आंखें निकालकर खेली गोटी... मुबंई में आवारा कुत्ते की निर्मम हत्या, शख्स ने पहले बेजुबान को मारा फिर...

Mumbai News: मुबंई में एक व्यक्ति ने एक आवारा कुत्ते को मार डाला और बाद में सड़क पर उसकी एक आंख निकालकर गोटी खेलने लगा. घटना के कुछ वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए हैं, जिनमें वह व्यक्ति शांत होकर जमीन पर बैठा दिखता है, मृत कुत्ते के पास आंख की गेंद से खेलते हुए.;

( Image Source:  canava )

Mumbai News: हाल ही में देश भर में आवारा कुत्तों की सुरक्षा को लेकर डॉग लवर्स का प्रेम सड़कों पर देखने को मिला. सुप्रीम कोर्ट के कुत्तों के शेल्टर होम में डालने के आदेश के बाद लोगों में गुस्सा देखने को मिला. इस बीच मुंबई से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई. यहां एक बेजुबान की निर्मम हत्या कर दी गई.

जानकारी के अनुसार, महाराष्ट्र के मुंब्रा इलाके का यह मामला है, जिसने सबको झकझोर कर रख दिया है. एक व्यक्ति ने एक आवारा कुत्ते को मार डाला और बाद में सड़क पर उसकी एक आंख निकालकर गोटी खेलने लगा. इस घटना का वीडियो सामने आया, जिसे देखकर पशु प्रेमी गुस्से में आ गए हैं.

क्या है मामला?

घटना मंगलवार शाम की बताई जा रही है. आरोपी ने सार्वजनिक सड़क पर कुत्ते पर हमला किया. मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि आरोपी ने कुत्ते की आंख निकाल दी और लोगों के सामने आंख के साथ छेड़खानी करता दिखा. घटना के कुछ वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए हैं, जिनमें वह व्यक्ति शांत होकर जमीन पर बैठा दिखता है, मृत कुत्ते के पास आंख की गेंद से खेलते हुए.

पुलिस ने लिया एक्शन

कुत्ते की हत्या की जानकारी मिलते ही पशु कल्याण संगठन और स्थानीय लोगों ने पुलिस स्टेशन जाकर आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है. पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की धारा 325 (गंभीर चोट पहुंचाने) और पशुओं की क्रूरीता रोकथाम अधिनियम के तहत FIR दर्ज की. हालांकि अभी तक यह साफ नहीं है कि आरोपी को गिरफ्तार किया गया है या नहीं.

यूपी में आवारा कुत्तों को सजा देने की तैयारी

उत्तर प्रदेश में आवारा कुत्तों का आतंक बढ़ता जा रहा है. बिना परेशान किए बुजुर्गों और बच्चों पर कुत्ते हमला कर रहे हैं. अब यूपी सरकार ने लोगों की सुरक्षा को देखकर बड़ा फैसला लिया है, जिसके तहत अगर कोई आवारा कुत्ता बिना उकसावे के किसी व्यक्ति को पहली बार काटता है, तो उसे दस दिन के लिए पशु केंद्र में रखा जाएगा, उसकी नसबंदी की जाएगी और फिर माइक्रोचिप लगाकर वहीं के इलाके में छोड़ा जाएगा.

नए निर्देशों के मुताबिक, एक जांच टीम बनाई जाएगी जिसमें पशुधन विभाग का अधिकारी, स्थानीय निकाय का प्रतिनिधि और एसपीसीए का सदस्य शामिल होंगे. टीम का काम यह निर्धारित करना होगा कि कुत्ता हमला करने के लिए प्रेरित किया गया था या नहीं. अगर प्रेरित करने के कोई प्रमाण नहीं मिलते हैं, तो कुत्ते को एबीसी सेंटर में आजीवन रखा जाएगा.

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