होटल का अनोखा जुगाड़! चप्पल चोरी रोकने के लिए निकाला मज़ेदार प्लान

मुंबई के एक होटल ने गेस्ट्स द्वारा चप्पलें चोरी करने की आदत रोकने के लिए नया तरीका निकाला- अब वे जोड़ीदार चप्पलें नहीं, बल्कि अलग-अलग रंग की चप्पलें दे रहे हैं! लेकिन क्या ये ट्रिक सच में काम करेगी? इंटरनेट पर लोगों के मज़ेदार रिएक्शन वायरल हो गए.;

By :  अमन बिरेंद्र जायसवाल
Updated On : 2 March 2025 4:42 PM IST

हम भारतीयों की जुगाड़बाज़ी और 'स्मृति चिह्न' इकट्ठा करने की कला का कोई तोड़ नहीं! होटल में रहने गए? तो चप्पल, तौलिया, शैंपू की छोटी बोतलें और कभी-कभी बैडशीट तक 'यादगार' के तौर पर समेट ले आते हैं. होटल वाले भी अब इस 'परंपरा' से परेशान होकर अपना दिमाग दौड़ा रहे हैं.

मुंबई के एक होटल ने इस चोरी से निपटने के लिए ऐसा हथकंडा अपनाया कि लोग या तो हंस-हंस कर लोटपोट हो रहे हैं या कह रहे हैं, 'भाई, ये भी कोई रोकने का तरीका हुआ?'

होटल का नया 'हाई-फाई' प्लान-जोड़ियों का बंटवारा!

अब तक तो होटल्स में आपको साफ-सुथरी, एक जैसी दो चप्पलें मिलती थीं, लेकिन इस होटल ने अपनी क्रिएटिविटी के नाम पर नया कांड कर दिया-उन्होंने दो mismatched (मतलब अलग-अलग रंग और डिज़ाइन वाली) चप्पलें देना शुरू कर दिया!

अब होटल वालों का लॉजिक सुनिए-अगर चप्पलें अलग-अलग होंगी, तो लोग शर्मिंदा होंगे और उन्हें पहनकर बाहर नहीं जाएंगे. वाह भाई वाह! जैसे चोरी करने वालों में शर्म बची हो! मतलब, जिसने ठान लिया कि होटल की चप्पल घर लेकर ही जाना है, उसके लिए यह भी कोई रुकावट है?

X (पहले ट्विटर) पर बवाल-लोग बोले, फिर भी ले जाएंगे!

X यूज़र 'थेजस्वी उद्दपा' ने इस जुगाड़ की तस्वीर शेयर की, जिसमें ग्रे बाथ मैट पर 'AKINT' लिखा था और उसके ऊपर दो अलग-अलग दिखने वाली चप्पलें रखी थीं. फिर क्या था-इंटरनेट पर कमेंट्स की बाढ़ आ गई!

एक यूज़र ने लिखा, 'अरे भाई, हम भारतीय हैं! चप्पलें mismatched हो या neon pink, घर ले जाकर पहन ही लेंगे!'

दूसरे ने ठहाका मारते हुए कहा, 'अगला स्टेप ये होगा कि दाएं पैर की चप्पल कमरे नंबर 101 में मिलेगी और बाएं पैर की 202 में!'

किसी ने तो सीधा होटल वालों को ही चुनौती दे डाली-'अब ज़रा तौलिया mismatched करके दिखाओ!'

लेकिन सवाल ये है - ये ट्रिक चलेगी?

अब देखिए, जो लोग होटल की चप्पलें उठा ले जाते हैं, वे अपनी प्रोग्रामिंग में हार्डकोडेड होते हैं! उन्हें रंग और डिज़ाइन से कोई फर्क नहीं पड़ता. जो घर पर सालों से मिसमैच मोज़े पहन रहे हैं, उन्हें mismatched चप्पलें भी आराम से अपनाने में दिक्कत नहीं होगी.

वैसे भी, इस देश में लोग 'चोरी की चीज़ में और मज़ा आता है!' वाली फिलॉसफी पर जीते हैं. चाहे चाय के खोखे से चीनी उठाकर लाना हो या रिश्तेदार के घर से चम्मच 'लॉन्ग टर्म लोन' पर ले आना-हमारे अंदर जुगाड़ का DNA बसा हुआ है.

बड़ी समस्याओं के लिए बड़ी चालाकी?

होटल वाले सोच रहे हैं कि उन्होंने चोरी रोकने का जादुई तरीका खोज निकाला, लेकिन असली सवाल ये है-क्या इससे सच में फर्क पड़ेगा? शायद कुछ लोग हिचकेंगे, लेकिन hardcore होटल चप्पल चोरों के लिए यह सिर्फ एक नया चैलेंज है. 'Mismatched? Challenge accepted!'

अब सोचिए, अगला कदम क्या होगा? होटल वाले टूथब्रश के बाल टेढ़े-मेढ़े कर देंगे? तौलिया एक साइड से कटा-फटा देंगे? या फिर 'अगर चप्पल चुराई तो CCTV में चेहरा इंस्टाग्राम पर पोस्ट कर देंगे' वाला धमकी बोर्ड लगा देंगे?

आखिर में, हम भी कम नहीं!

चप्पल चुराने वाले तो चप्पल चुराएंगे ही, चाहे होटल वाले mismatched दें, neon ग्रीन में दें या एक चप्पल बाथरूम में और दूसरी छत पर रखें! लेकिन होटल का यह तरीका बता रहा है कि रचनात्मकता की कोई सीमा नहीं होती-खासकर जब ग्राहक ही दिमाग का दही करने में उस्ताद हों!

तो आप बताइए-अगर आपको mismatched चप्पलें दी जाएं, तो क्या आप उन्हें पहनेंगे या 'यादगार' के तौर पर घर ले ही जाएंगे? 

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