मेरा हाल लैला जैसा है! ना-पाक का चेहरा बेनकाब कर भारत लौटे औवेसी ने दिखाया दिल है 'हिंदुस्तानी वाला तेवर'

पहलगाम आतंकी हमले के बाद जब देश आहत था, तब AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने सिर्फ संसद में नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी भारत की आवाज बनकर पाकिस्तान की नापाक साजिशों को बेनकाब किया.सऊदी अरब, कुवैत, बहरीन और अल्जीरिया जैसे देशों में उन्होंने 'ऑपरेशन सिंदूर' के बहाने भारत की सख्त विदेश नीति और आतंक के खिलाफ जीरो टॉलरेंस का पैगाम पहुंचाया.;

By :  सागर द्विवेदी
Updated On : 6 Jun 2025 12:14 AM IST

Owaisi Returns after exposing Pakistan: पहलगाम आतंकी हमले के बाद जब देश आहत था, तब AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने सिर्फ संसद में नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी भारत की आवाज बनकर पाकिस्तान की नापाक साजिशों को बेनकाब किया.सऊदी अरब, कुवैत, बहरीन और अल्जीरिया जैसे देशों में उन्होंने 'ऑपरेशन सिंदूर' के बहाने भारत की सख्त विदेश नीति और आतंक के खिलाफ जीरो टॉलरेंस का पैगाम पहुंचाया.

लेकिन ओवैसी की ये आक्रमक राष्ट्रवादी छवि पाकिस्तान में कईयों के गले नहीं उतरी. वहां के मौलवियों ने उनके "पाकिस्तान मुर्दाबाद" नारों पर भड़कते हुए कहा कि उन्होंने ये सब RSS के दबाव में किया. इस पर ओवैसी का जवाब सुनिए- "ये दो कौड़ी के मौलवी हैं. इनका काम सिर्फ जहालत फैलाना है. पोलियो, गरीबी और अशिक्षा से जूझ रहे पाकिस्तान को सुधरे की फिक्र नहीं, मेरी शादी हो चुकी है चिंता न करो अब.

बिलावल भुट्टो के उस बयान पर भी ओवैसी ने खरी-खरी सुनाई, जिसमें भारत में मुस्लिमों के साथ अन्याय की बात कही गई थी. ओवैसी ने पलटवार किया, "तुम्हारे घर में आतंकवादियों ने मां को मार दिया, उनका कातिल अब तक नहीं पकड़ पाए, और हमें नसीहत दे रहे हो?"

मोदी-रिजिजू के लिए नहीं, देश के लिए गया हूं'

ओवैसी ने आजतक चैनल से बातचीत में साफ कर दिया कि जो लोग उन्हें कभी 'बी टीम' कहते थे, आज वही उनके राष्ट्रप्रेम पर सवाल उठा रहे हैं. उन्होंने कहा- 'मेरा हाल एक लैला की तरह है, जिसका जिसे मन हुआ, उसने वैसा इस्तेमाल किया. हम न मोदी के लिए गए थे, न रिजिजू के लिए- हम भारत के लिए गए थे. देश को जब ज़रूरत थी, तब मैं खड़ा हुआ.

वहीं राहुल गांधी नरेंद्रर सरेंडर वाले बयान पर औवैसी ने कहा कि इनका जवाब तो इनके पार्टी के लोग ही देंगे मैं इसमें उलझना नहीं चाहते हैं. लेकिन वहीं औवैसी ने कहा कि जब सीजफायर की बात आई तो यह देश के प्रधानमंत्री या किसी राजनीतिक नेता को बताना चाहिए था हमको ये बात ट्रंप के जारिए से मालूम हुई और पहलाम हमले की बात पार्लियामेंट के मानसून सत्र के दौरान आवाज उठाएंगे.

मौका मिलते ही मुझे लोग आतंकवादी कहते हैं...

वहीं आगे बोले कि मैं किसी के बयान से बच नहीं रहा है मुझे कोई बचाता थोड़ी है मौका मिलते ही कोई मुझे आतंकवादी कहता है कोई बी टीम कहता है. तो मैं ये कह रहा हूं कि मैं ये कह रहा हूं ये उनका बयान हैं लेकिन मैं ये कहा रहा हूं कि मुझे फर्क हैं अपने देश की आर्मी सेना पर, क्योंकि 9 और 10 तारीख की रात में गुजरात से लेकर सीमावर्ती राज्यों का बर्डर लीदप हो चुका है तो हमारे जवानों ने बड़ा अच्छा काम किया तो मुझे उस पर फर्क है और जब सवाल पूछने की बारी आएगी तो पूछूंगा.

'मैं वहीं ओवैसी हूं, बदला नहीं हूं'

जब मोदी सरकार की तरफ से उनके अंतरराष्ट्रीय प्रयासों की तारीफ़ हुई, तो लोगों ने कहा – ओवैसी बदल गया. इस पर AIMIM नेता बोले- 'मैं बदलने वाला नहीं, जब तक शरीर में सांस है, संविधान की रक्षा करूंगा, मॉब लिंचिंग हो या ट्रिपल तलाक - जो गलत होगा, उसके खिलाफ बोलूंगा.'

अमित शाह का फोन आया था... इसलिए गया' 

अमित शाह का मुझे फोन आया कि आप कहां है? उन्होंने मुझसे बात कि और मुझे जाने के लिए कहा. तो मैं गया. ये किसी को दिखाने के लिए नहीं किया गया है. मेरे दिमाग़ को कोई नहीं पलट सकता है चाहे वो कोई भी हो हमने ट्वीट किया, हमको क्यों नहीं बुला रहे हैं आप, उनको कॉल आया, हमें बुलाए और हम चले गए. लेकिन अगर कोई ये कहे कि इनके बोलने से पटल गए तो क्या कहे किसी को.

सीजफायर की खबर ट्रंप के जरिए पता चलने पर ओवैसी ने प्रधानमंत्री और सरकार को घेरा-"देश की इतनी बड़ी बात हमें अमेरिका के राष्ट्रपति से क्यों पता चलती है? क्या संसद में हम सवाल नहीं पूछ सकते?" और ये बात रखी जाएगी. अगर हो सकेगा तो ऑन कैमरा नहीं मीडिया बाहर और ऑफ कैमरा होने की डिमांड करूंगा.

अंत में अमित शाह पर तंज कसते हुए बोले- "मेरी टीम 1957 से है, किसी को बताने की जरूरत नहीं. RDJ ने हमारे चार विधायकों को खरीदा, सीमांचल की जनता की पीठ में छुरा घोंपा ये कौन सा गठबंधन है?"

Full View

Similar News