Kiss किया तो 80 कोड़े, सेक्स किया तो...वॉशरूम में प्यार करने की अनोखी सजा
इंडोनेशिया के आचे प्रांत में शरिया कानून के तहत दो समलैंगिक पुरुषों को सार्वजनिक रूप से एक-दूसरे को चूमने और वॉशरूम में संबंध बनाने के आरोप में 80-80 कोड़े मारकर सजा दी गई. सजा के दौरान लगभग 100 लोगों की भीड़ मौजूद थी. इस घटना में अन्य अपराधियों को भी कोड़े की सजा दी गई, जबकि एमनेस्टी इंटरनेशनल ने इसे मानवाधिकारों के खिलाफ करार दिया.;
इंडोनेशिया के बांदा आचे प्रांत में दो पुरुषों को सार्वजनिक रूप से एक-दूसरे को चूमने और गले लगाने के लिए कोड़े मारे गए. यह सजा शरिया अदालत ने उन्हें इस्लामी कानून का उल्लंघन करने के दोषी ठहराने के बाद सुनाई. मंगलवार को बुस्तानुस्सलातिन शहर के एक पार्क में करीब 100 लोगों की मौजूदगी में यह सजा दी गई. यहां समलैंगिक संबंध बनाने वालों को आमतौर पर 100 कोड़े की सजा दी जाती है.
आचे में न केवल समलैंगिक संबंधों के लिए बल्कि जुआ खेलने, शराब पीने, तंग कपड़े पहनने वाली महिलाओं और शुक्रवार की नमाज में शामिल न होने वाले पुरुषों को भी सार्वजनिक रूप से कोड़े मारे जाते हैं. इस घटना ने अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठनों का ध्यान खींचा है और इसे लेकर वैश्विक निंदा भी हुई है.
दोषियों की सजा के बारे में
अदालत के रिकॉर्ड के अनुसार दोनों पुरुषों को 80-80 कोड़े की सजा सुनाई गई थी. इस्लामी धार्मिक पुलिस ने बताया कि उन्हें सार्वजनिक पार्क के शौचालय में गले मिलते और चूमते हुए पकड़ा गया था. प्रत्येक व्यक्ति को 76 कोड़े मारे गए, और चार महीने की हिरासत अवधि के कारण सजा को कम किया गया.
भीड़ में सार्वजनिक पिटाई
बांदा आचे के पार्क में यह सार्वजनिक सजा दी गई, जहां लोगों की भीड़ ने बेंतों से मारने की कार्रवाई देखी. यह दोनों पुरुष 10 सदस्यीय समूह का हिस्सा थे, जिन्हें विभिन्न अपराधों के लिए उसी दिन कोड़े मारे गए. शरिया पुलिस प्रमुख रोसलीना ए जलील ने बताया कि अप्रैल में इन्हें उसी पार्क के शौचालय में संदिग्ध गतिविधि करते हुए पकड़ा गया था.
अन्य दोषियों पर भी कार्रवाई
सजा केवल इन दो पुरुषों तक सीमित नहीं रही. तीन महिलाओं और पांच पुरुषों को विवाहेतर यौन संबंध, विपरीत लिंग के लोगों के साथ निकटता और ऑनलाइन जुआ खेलने के लिए दोषी ठहराकर भी कोड़े मारे गए. आचे में शराब पीने जैसे अपराधों के लिए भी जनता का समर्थन मिलता है.
एमनेस्टी इंटरनेशनल ने की निंदा
एमनेस्टी इंटरनेशनल ने इस सजा की कड़ी निंदा की है क्षेत्रीय अनुसंधान निदेशक मोंटसे फेरर ने कहा, “समान लिंगीय आचरण को अपराध घोषित करना न्यायपूर्ण और मानवीय समाज में स्वीकार्य नहीं है.' 2001 में विशेष स्वायत्तता मिलने के बाद आचे में धार्मिक कानून लागू किया गया.