जीएसटी दरों में कटौती पर उद्योग जगत में जश्न, कारोबारी नेताओं ने कहा- 'नेक्स्ट-जेनरेशन जीएसटी' का रोडमैप

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जीएसटी दरों को सरल बनाते हुए अब सिर्फ दो स्लैब 5% और 18% में समेट दिया है. इस ऐतिहासिक फैसले का उद्योग जगत ने जोरदार स्वागत किया. कारोबारी दिग्गज राधिका गुप्ता, आनंद महिंद्रा, हर्ष गोयनका और संजीव गोयनका ने इसे ‘बड़ा दिवाली गिफ्ट’ और ‘नेक्स्ट-जेनरेशन जीएसटी’ का रोडमैप बताया. इससे आवश्यक वस्तुएं, स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा, ऑटोमोबाइल और कृषि इनपुट्स सस्ते होंगे.;

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Edited By :  प्रवीण सिंह
Updated On : 19 Sept 2025 1:16 PM IST

देश की अर्थव्यवस्था और आम जनता के लिए बुधवार का दिन बेहद खास रहा. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 56वीं जीएसटी काउंसिल बैठक के बाद बड़ा ऐलान करते हुए मौजूदा कर ढांचे को सरल बनाकर अब सिर्फ दो स्लैब - 5% और 18% में समेट दिया. इसका मतलब यह है कि पहले से लागू 12% और 28% वाली श्रेणियां अब खत्म हो जाएंगी. यह सुधार न केवल कर प्रणाली को आसान बनाने की दिशा में ऐतिहासिक कदम माना जा रहा है, बल्कि आम उपभोक्ताओं और उद्योग जगत दोनों के लिए राहत की बड़ी सौगात भी है. आवश्यक वस्तुएं, स्वास्थ्य सेवाएं, शिक्षा, ऑटोमोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक्स और कृषि इनपुट्स अब पहले से सस्ते होंगे. विशेषज्ञों का मानना है कि इस फैसले से जहां उपभोग और मांग को बढ़ावा मिलेगा, वहीं निवेश और रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे.

इस बड़े आर्थिक सुधार का स्वागत उद्योग जगत ने खुले दिल से किया है. देश के दिग्गज कारोबारी नेताओं ने इसे ‘बड़ा दिवाली गिफ्ट’ बताते हुए कहा कि यह कदम भारत को तेज़ विकास और समावेशी वृद्धि की राह पर ले जाएगा. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (X) पर राधिका गुप्ता, आनंद महिंद्रा, हर्ष गोयनका और संजीव गोयनका जैसे दिग्गजों ने अपने विचार साझा किए और इसे “नेक्स्ट-जेनरेशन जीएसटी” का रोडमैप बताया.

राधिका गुप्ता बोलीं- मांग और भरोसे को बढ़ाएगा कदम

एडेलवाइस एसेट मैनेजमेंट की एमडी और सीईओ राधिका गुप्ता ने इसे बेहद प्रगतिशील बताया. उन्होंने एक्स (X) पर लिखा, “यह बहुत ही सही समय पर उठाया गया ऐतिहासिक कदम है, जो मांग और लोगों के विश्वास दोनों को मजबूत करेगा. जब दुनिया हमें किनारे पर धकेलती है, तो हम और मज़बूती से लड़ने के लिए तैयार हो जाते हैं.”

आनंद महिंद्रा ने किया स्वामी विवेकानंद का जिक्र

महिंद्रा समूह के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने कहा कि यह सुधार भारत को उपभोग और निवेश बढ़ाने की दिशा में मदद करेगा. उन्होंने लिखा, “तेज़ और बड़े सुधार ही अर्थव्यवस्था का विस्तार करेंगे और दुनिया में भारत की आवाज़ को और बुलंद बनाएंगे. जैसा कि स्वामी विवेकानंद ने कहा था, ‘उठो, जागो और तब तक मत रुको जब तक लक्ष्य हासिल न हो.’ हमें और सुधार चाहिए.”

हर्ष गोयनका बोले- ‘हर भारतीय के लिए दिवाली गिफ्ट’

आरपी-संजीव गोयनका समूह के चेयरमैन हर्ष गोयनका ने इस सुधार को बड़ा दिवाली गिफ्ट बताया. उन्होंने लिखा, “आवश्यक वस्तुएं, स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा और कृषि इनपुट्स पर जीएसटी घटा दिया गया है. इससे ग्रॉसरी सस्ती होगी, राहत मिलेगी स्वास्थ्य सेवाओं में, शिक्षा बनेगी सुलभ और किसानों को मिलेगा समर्थन. यह अगले चरण के जीएसटी की ओर बढ़ने का संकेत है.”

जीएसटी काउंसिल का बड़ा फैसला

बुधवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 56वीं जीएसटी काउंसिल बैठक के बाद ऐलान किया कि अब 12% और 28% वाली श्रेणियों को खत्म कर दरों को दो स्लैब 5% और 18% में रखा जाएगा. दरों में इस व्यापक कटौती से जरूरी सामान, ऑटोमोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और कृषि उत्पादों पर उपभोक्ताओं को राहत मिलेगी.

महिंद्रा ग्रुप के अन्य नेताओं की सराहना

महिंद्रा एंड महिंद्रा के ऑटो और फार्म सेक्टर के सीईओ राजेश जेजुरीकर ने कहा, “यह ऐतिहासिक जीएसटी सुधार ऑटोमोबाइल और कृषि क्षेत्र पर व्यापक सकारात्मक असर डालेगा. साथ ही, ईवी पर 5% जीएसटी जारी रखना भारत की क्लीन मोबिलिटी दृष्टि को मजबूत करने वाला कदम है.”

संजीव गोयनका ने कहा- नागरिकों को केंद्र में रखा गया

संजिव गोयनका ने भी इन सुधारों को नागरिक-प्रथम नीति बताते हुए लिखा, “आवश्यक वस्तुओं को किफायती बनाना, स्वास्थ्य और शिक्षा को सुलभ करना और कृषि को सशक्त बनाना ही इन सुधारों का मकसद है. यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की समावेशी विकास की रणनीति को दर्शाता है.”

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