सितंबर में सैलाब का सितम! पंजाब में 3 लाख लोगों ने छोड़ा घर तो वहीं दिल्ली में यमुना कर रही खबरदार, कहां-कहां बारिश से भयंकर तबाही?
उत्तर भारत में सितंबर की लगातार बारिशों ने भारी तबाही मचा दी है. पंजाब में करीब 3 लाख लोग बाढ़ के खतरे के चलते अपने-अपने घरों से विस्थापित हुए हैं. यमुना नदी में दिल्ली में जलस्तर बढ़ गया है, जिससे जलभराव और ट्रैफिक जाम जैसी समस्याएं उत्पन्न हुई हैं. हिमाचल, उत्तराखंड, हरियाणा, राजस्थान और जम्मू-कश्मीर में भी बाढ़ और बारिश से जनजीवन प्रभावित हुआ है. राहत और बचाव कार्य तेजी से जारी हैं, वहीं स्कूल और कॉलेज कई जगहों पर बंद कर दिए गए हैं.;
उत्तर भारत में लगातार हो रही भारी बारिश ने जनजीवन को पूरी तरह प्रभावित कर दिया है. दिल्ली-एनसीआर में लगातार बारिश के चलते नोएडा और गाजियाबाद के सभी स्कूलों को 3 सितंबर को बंद रखने का फैसला लिया गया है. जिला प्रशासन ने यह कदम छात्रों और स्कूल स्टाफ की सुरक्षा को ध्यान में रखकर उठाया है. मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में और बारिश की चेतावनी जारी की है तो वहीं पंजाब में बारिश से अब तक 30 लोगों की जान चुकी है.
इतना ही अगस्त के महीने में जम्मू- कश्मीर, हिमाचल और उत्तराखड़ इन तीन राज्यों में भयानक बाढ़ का सामने करना पड़ा और मौत का आंकड़ा भी लगातार बढ़ ही रहा है. वहीं अब दिल्ली NCR से सटे इलाके भी बारिश से खबरदार नजर आ रहे है इतना ही सड़को पर इस कदर टॉफिक लग रहा है कि 35 मिनट के रास्ते में करीब 8 घंटे से ज्यादा समय लग है और ऐसे में सोच सकते हैं दिल्ली और गुरुगाम की सड़कों पर गाड़ियों का कितना विकराल रूप होगा. सोचने वाली बात यह है कि सिंतबर का महीना लग चुका है और बारिश विदाई लेने की बजाय सितम पर सितम-बर हो रही है.
दिल्ली और एनसीआर में जलभराव की स्थिति ने यातायात और आवाजाही को मुश्किल बना दिया है. कई इलाकों में सड़कों पर पानी जमा होने से सड़क यातायात धीमा हो गया है. कई प्राइवेट और सरकारी स्कूल ऑनलाइन कक्षाओं का विकल्प भी अपनाएंगे ताकि शैक्षणिक नुकसान न हो, जबकि कुछ स्कूल पूरी तरह बंद रहेंगे.
पंजाब में बाढ़ का भय
पंजाब में सतलज, ब्यास, रावी और घग्गर नदियों के उफान पर आने से करीब 1,000 से ज्यादा गांव बाढ़ की चपेट में हैं. प्रभावित इलाकों में एनडीआरएफ, सेना और जिला प्रशासन राहत और बचाव कार्य में जुटे हैं. मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और कहा, “कुदरत के आगे हम क्या कर सकते हैं.” मौसम विभाग ने राज्य में रेड अलर्ट जारी किया है, जिससे बाढ़ राहत की संभावना कम दिखाई दे रही है.
दिल्ली में यमुना का खतरा
दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। केंद्रीय जल आयोग (CWC) ने 2 सितंबर को शाम 5 बजे से यमुना पुलों पर यातायात रोकने का निर्देश जारी किया है. नोएडा और अन्य एनसीआर क्षेत्रों में भारी जलभराव से स्कूल और कॉलेज बंद रहेंगे.
हरियाणा और उत्तर प्रदेश में स्थिति
हरियाणा के जिलो में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। जिला प्रशासन ने 5 सितंबर तक अलर्ट जारी किया है। उत्तर प्रदेश में भी कई जिलों में जलभराव और वज्रपात से मौतें हुई हैं. मौसम विभाग ने पश्चिमी यूपी के लिए भारी बारिश की चेतावनी दी है.
हिमाचल और उत्तराखंड में अलर्ट
उत्तराखंड में गौला नदी के किनारे रहने वालों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। हिमाचल प्रदेश में छह राष्ट्रीय राजमार्ग और 1,000 से अधिक सड़कें बंद कर दी गई हैं। रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी है।
बिहार, राजस्थान और जम्मू-कश्मीर
बिहार के दक्षिण-पश्चिम जिलों में भारी बारिश जारी है. राजस्थान के कई जिलों में अगले 5 दिनों तक बारिश की संभावना है. जम्मू-कश्मीर में तेज बारिश के चलते यातायात प्रभावित हुआ है और माता वैष्णो देवी यात्रा स्थगित रही.
एनसीआर में यातायात और शिक्षा प्रभावित
नोएडा के सेक्टर 62, सेक्टर 18 और ग्रेटर नोएडा में भारी जलभराव के चलते यातायात बाधित हुआ है. गुड़गांव और गाजियाबाद में भी प्रशासन ने अनावश्यक यात्रा से परहेज करने को कहा है। मेट्रो सेवा सामान्य रूप से चालू है, लेकिन रोड यातायात धीमा होने से यात्री अधिक हो गए हैं.