साल 2025 में कितनी पड़ेगी गर्मी? ग्रीनहाउस गैस को लेकर WMO की चेतावानी

वर्ल्ड मेट्रोलॉजिकल ऑर्गेनाइजेशन (WMO) ने चेतावनी दी है कि 2025 तक रिकॉर्ड तोड़ तापमान जारी रहेगा, जिसकी वजह ग्रीनहाउस गैसों का बढ़ता लेवल है. 2024 और 2023 पहले से ही रिकॉर्ड पर सबसे गर्म साल रहे हैं. WMO ने कहा, इमिशन को कम करने और रिन्यूएबल एनर्जी को अपनाने से ही हम इस संकट से उबर सकते हैं.;

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वर्ल्ड मेट्रोलॉजिकल ऑर्गेनाइजेशन (WMO) ने चेतावनी दी है कि 2025 का तापमान रिकॉर्ड तोड़ने वाला रहेगा और ग्रीनहाउस गैसों (GHG) का स्तर पहले से कहीं अधिक ऊंचा हो जाएगा इससे भविष्य में गर्मी और बढ़ेगी.

यूके मेट ऑफिस की रिपोर्ट के अनुसार, 2025 ग्लोबल एवरेज तापमान के लिए तीन सबसे गर्म वर्षों में शामिल होगा. यह 2024 और 2023 के तापमान के बिल्कुल करीब होगा.

पेरिस एग्रीमेंट की सीमा पार

WMO ने बताया है कि 2024 में पहली बार पेरिस एग्रीमेंट की 1.5 डिग्री सेल्सियस की सीमा पार होगी. यह तापमान प्री-इंडस्ट्रियल एरिया (1850-1900) के लेवल से ज्यादा होगा. 2023 में तापमान 1.45 डिग्री सेल्सियस था, जो अब तक का सबसे गर्म वर्ष था.

संयुक्त राष्ट्र की चेतावनी

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने अपने नववर्ष संदेश में कहा, "पिछले दस सालों में रिकॉर्ड पर दर्ज शीर्ष दस सबसे गर्म साल हुए हैं." उन्होंने क्लाइमेट चेंज को "रियल टाइम क्राइसिस" बताया और देशों से इमिशन में कटौती तथा रिन्यूएबल एनर्जी की ओर बढ़ने का आग्रह किया.

क्लाइमेट चेंज के प्रभाव

WMO ने बताया कि क्लाइमेट चेंज ने 2024 में 29 चरम मौसम घटनाओं में से 26 को तेज कर दिया, जिनसे हजारों लोग मारे गए . WMO महासचिव सेलेस्टे साउलो ने कहा, "क्लाइमेट चेंज हमारी आंखों के सामने हो रहा है." WMO ने अंतर्राष्ट्रीय सहयोग बढ़ाने और अत्यधिक गर्मी के खतरों से निपटने की जरूरत पर जोर दिया.

पेरिस एग्रीमेंट का महत्व

WMO ने साफ किया कि 1.5 डिग्री सेल्सियस की अस्थायी वृद्धि का मतलब यह नहीं है कि पेरिस एग्रीमेंट के लक्ष्यों को हासिल करना असंभव हो गया है. यह वृद्धि एक विस्तारित अवधि में देखी जाती है, न कि किसी एक साल में.

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