आप ज़्यादा काबिल हो, जल्दी रिजाइन कर दोगे…यह कहकर स्टार्टअप ने नहीं दी गूगल इंजीनियर को जॉब

Viral News: गूगल में काम करने वाली अन्नू शर्मा एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर है और इस वक्त अपने जॉब रिजेक्शन लेटर को लेकर सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बनी हुईं हैं. उन्होंने एक्स पर पोस्ट शेयर की. पोस्ट शेयर करने के बाद लोग तरह-तरह के कमेंट्स करते हुए नजर आ रहे हैं.;

( Image Source:  Social Media: X )
Edited By :  संस्कृति जयपुरिया
Updated On : 19 Oct 2024 3:50 PM IST

आपने ये सुना होगा की प्रोफाइल खराब थी इसलिए रिजेक्ट हो गए या योग नहीं थे इसलिए, लेकिन क्या आपने ये सुना है कि आपकी प्रोफाइल बहुत अच्छी थी इसलिए आप रिजेक्ट हो गए. गूगल में काम करने वाली अन्नू शर्मा एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर है और इस वक्त अपने जॉब रिजेक्शन लेटर को लेकर सोशल मीडिया पर चर्चा की विषय बनी हुई हैं. दिल्ली बेस्ड गूगल कर्मचारी अन्नू शर्मा ने सोशल मीडिया प्लैटफ़ॉर्म एक्स पर एक स्टार्टअप फर्म से अपने रिजेक्शन लेटर का स्क्रीनशॉट शेयर किया जिसमें उन्होंने कहा कि उन्हें पोस्ट के लिए बेहद अच्छा माना गया था, जिस पद के लिए उन्होंने अप्लाई किया था.

पोस्ट में लिखी हुई बातें

अपनी पोस्ट को शेयर करते हुए उन्होंने लिखा- 'मुझे नहीं पता था कि काम में बहुत अच्छा होने की वजह से रिजेक्ट किया जा सकता है.'रिजेक्शन में, रिक्रूटर ने फैसले के पीछे की वजह को बताया है. लेटर में लिखा है- 'आपके रिज्यूमे को देखने के बाद, हमने महसूस किया कि आपकी योग्यताएं इस रोल की जरूरतों से काफी ज्यादा हैं. हमारा अनुभव बताता है कि उच्च योग्यता वाले कैंडिडेट्स अक्सर काम को असंतोषजनक पाते हैं और ज्वाइन करने के तुरंत बाद छोड़ देते हैं.'

लोगों ने किए कमेंट

अन्नू शर्मा को पोस्ट शेयर किए हुए ज्यादा समय नहीं हुआ था, लेकिन उनकी पोस्ट को अब तक 83.8K लोगों ने देख लिया था. उनके रिजेक्शन लेटर को लेकर तमाम लोगों ने रिएक्ट कर कमेंट किए. एक यूजर ने लिखा- 'मुझे इंटरव्यूज में तीन बार बताया गया है कि मैं ज्यादा योग्य हूं और उन्हें लगता है कि मैं कुछ महीनों में उनकी कंपनी छोड़ दूंगा.'दूसरे ने लिखा- 'मुझे भी हाल ही में इसलिए रिजेक्ट कर दिया गया क्योंकि मैं ज़्यादा योग्य था इसलिए नहीं, बल्कि इसलिए क्योंकि मैं एक उच्च रैंकिंग वाले कॉलेज से था. मैंने उनसे कहा कि मैं नहीं जाऊँगा, लेकिन वे बहुत बुरे थे.', तीसरे ने कहा- 'मैं व्यक्तिगत रूप से ऐसे व्यक्ति का मामला जानता हूँ जो 10 साल तक काम करने के बाद मास्टर्स करने आया था। उसने कैंपस रिक्रूटमेंट (मानक प्रक्रिया) के माध्यम से प्रवेश स्तर के पद के लिए आवेदन किया. उसे ऊपर बताए गए कारण से अस्वीकार कर दिया गया, लेकिन उसे सीनियर डेव पद के लिए आवेदन करने के लिए कहा गया (और उसे नौकरी मिल गई).'

चौथे ने कहा- 'ऐसा हर जगह होता है. मेरे पास ऐसे लोग हैं जो 2 साल का अनुभव होने के बाद भी Google जैसी कंपनियों में इंटर्न बनना चाहते हैं... क्योंकि ये कंपनियाँ इंटर्न को छोटी कंपनियों की तुलना में ज़्यादा भुगतान करती हैं जो अपने पूर्णकालिक कर्मचारियों को भुगतान करती हैं. उन्हें अस्वीकार कर दिया जाता है, और इसका एकमात्र संभावित कारण अधिक योग्यता हो सकती है.

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