.

भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने रामजीलाल सुमन पर तीखा हमला बोला. उन्होंने कहा कि सपा के कुछ नेताओं के अंदर दैत्य गुरु शुक्राचार्य की आत्मा प्रवेश कर गई है। बृजभूषण ने गोंडा में एक सभा के दौरान कहा, 'अगर सपा ने सांसद के बयान की निंदा नहीं की और इसे वापस नहीं लिया, तो इसका अंजाम समाजवादी पार्टी को भुगतना पड़ेगा.'

उन्होंने आगे कहा कि राणा सांगा, छत्रपति शिवाजी महाराज, संभाजी और झांसी की रानी जैसे योद्धाओं के देशभक्ति को प्रमाणपत्र देने की जरूरत नहीं है. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि रामजीलाल सुमन ने अपना बयान वापस नहीं लिया, तो सपा को इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे.

'इतिहास की सही जानकारी होनी चाहिए'

बृजभूषण शरण सिंह ने सपा सांसद की इतिहास संबंधी जानकारी पर भी सवाल उठाया. उन्होंने कहा कि यदि रामजीलाल सुमन को बाबरनामा या अन्य किसी ऐतिहासिक स्रोत से यह प्रमाण मिला है कि राणा सांगा ने बाबर को आमंत्रित किया था, तो उन्हें यह भी देखना चाहिए कि दौलत खान लोधी ने क्या किया था. उन्होंने याद दिलाया कि दौलत खान लोधी, जो पंजाब के गवर्नर थे, उन्होंने इब्राहिम लोधी के खिलाफ बाबर को आमंत्रित किया था.

अखिलेश यादव ने किया बचाव

इस पूरे विवाद में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव की प्रतिक्रिया भी सामने आई है. हालांकि, उन्होंने सीधे तौर पर रामजीलाल सुमन के बयान का समर्थन नहीं किया, लेकिन उन्होंने इसे भाजपा द्वारा राजनीतिक रंग देने का प्रयास बताया. अखिलेश यादव का कहना है कि भाजपा को केवल राजनीतिक फायदे के लिए इस मुद्दे को तूल देना आता है.

सपा सांसद के बयान पर बढ़ता विवाद

इस पूरे प्रकरण ने राजनीतिक हलकों में हलचल बढ़ा दी है. जहां भाजपा इस मुद्दे को जोर-शोर से उठा रही है, वहीं सपा अभी भी बचाव की मुद्रा में है. भाजपा नेताओं का कहना है कि इतिहास के महान योद्धाओं पर इस तरह के विवादित बयान देने वाले नेताओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए. अब देखना यह होगा कि रामजीलाल सुमन अपने बयान पर कायम रहते हैं या राजनीतिक दबाव में इसे वापस लेते हैं। फिलहाल, इस बयान ने उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक नया विवाद खड़ा कर दिया है.

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