UPI नियम से लेकर LPG की कीमत तक, 1 अगस्त से होने जा रहे ये बड़े बदलाव; जानिए डिटेल में
1 अगस्त से NPCI द्वारा UPI में बैलेंस चेक, ऑटोपे और API उपयोग पर नए नियंत्रण लागू होंगे. साथ ही, क्रेडिट लाइन UPI से जुड़ने की सुविधा 31 अगस्त से शुरू होगी. RBI बाजारों के ट्रेडिंग घंटों को बढ़ा रहा है, जबकि LPG दरों में केवल कमर्शियल सिलिंडरों पर कटौती हुई है. SBI समेत कई क्रेडिट कार्ड्स पर मुफ्त बीमा कवरेज समाप्त कर दिया गया है. इन बदलावों का असर आम उपभोक्ता और वित्तीय कारोबार दोनों पर पड़ेगा.;
UPI new rules, commercial LPG cylinder new rate: आज 1 अगस्त है. हर महीने की एक तारीख को हमें कई बदलाव देखने को मिलते हैं, जो आम लोगों को जानना बहुत जरूरी होता है. चाहे वह गैस सिलेंडर की कीमतें हों या यूपीआई नियमों बदलाव... इस महीने की शुरुआत भी देश में कई अहम वित्तीय बदलावों के साथ हुई है.
नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) से लेकर भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) और तेल कंपनियों तक, सभी ने आम उपभोक्ताओं की जेब और डिजिटल लेन-देन पर असर डालने वाले फैसले लिए हैं. आइए जानते हैं कि शुक्रवार यानी आज से क्या कुछ बदलने जा रहा है...
1-UPI में नए नियम (NPCI लागू)
- बैलेंस चेक सीमा प्रति दिन 50 बार प्रति ऐप होगी.
- ऑटोपे पेमेंट्स केवल गैर‑पीक घंटों में प्रोसेस होंगे (दिन में दो स्लॉट्स)
- बैंकों को हर लेनदेन पर तत्काल बैलेंस अपडेट भेजना अनिवार्य होगा.
- अब रजिस्टर किए गए बैंक का नाम भुगतान करते समय दिखेगा, जिससे धोखाधड़ी की आशंका कम होगी. s
2- क्रेडिट लाइन्स को UPI से लिंक करने की सुविधा
31 अगस्त से FD, शेयर, संपत्ति से सम्बद्ध पूर्व-स्वीकृत क्रेडिट लाइन को UPI द्वारा भुगतान और कैश निकासी के लिए इस्तेमाल किया जा सकेगा. (नियमित सीमा: ₹1 लाख/दिन; कैश ₹10,000; P2P 20 ट्रांजैक्शन्स)
3- मार्केट रेपो और TREP ट्रेडिंग घंटे बढ़े
RBI के निर्देशानुसार, अब से कॉल मनी, मार्केट रेपो और TREP सेगमेंट में ट्रेडिंग का समय 4:00 PM तक बढ़ा दिया गया है. पहले यह 3:00 PM तक था।
4- LPG सिलिंडर की कीमतों में बदलाव
19 किलो का कमर्शियल LPG सिलिंडर ₹33.50 सस्ता हुआ. नई कीमत दिल्ली में ₹1,631.50. घरेलू 14.2 किलो सिलिंडर की कीमत अपरिवर्तित है (~₹853)
5- क्रेडिट कार्ड बीमा लाभ में बदलाव
SBI और अन्य को‑ब्रांडेड क्रेडिट कार्ड्स पर दिया जाने वाला फ्री एयर दुर्घटना बीमा कवरेज बंद किया गया है. ₹50 लाख और ₹1 करोड़ की सीमा वाले कार्ड शामिल हैं.
1 अगस्त से लागू हुए ये वित्तीय बदलाव आम लोगों की जेब, डिजिटल आदतों और बाजार की दिशा पर गहरा असर डाल सकते हैं. खासतौर पर UPI यूजर्स और डिजिटल भुगतान करने वालों के लिए यह जानना जरूरी है कि वे अब कैसे और कितनी बार लेन-देन कर सकते हैं.