हिमाचल प्रदेश में पैराग्लाइडिंग हादसे पर सवाल, टूरिस्ट की जान से खिलवाड़, बैन के बाद किसने दी उड़ान की इजाजत?

हिमाचल प्रदेश में पैराग्लाइडिंग के दौरान एक और हादसा सामने आया है. बीते 6 महीने में यह दूसरी बड़ी दुर्घटना है, जिसने एडवेंचर स्पोर्ट्स की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. पर्यटन की चकाचौंध के पीछे क्या जिंदगी से खिलवाड़ हो रहा है? चौंकाने वाली बात यह है कि पर्यटन विभाग की उड़ान पर रोक के बावजूद किसने ऐसा करने की इजाजत दी?;

( Image Source:  ANI ( प्रतीकात्मक तस्वीर ) )
Edited By :  धीरेंद्र कुमार मिश्रा
Updated On : 15 July 2025 11:52 AM IST

हवा में उड़ने का सपना लेकर जो लोग हिमाचल की वादियों में पैराग्लाइडिंग के लिए आते हैं, उनके लिए ये रोमांच अब डर में बदलता जा रहा है. बीते 6 महीने में दूसरी बार पैराग्लाइडर क्रैश होने की घटना ने एक बार फिर सुरक्षा व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है. न तो सुरक्षा मानकों का कड़ाई से पालन हो रहा है और न ही पर्यटकों की जान की कीमत समझी जा रही है. ऐसे में सवाल उठता है-क्या हिमाचल में एडवेंचर टूरिज्म रोमांच से ज़्यादा लापरवाही का शिकार बन गया है? अहम सवाल यह है कि जब पर्यटन ने इंद्र नाग के समीप विकसित बनगोटू साइट से उड़ान की इजाजत ही तो फिर पीड़ित ने वहां से उड़ा कैसे भरी?

इस हादसे के बाद पर्यटन विभाग कांगड़ा के डिप्टी डायरेक्टर विनय धीमान ने मीडिया से बातचीत में कहा, "बनगोटू साइट से अभी तक किसी भी प्रकार की उड़ानों की अनमुति नहीं दी थी. बिना अनुमति के उड़ान भरी गई और हादसे में पर्यटक की एक मौत हुई. पर्यटन विभाग इस मामले की जांच की करेगी. नियमों का उल्लंघन करने वाले पायलट के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी."

आज से 15 सितंबर तक है उड़ान पर रोक

पैराग्लाइडिंग साइट इंद्रू नाग के समीप विकसित बनगोटू साइट पर पैराग्लाइडिंग हादसे के बाद पर्यटन विभाग ने बरसात के मौसम को देखते हुए 15 जुलाई से 15 सितंबर तक पैराग्लाइडिंग पर रोक लगा दी गई है. कांगड़ा के एएसपी हितेश लखनपाल ने बताया कि टेंडम फ्लाइंग के दौरान हादसा हुआ था और पर्यटक की मौत हो गई है.

क्या है पैराग्लाइडिंग हादसा?

हिमाचल प्रदेश के पैराग्लाइडिंग साइट इंद्रूनाग के समीप विकसित बनगोटू साइट पर रविवार शाम पैराग्लाइडिंग की टेंडम फ्लाइंग के दौरान हादसे में गुजरात निवासी 25 वर्षीय पर्यटक सतीश की मौत हो गई. हादसा टेक आफ प्वाइंट से उड़ान भरने के दौरान हुआ. पैराग्लाइडर पायलट सूरज निवासी टऊ (धर्मशाला) भी घायल हुआ. दोनों घायल को धर्मशाला में प्राथमिक उपचार के बाद टांडा अस्पताल रेफर किया गया, जहां पर्यटक की मौत हो गई.

जनवरी में भी हुआ था हादसा

18 जनवरी 2025 को इंद्रूनाग साइट से टेंडम फ्लाइट के दौरान युवती की मौत हो गई थी. युवती 19 वर्षीय भावेश्वर खुशी पुत्री जिग्नेश निवासी नारनपुरा अहमदाबाद गुजरात की रहने वाली थी. उस समय उड़ान सायं पौने छह बजे भरी थी. हादसे के बाद एसडीएम धर्मशाला की अध्यक्षता में जांच की थी. साथ ही सुरक्षा के सभी मानकों के तहत ही उड़ान भरने की सहमति प्रदान की थी.

उड़ान भरने के क्या हैं नियम?

पर्यटन विभाग द्वारा तय गाइडलाइंस के अनुसार पैराग्लाइडिंग ऑपरेटरों को प्रशिक्षित पायलट, लाइसेंस और सुरक्षा उपकरणों की अनिवार्यता है, लेकिन जमीनी जमीनी हकीकत इससे बहुत अलग है. पर्यटकों की भीड़ के चक्कर में कई बार अनुभवहीन पायलट भी उड़ान भरते हैं, जिससे जान को जोखिम बढ़ता है.

बीर-बिलिंग जो एशिया के सबसे लोकप्रिय पैराग्लाइडिंग स्पॉट्स में गिना जाता है, अब सुरक्षा के लिलाह से कटघरे में है. पैराग्लाइडिंग विशेषज्ञों का कहना है कि हर उड़ान से पहले मौसम की स्थिति, उपकरणों की जांच और पायलट की योग्यता की पुष्टि ज़रूरी है. साथ ही, सख्त रेगुलेशन और निगरानी ही इन हादसों पर लगाम लगा सकती है.

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