दिल्ली-NCR से लेकर देशभर में मानसून का असर, हिमाचल में फटे बदल, रोकी गई अमरनाथ की यात्रा; जानें यूपी का क्या है हाल
उत्तराखंड में भी हालात गंभीर हैं भूस्खलन की वजह से गौरीकुंड हाईवे तीन दिन से बंद पड़ा है, जिस कारण केदारनाथ यात्रा लगातार तीसरे दिन भी रुकी रही. राजस्थान में लगातार बारिश से हालात बिगड़ गए हैं. 16 जिलों में स्कूलों को बंद कर दिया गया है.;
नई दिल्ली से मानसून का असर देशभर में दिख रहा है. पहाड़ी राज्यों से लेकर मैदानी इलाकों तक लगातार बारिश हो रही है, जिससे जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो गया है. कई जगह बाढ़, भूस्खलन और बादल फटने की घटनाएं सामने आई है. इसके कारण कुछ तीर्थ यात्राएं रोकी गई हैं, सड़कें बंद हो गई हैं, मकान और स्कूल गिर गए हैं और कई लोगों की जान भी चली गई है. आइए जानते हैं अलग-अलग राज्यों में क्या हालात हैं.
जम्मू-कश्मीर में लगातार हो रही भारी बारिश के कारण अमरनाथ यात्रा को 3 अगस्त तक रोक दिया गया है. बालटाल और पहलगाम दोनों मार्गों पर बारिश से नुकसान हुआ है, जिन्हें ठीक करने का काम चल रहा है. जम्मू के भगवती नगर से श्रद्धालुओं के जत्थे को भी शुक्रवार को नहीं रवाना किया गया श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए यह कदम उठाया गया है.
उत्तराखंड में केदारनाथ यात्रा ठप
उत्तराखंड में भी हालात गंभीर हैं भूस्खलन की वजह से गौरीकुंड हाईवे तीन दिन से बंद पड़ा है, जिस कारण केदारनाथ यात्रा लगातार तीसरे दिन भी रुकी रही. 450 से ज्यादा यात्रियों को एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें जंगलों से बनाए गए वैकल्पिक रास्तों से निकालकर सोनप्रयाग लाईं. सोनप्रयाग में करीब 5000 यात्रियों को रोका गया है. मौसम विभाग ने देहरादून, टिहरी, रुद्रप्रयाग, पौड़ी और नैनीताल जैसे जिलों के लिए यलो अलर्ट जारी किया है.
हिमाचल में तीन दिन फाटे बादल
हिमाचल के लाहौल घाटी में शुक्रवार को तीन स्थानों पर बादल फटे. तिंदी इलाके में पूहरे नाले में आई बाढ़ से एक वाहन मलबे में दब गया. यांगला घाटी में लोगों ने भागकर जान बचाई. तीसरी घटना जिस्पा इलाके में हुई. कांगड़ा जिले में भी मूसलधार बारिश से दो मकान और सात पशुशालाएं ढह गईं. एक बुजुर्ग की गिरने से मौत हो गई, वहीं चंबा में दो पनबिजली प्रोजेक्ट बंद कर दिए गए हैं. मंडी और बिलासपुर में भूस्खलन से फोरलेन सड़कों पर लंबा जाम लग गया.
राजस्थान के 16 जिलों में स्कूल बंद
राजस्थान में लगातार बारिश से हालात बिगड़ गए हैं. 16 जिलों में स्कूलों को बंद कर दिया गया है. श्रीगंगानगर से छत्तरगढ़ जाने वाली सड़क बह गई. सीकर में एक मकान का हिस्सा गिरने से एक बच्चे की मौत हो गई. जैतसर गांव में स्कूल भवन और दुकान गिर गए, हालांकि जनहानि नहीं हुई. इसके अलावा धौलपुर और सवाई माधोपुर में सेना राहत कार्य में जुटी है. पार्वती नदी में मिनी ट्रक बह गया, चालक और उसका साथी लापता हैं. नागौर-राजसमंद हाइवे भी बंद हो गया है.
यूपी और एमपी में गंगा-यमुना में उफान
उत्तर प्रदेश के काशी (वाराणसी) में गंगा का जलस्तर चेतावनी बिंदु पार कर गया है. श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के पास गंगा का पानी पहुंच गया है और गलियों में नाव चल रही है. प्रयागराज में गंगा और यमुना खतरे के निशान से थोड़ा नीचे बह रही हैं. शहर की 14 बस्तियों में बाढ़ का पानी घुस गया है. कुल 44 गांव इसकी चपेट में आ चुके हैं. बुंदेलखंड क्षेत्र में केन, बागेन, बेतवा जैसी नदियों के कारण गांवों और खेतों में पानी भर गया है. इन इलाकों में 95 बाढ़ चौकियां सक्रिय की गई हैं. मध्य प्रदेश से भी बेतवा और केन नदियों का पानी यमुना में आ रहा है, जिससे खतरा और बढ़ गया है.
झारखंड में तीन मौत
झारखंड के दुमका जिले में भारी बारिश की वजह से मिट्टी की दीवार गिर गई. सरैयाहाट और हंसडीहा में दो लोगों की जान चली गई. बेलूडीह गांव में एक 80 वर्षीय बुजुर्ग की मौत हुई. एक किशोरी गंभीर रूप से घायल हो गई है.