टीटीडी बोर्ड में सिर्फ हिंदू रहेंगे तो वक्फ बोर्ड में गैर हिंदू क्यों: ओवैसी ने बीआर नायडू के बयान का किया पलटवार

तिरुमाला बोर्ड द्वारा दिए गए हिंदुओं को रखने की मांग पर ओवैसी ने कहा कि एक तरफ तो टीटीडी बोर्ड में एक भी गैर हिंदू नहीं रखने की बात चल रही है और दूसरी ही तरफ वक्फ बोर्ड परिषद में दो गैर हिंदुओं को रखने का प्रावधान ला रही है.;

( Image Source:  ANI )
Edited By :  नवनीत कुमार
Updated On : 2 April 2025 1:06 PM IST

तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) बोर्ड के नवनियुक्त अध्यक्ष बीआर नायडू ने कहा था कि मंदिर परिसर में काम करने वाले सभी लोग हिंदू होने चाहिए. बीआर नायडू के इस बयान पर AIMIM के चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने पलटवार किया है.

तिरुमाला बोर्ड द्वारा दिए गए हिंदुओं को रखने की मांग पर ओवैसी ने कहा कि एक तरफ तो टीटीडी बोर्ड में एक भी गैर हिंदू नहीं रखने की बात चल रही है और दूसरी ही तरफ वक्फ बोर्ड परिषद में दो गैर हिंदुओं को रखने का प्रावधान ला रही है.

उनका कहना है कि टीटीडी और वक्फ दोनों ही बोर्ड हिंदू और मुसलमान धर्म का बोर्ड है. ऐसे में इन दोनों में समानताएं क्यों नहीं हो सकती? उन्होंने सवाल खड़े करते हुए कहा कि टीटीडी में अगर ट्रस्टीज मुस्लिम नहीं हो सकते हैं, तो वक्फ बोर्ड में भी गैर मुस्लिम क्यों होना चाहिए?

वक़्फ में नॉन मुस्लिमों को क्यों रखा जा रहा

ओवेसी ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि मोदी सरकार कह रही है कि सेंट्रल वक्फ काउंसिल में दो गैर मुस्लिम होने चाहिए. आखिर ऐसे कानून वक्फ बिल में क्यों लाए जा रहे हैं? औवेसी ने कहा कि स्टेट बोर्ड में मुस्लिम सदस्य रखने की मांग है. इस मांग को उस बिल में कम कर दिया जा रहा है. उनका दावा है कि क्या वक्फ बोर्ड में नॉन मुस्लिमों को क्यों रखा जा रहा है?

वक्फ के प्रस्तावित बिल पर है एतराज

AIMIM सांसद ने कहा कि हमें ऐतराज वक्फ बोर्ड को लेकर प्रस्तावित बिल पर है. मोदी सरकार कह रही है कि सेंट्रल वक्फ काउंसिल में दो गैर मुस्लिम होने चाहिए. आखिर वक्फ बिल में इस तरह के प्रावधान क्यों ला रहे हैं? इसी तरह स्टेट वक्फ बोर्ड में सभी मुस्लिम सदस्य रखने की मांग है, लेकिन प्रस्तावित बिल में उसे भी कम कर दिया जा रहा है.

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