Skype Shutdown : बंद होने जा रहा वीडियो कॉलिंग का पायनियर, WhatsApp, Zoom ने कैसे किया गेम से बाहर?

माइक्रोसॉफ्ट 5 मई 2025 से Skype को बंद करने जा रहा है. कभी वीडियो कॉलिंग का पायनियर रहा Skype, WhatsApp और Zoom जैसी नई तकनीकों के सामने टिक नहीं पाया.;

By :  अमन बिरेंद्र जायसवाल
Updated On : 1 March 2025 1:29 PM IST

अगर आपने कभी स्काइप का इस्तेमाल किया है, चाहे दोस्तों और परिवार से बात करने के लिए या ऑफिस मीटिंग्स के लिए, तो ये खबर आपके लिए अहम है. माइक्रोसॉफ्ट ने ऐलान किया है कि 5 मई 2025 के बाद स्काइप को बंद कर दिया जाएगा.

स्काइप कभी वीडियो कॉलिंग का सबसे बड़ा नाम था. एक वक्त था जब लंबी दूरी की बातचीत के लिए स्काइप ही सबसे भरोसेमंद प्लेटफॉर्म था. यह उन शुरुआती ऐप्स में से था, जिसने लोगों को बिना किसी खर्च के इंटरनेट के जरिए जुड़ने का मौका दिया. चाहे बिजनेस मीटिंग्स हों, विदेश में बसे अपनों से बातचीत हो, या ऑनलाइन पढ़ाई – स्काइप हर जगह इस्तेमाल किया जाता था. लेकिन जैसे-जैसे टेक्नोलॉजी आगे बढ़ी, नए और ज्यादा सुविधाजनक विकल्प मार्केट में आ गए, जिससे स्काइप धीरे-धीरे पीछे छूट गया.

अब, माइक्रोसॉफ्ट ने इसे पूरी तरह से बंद करने का फैसला कर लिया है. इसका मतलब यह है कि आने वाले समय में माइक्रोसॉफ्ट स्काइप को सपोर्ट करना बंद कर देगा, और इसे किसी भी नए अपडेट या फीचर अपग्रेड्स नहीं मिलेंगे.

Skype: वीडियो कॉलिंग का बेताज बादशाह

2003 में लॉन्च हुआ स्काइप उस दौर में कम्युनिकेशन की दुनिया में बड़ा बदलाव लेकर आया था. तब वीडियो कॉलिंग आम नहीं थी, लेकिन स्काइप ने इसे आसान बना दिया. लोग बिना ज्यादा झंझट के दुनिया के किसी भी कोने में अपनों से कनेक्ट हो सकते थे.

2011 में माइक्रोसॉफ्ट ने स्काइप को 8.5 बिलियन डॉलर में खरीद लिया. उम्मीद थी कि अब यह और बेहतर होगा, लेकिन धीरे-धीरे नए कॉम्पिटीटर्स आने लगे और स्काइप की पकड़ ढीली पड़ने लगी.

WhatsApp और Zoom: कैसे Skype हुआ आउट ऑफ़ गेम?

2015-16 में जब व्हाट्सएप ने वॉइस और वीडियो कॉलिंग फीचर लॉन्च किया, तो स्काइप की मुश्किलें बढ़ गईं. लोगों को अब अलग से स्काइप इंस्टॉल करने और लॉगिन करने की जरूरत नहीं थी. बस व्हाट्सएप पर ही एक टैप में कॉल हो जाती थी.

फिर आया कोविड-19 का दौर, जब पूरी दुनिया वर्क फ्रॉम होम कर रही थी. तब ज़ूम ने तेजी से अपनी जगह बना ली. इसका सिंपल इंटरफेस और बड़ी मीटिंग्स को मैनेज करने की क्षमता इसे फेवरेट बना गई. वहीं, माइक्रोसॉफ्ट ने भी स्काइप को छोड़कर अपनी टीम्स ऐप को आगे बढ़ाने पर ज्यादा ध्यान देना शुरू कर दिया.

Microsoft Teams: नया ऑप्शन

अब जब स्काइप बंद होने जा रहा है, माइक्रोसॉफ्ट अपने यूजर्स को टीम्स पर शिफ्ट होने की सलाह दे रहा है. अगर आप स्काइप यूजर हैं, तो घबराने की जरूरत नहीं. आप अपनी पुरानी आईडी से ही टीम्स पर लॉगिन कर सकते हैं और वहां से अपनी बातचीत जारी रख सकते हैं.

स्काइप क्यों फेल हुआ?

स्काइप के पीछे हटने की सबसे बड़ी वजह रही इसका धीरे-धीरे अपडेट होना. जहां व्हाट्सएप और ज़ूम ने मार्केट की जरूरतों को जल्दी समझ लिया और नए फीचर्स लाते रहे, वहीं स्काइप पुराने इंटरफेस और लिमिटेड फीचर्स में फंसा रह गया. ऊपर से माइक्रोसॉफ्ट ने भी इसे ज्यादा तवज्जो नहीं दी, जिससे यह धीरे-धीरे बाहर हो गया.

5 मई 2025 के बाद, स्काइप ऑफिशियली बंद हो जाएगा. कभी यह वीडियो कॉलिंग का बादशाह हुआ करता था, लेकिन टेक्नोलॉजी के साथ अपडेट न होने की वजह से यह पीछे छूट गया.

अगर आप स्काइप यूजर हैं, तो अपने पुराने चैट्स और डेटा का बैकअप लेना न भूलें. अब वक्त है नई तकनीकों को अपनाने और आगे बढ़ने का.

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