अडानी से जुड़ा नया विवाद! 'मोदी और अडानी एक हैं तो सेफ हैं', राहुल गांधी ने लगाया PM से 'सांठगांठ' का आरोप
Gautam Adani- BJP VS Congress: सीनियर कांग्रेस लीडर जयराम रमेश ने कहा कि अमेरिकी सिक्योरिटी और एक्सचेंज कमीशन की ओर से गौतम अडानी और अन्य पर अभियोग लगाए जाने से उनकी पार्टी की संयुक्त संसदीय समिति से जांच कराने की मांग सही साबित होती है.;
Gautam Adani- BJP VS Congress: अमेरिकी सिक्योरिटी और एक्सचेंज कमीशन ने गौतम अडानी पर रिश्वत देने और धोखाधड़ी के संगीन आरोप लगाए हैं. अब ये मौका कांग्रेस के लिए शानदार है, जिसका फायदा उठाना पार्टी ने शुरू भी कर दिया है. आरोप के कुछ ही घंटो बाद कांग्रेस ने अडानी ग्रुप के लेन-देन की संयुक्त संसदीय समिति (JPC) से जांच कराने की अपनी मांग दोहराई है.
कांग्रेस ने इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए उनके और गौतम अडानी के बीच कथित आंतरिक सांठगांठ की ओर इशारा किया. सीनियर कांग्रेस लीडर जयराम रमेश ने कहा कि गौतम अडानी और अन्य पर अमेरिकी सिक्योरिटी और एक्सचेंज कमीशन की ओर से लगाए गए अभियोग, उनकी पार्टी की JPC जांच की मांग को सही ठहराता है. इसे लेकर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर जोरदार हमला बोला है. उन्होंने पीएम पर अडानी से साठगांठ का आरोप लगाया है.
कोर्ट में होगा असली फैसला :अडानी ग्रुप
अडानी ग्रुप के स्पोकपर्सन ने कहा, 'अमेरिकी न्याय विभाग और अमेरिकी सिक्योरिटी और एक्सचेंज कमीशन की ओर से अडानी ग्रीन के निदेशकों के खिलाफ लगाए गए आरोप निराधार हैं और उनका खंडन किया गया है. जैसा कि अमेरिकी न्याय विभाग ने खुद कहा है, अभियोग में लगाए गए आरोप आरोप हैं और जब तक दोषी साबित नहीं हो जाते, तब तक प्रतिवादियों को निर्दोष माना जाएगा. सभी संभव कानूनी उपाय किए जाएंगे.'
अडानी को बचा रहे पीएम: राहुल गांधी
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने गौतम अडानी को लेकर कहा कि अडानी ने 2000 करोड़ का घोटाला किया और उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए. मगर देश के पीएम नरेंद्र मोदी अडानी को बचा रहे हैं. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी गौतम अडानी का सपोर्ट करते हैं. घोटाले के बावजूद उनके खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया जा रहा है और न लिया जाएगा.
राहुल ने अडानी मामले में JPC की मांग की और कहा कि हम इस मामले को संसद में उठाएंगे. गौतम अडानी ने पूरे देश को हाईजैक कर लिया है. घोटाले के बावजूद अडानी जेल से बाहर क्यों हैं? यहां छोटे अपराधी को तुरंत जेल में डाल दिया जाता है और अडानी इतने दिन से जेल से बाहर हैं.
कांग्रेस फिर मांगे सवालों के जवाब
जयराम रमेश ने कहा कि कांग्रेस जनवरी 2023 से अडानी और उनके व्यापारिक सौदों से जुड़ी कथित अनियमितताओं पर चिंता जताते हुए जांच की मांग कर रही है. उन्होंने पार्टी की 'हम अडानी के हैं' सीरीज का जिक्र किया, जिसमें कथित घोटालों और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गौतम अडानी के बीच संबंधों के बारे में 100 सवाल उठाए गए थे. उन्होंने ये भी कहा कि कांग्रेस के इन सवालों का अब तक जवाब नहीं मिला है.
'भारतीय निवेशकों के साथ विश्वासघात'
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने गौतम अडानी और उनके समूह के खिलाफ आरोपों को भारतीय इन्वेस्टर्स के साथ विश्वासघात बताया है. पवन खेड़ा दावा किया कि अडानी के समूह ने कॉन्ट्रैक्ट हासिल करने के लिए 2020 और 2024 के बीच भारतीय सरकारी अधिकारियों को रिश्वत दी.
बीजेपी का पलटवार
भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने अडानी ग्रीन एनर्जी और अमेरिका स्थित एज़्योर पावर से जुड़े आरोपों के बारे में विपक्ष की आलोचना को बकवास बताया है. उन्होंने कहा कि अभियोग में लगाए गए आरोप केवल आरोप हैं और जब तक दोषी साबित नहीं हो जाते हैं, तब तक डिफेंडेंट को निर्दोष माना जाता है. मालवीय ने आरोप लगाया कि जुलाई 2021 से फरवरी 2022 के बीच चार विपक्षी शासित राज्यों – ओडिशा, तमिलनाडु, छत्तीसगढ़ और आंध्र प्रदेश में एसडीसी को भुगतान किया गया.
उन्होंने कहा, 'अडानी ने एज़्योर पावर के साथ मिलीभगत करके इन राज्यों को 265 मिलियन डॉलर के बराबर राशि का भुगतान किया, जिसमें सबसे बड़ी राशि आंध्र प्रदेश को मिली.' उन्होंने सवाल उठाया कि कांग्रेस और उसके सहयोगी दल उस मुद्दे पर ध्यान क्यों नहीं दे रहे हैं, जिसे उन्होंने उस समय अपने नियंत्रण में आने वाली राज्य सरकारों की ओर से स्वीकार किया था.
अडानी पर लगे ये आरोप
अमेरिकी अधिकारियों ने अडानी पर भारत में अपनी फर्म की सौर ऊर्जा परियोजना के बारे में जानकारी छिपाकर इन्वेस्टर्स को धोखा देने का आरोप लगाया है, जिसमें कथित तौर पर रिश्वतखोरी शामिल थी. अभियोग के मुताबिक, अडानी पर सिक्योरिटी फ्रॉड और कांस्पीरेसी का आरोप लगाया गया है. यह मामला अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड और एक अन्य संगठन के बीच भारत सरकार को 12 गीगावाट सौर ऊर्जा की आपूर्ति के लिए हुए समझौते से जुड़ा है. मामले को लेकर अडानी पर 265 मिलियन डॉलर (करीब 2236 करोड़ रुपये) की रिश्वत देने और इसे छिपाने का आरोप है.