18 साल बाद माता-पिता ने मांगे बेटी के अवशेष, कोर्ट से मिली सिर्फ टूटी-फूटी खोपड़ी

केरल की 13 साल की लड़की साफिया की 18 साल पहले हत्या कर दी गई थी. अदालत से माता-पिता ने अपनी बेटी के शव के टुकड़ों की मांग की है, जिसके बदले में उन्हें बेटी की खोपड़ी मिली है. अब पेरेंट्स बेटी का दाह संस्कार करेंगे.;

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Edited By :  हेमा पंत
Updated On : 15 Oct 2025 5:19 PM IST

इससे अधिक भयानक और क्या हो सकता है? एक मां-बाप को 18 साल बाद अपनी बेटी के अवशेष सौंपे जा रहे हों. यह सोचकर ही दिल दहल जाता है, लेकिन जब आप उस दृश्य की कल्पना करेंगे, तो रूह कांप जाएगी. केरल की कासरगोड अदालत से एक छोटे से गत्ते के डिब्बे में जब वे अपने हाथों में अपनी प्यारी बेटी के खोपड़ी के कुछ टुकड़े ले रहे थे, तो उनकी कांपती उंगलियां और उनके चेहरे पर दर्द का सैलाब साफ दिख रहा था.

उनके दिल में गहरी दरार थी, आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे थे. 18 साल पहले जो उनकी बेटी छिन गई थी, आज उसी के अवशेष उन कटी-फटी यादों के टुकड़े वापस मिल रहे थे. उन आंखों में जो ग़म था, वह शब्दों से परे था और उस क्षण में उनकी पूरी दुनिया उजड़ गई थी.

मालिक ने की लड़की की हत्या

यह बात साल 2006 की है, जब गोवा पुलिस ने साफिया को मृत घोषित किया था. इस समय साफिया की उम्र 13 साल थी. इस मामले में पुलिस का कहना था कि सोफिया का मर्डर किया गया है. साफिया कासरगोड के एक ठेकेदार के. सी. हमसा के घर में हेल्पर का काम करती थी, जहां एक दिन वह जल गई थी. ऐसे में हमसा डर गया था कि उसे सजा होगी और उसने सोफिया की हत्या कर दी.

शरीर के किए कई टुकड़े

आप यह जान हैरान हो जाएंगे कि हमसा ने साफिया की हत्या करने के बाद उसके शरीर के कई टुकड़े किए. इसके बाद सभी टुकड़ों को इकट्ठा कर गोवा के एक बन रहे बांध वाली जगह पर फेंक दिया था. हत्या के करीब 2 साल बाद 2008 में लाश के टुकड़े मिले थे. इस पर पुलिस ने बताया कि इस हत्या में शामिल आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया था. इसके बाद कोर्ट में मामला पहुंचा, जहां 7 साल बाद यानी 2015 में ड्रिस्ट्रिक कोर्ट ने आरोपी को मौत की सजा दी.

केरल हाई कोर्ट ने बदला फैसला

डिस्ट्रिक कोर्ट के बाद यह मामला केरल हाई कोर्ट में गया, जहां इस फैसले को बदला गया. आरोपी को साल 2019 में मौत के बजाय आजीवन कारावास की सजा सुनाई. जब माता-पिता को इस बात की खबर मिली कि दोषी को अदालत ने सजा दे दी है, तो उन्हें लगा कि सोफिया का अंतिम संस्कार करना चाहिए.

सा18 साल बाद मांगे बेटी के अवशेष, डिब्बे में थमाई टूटी-फूटी खोपड़ी, देख कर कांप उठे मां-बापफिया कर्नाटक के कुर्ग की रहने वाली थी. ऐसे में लड़की के परिवार वालों ने अदालत से मांग कर अपनी लड़की के शव के टुकड़े सौंपने के लिए कहा, ताकि वह सही तरीके से बेटी का दाह संस्कार कर सकें. माता-पिता की इस मांग को केरल में कासरगोड मुख्य सत्र अदालत ने स्वीकार कर उन्हें लड़की की खोपड़ी सौंप दी गई है.

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