साइक्लोन ‘शक्ति’ मचाएगा कितनी तबाही? महाराष्ट्र और गुजरात में 100 kmph की तेज़ हवाओं का खतरा - 10 बातें

अरब सागर में बना साइक्लोन ‘शक्ति’ महाराष्ट्र और गुजरात के तटीय इलाकों में अलर्ट जारी कर दिया है. तूफान की गति 100 किमी/घंटा तक है और यह गंभीर चक्रवाती तूफ़ान में बदल चुका है. मछुआरों और तटीय क्षेत्रों में जोखिम बढ़ गया है. अगले दिनों तूफान पश्चिम-दक्षिण-पश्चिम की दिशा में बढ़ेगा और 6 अक्टूबर से पूर्वोत्तर की ओर मुड़कर धीरे कमजोर होगा.;

( Image Source:  ANI )
Edited By :  प्रवीण सिंह
Updated On : 4 Oct 2025 2:02 PM IST

अरब सागर में बन रहे साइकलोन ‘शक्ति’ ने महाराष्ट्र और गुजरात के तटीय इलाकों में अलर्ट जारी करा दिया है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने चेतावनी दी है कि अगले कुछ दिनों में तेज़ बारिश, 100 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से हवाएं और समुद्री तूफानी स्थिति देखने को मिल सकती है. इस चेतावनी के बाद राज्य प्रशासन ने आपदा प्रबंधन दल को सतर्क कर दिया है और जरूरत पड़ने पर लोगों के इवैक्यूएशन की तैयारी शुरू कर दी है.

साइक्लोन शक्ति इस वर्ष मॉनसून के बाद अरब सागर में बनने वाला पहला चक्रवात है और यह गंभीर चक्रवाती तूफ़ान में बदल चुका है. वर्तमान में यह गुजरात के द्वारका से लगभग 420 किमी दूर है और पश्चिम-दक्षिण-पश्चिम की दिशा में 18 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से आगे बढ़ रहा है. अगले हफ्ते तक इसकी दिशा बदलने की संभावना है और इसके प्रभाव से समुद्र की लहरें तटीय इलाकों में बहुत ज़्यादा ऊंची रहने की चेतावनी दी गई है. मौसम विभाग ने मछुआरों को भी समुद्र में न जाने की सलाह दी है. अरब सागर में हाल के वर्षों में टाउकते (2021) और बिपरजॉय (2023) जैसे तूफान बने हैं, लेकिन सामान्यत: यहां बंगाल की खाड़ी की तुलना में कम चक्रवात आते हैं.

आइए इस साइक्‍लोन से जुड़ी 10 बड़ी बातें जान लेते हैं...

  1. साइक्लोन ‘शक्ति’ अरब सागर में बन चुका है और यह गंभीर चक्रवाती तूफान के रूप में महाराष्ट्र और गुजरात तटीय इलाकों को प्रभावित कर सकता है.
  2. तूफान की हवाओं की गति 100 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकती है, जिससे तटीय क्षेत्रों में नुकसान और भारी बारिश की संभावना बनी हुई है.
  3. वर्तमान में तूफान का केंद्र द्वारका से लगभग 420 किलोमीटर दूर है, जो पश्चिम-दक्षिण-पश्चिम दिशा में 18 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रहा है.
  4. साइक्लोन पश्चिम-दक्षिण-पश्चिम की दिशा में आगे बढ़ते हुए 5 अक्टूबर तक उत्तर-पश्चिम अरब सागर में पहुंच सकता है और समुद्र में खतरा बढ़ सकता है.
  5. 6 अक्टूबर से इसकी दिशा बदल कर पूर्वोत्तर की ओर जाएगी और धीरे-धीरे कमजोर होने की प्रक्रिया शुरू होगी, जिससे खतरे की तीव्रता कम होगी.
  6. समुद्र की लहरें गुजरात और उत्तर महाराष्ट्र तटों के पास खतरनाक रूप से ऊंची रहेंगी, जिससे मछुआरों और तटीय लोगों के लिए जोखिम बढ़ जाएगा.
  7. मौसम विभाग ने मछुआरों को चेतावनी दी है कि साइकलोन प्रभावित क्षेत्रों और समुद्री रास्तों में अगले कुछ दिनों तक प्रवेश न करें.
  8. अरब सागर में हाल के वर्षों में टाउकते (2021) और बिपरजॉय (2023) जैसे तूफान बने हैं, जिससे यह क्षेत्र कम लेकिन शक्तिशाली चक्रवातों का गवाह रहा.
  9. साइक्लोन का नाम ‘शक्ति’ श्रीलंका ने सुझाया था और यह नाम WMO/ESCAP पैनल द्वारा चुने गए चक्रवात नामों की सूची में शामिल है.
  10. राज्य प्रशासन ने आपदा प्रबंधन टीमों को अलर्ट कर दिया है और जरूरत पड़ने पर लोगों के सुरक्षित इवैक्यूएशन की तैयारियां सुनिश्चित की गई हैं.

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