कारगिल में LOC के पास से गायब हुई महिला, पाकिस्तानी से मिलने के लिए बार-बार सीमा पार करने की कोशिश, जासूसी का भी शक

Ladakh News: नागपुर की सुनीता नाम की महिला कारगिल घूमने गई थी. वह अपने बेटे को छोड़ कारगिल के आखिरी गांव पहुंची और एलओसी पार करके पाकिस्तान चली गई. हालांकि अभी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है. बेटे के बयान के आधार पर जांच की जा रही है. उसने बताया कि हमल पहले अटारी बॉर्डर पार करके पाकिस्तान जाने की कोशिश कर चुके हैं, लेकिन हमें रोक लिया गया. महिला अपने पाकिस्तानी पादरी दोस्त से मिलने के लिए बार-बार ऐसा करती नजर आई और अब वो लापता हो गई है.;

( Image Source:  ani )
Edited By :  निशा श्रीवास्तव
Updated On : 17 May 2025 11:05 AM IST

Ladakh News: लद्दाख के कारगिल जिले से एक नागपुर निवासी 43 साल की सुनीता के लापता होने की खबर सामने आई है. वह अपने 15 साल के बेटे के साथ घूमने गई थी. महिला अपने बेटे को होटल में छोड़ पाकिस्तान पादरी से मिलने एलओसी पार करके पाकिस्तान चली गई, तभी से वह वापस नहीं आई है.

जानकारी के अनुसार, बुधवार को सुनीता लद्दाख के कारगिल जिले के आखिरी गांव में एलओसी पार करके पाकिस्तान में चली गई. इस घटना से भारतीय सुरक्षा बल और खुफिया एजेंसियां हैरान हो गई. वह पहले भी अपने ऑनलाइन दोस्त बने पादरी से बार-बार मिलने के लिए बॉर्डर पार करने की कोशिश करते हुए पकड़ी जा चुकी है. इससे पहले दो बार उसे अटारी बॉर्डर पर रोका गया था. अब शक पैदा हो रहा कि कहीं महिला पाकिस्तान की जासूस तो नहीं? आखिर वो बार-बार क्यों पाकिस्तान जानें की कोशिश कर रही है.

LOC से गायब नागपुर की सुनीता

सुनीता अपने बेटे के साथ लद्दाख वेकेशन पर गई थी. वह बुधवार को कारगिल जिले के आखिरी गांव हुंदरबन पहुंची. यह गांव पाकिस्तान से लगी सीमा LOC से कुछ ही किलोमीटर दूर है. महिला ने 14 मई को अपने बेटे को होटल में ही छोड़ा और अकेले बाहर निकल गई. इसके बाद वापस नहीं लौटी. कई घंटे बीतने के बाद बेटे ने पुलिस को बताया कि उसकी मां वापस नहीं आई है. जांच में पता चला कि सुनीता बिनी किसी सूचना के पाकिस्तान चली गई.

पाकिस्तान के कब्जे में महिला

ऐसा माना जा रहा है कि सुनीता अब पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों की हिरासत में है. हालांकि भारतीय सेना की ओर से अभी इस बारे में कोई पुष्टि नहीं की गई है. मीडिया रिपोर्ट में पता चला कि महिला को पाकिस्तान में ग्रामीणों ने देखा और पुलिस के हवाले कर दिया. सुनीता पाकिस्तानी पादरी से मिलने के लिए मार्च में भी भारत पाकिस्तान सीमा पार करने की कोशिश कर चुकी है. वह अमृतसर के अटारी बॉर्डर पर अपने बेटे के साथ गई थी, जिसे सुरक्षाबलों ने वापस भेज दिया था.

बेटे को होटल में रहने कहा

सुनीता के बेटे ने पुलिस को बताया कि उसकी मां ने उसे होटल के रूप में ही रहने को कहा था. साथ ही जल्द वापस आने की बात कही. सुनीता शाम तक नहीं आई थी होटल के स्टाफ ने उसके बेटे को पुलिस को सौंप दिया और घटना की जानकारी दी. इस मामले पर कारगिल के एएसपी नितिन यादव ने कहा, महिला 9 मई को अपने बेटे के साथ कारगिल पहुंची थी. बेटे ने बताया कि वह अपनी मां के साथ बीते कुछ दिनों से बॉर्डर के आसपास के इलाकों की यात्रा कर रहे थे. वह पहले पंजाब के सीमावर्ती क्षेत्रों में भी गए थे.

जांच में जुटी पुलिस

पुलिस सुनीता की तलाश कर रही है. इसके फोन और कॉल रिकॉर्डिंग चेक कर रही है. टाइम्स ऑफ इंडिया को सुनीता के भाई ने कहा कि वह मानसिक रूप से अस्वस्थ है और नागपुर के एक मानसिक अस्पताल में उसका इलाज चल रहा था. अब महिला को सवाल भी उठ रहे हैं कि कहीं वो किसी भारत विरोधी ऑपरेशन का हिस्सा तो नहीं. उसके पाकिस्तान जाने का मकसद क्या है. अब हर एंगल से इसकी जांच की जा रही है.

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