घाना में पीएम मोदी को मिला सर्वोच्च नागरिक सम्मान, हुए 4 बड़े समझौते; आखिर क्यों हुआ पंडित नेहरू का जिक्र?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को घाना की राजधानी अकरा में देश के दूसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान से सम्मानित किया गया. इस ऐतिहासिक यात्रा के दौरान शिक्षा, स्वास्थ्य, संस्कृति और सुरक्षा पर भारत-घाना के बीच चार अहम समझौतों पर हस्ताक्षर हुए. पीएम मोदी ने इसे 1.4 अरब भारतीयों का सम्मान बताया और द्विपक्षीय रिश्तों को नई ऊंचाई पर ले जाने का संकल्प दोहराया.;
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दो दिवसीय घाना यात्रा कई मायनों में ऐतिहासिक रही. अकरा के कोटोका अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उनका जोरदार स्वागत हुआ. 21 तोपों की सलामी, पारंपरिक ड्रम बजाने वाले कलाकार और खुद राष्ट्रपति महामा की मौजूदगी ने इस यात्रा की गरिमा बढ़ा दी. खास बात यह रही कि पीएम मोदी को घाना के दूसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'ऑफिसर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द स्टार ऑफ घाना' से नवाज़ा गया, जो अब तक बहुत ही गिने-चुने विदेशी नेताओं को मिला है.
सम्मान ग्रहण करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह सम्मान भारत के युवाओं, उसकी संस्कृति और भारत-घाना की ऐतिहासिक साझेदारी को समर्पित है. उन्होंने घाना सरकार और वहां की जनता का तहेदिल से शुक्रिया अदा किया और इसे भारत की विश्व मंच पर बढ़ती प्रतिष्ठा का प्रतीक बताया. प्रधानमंत्री ने कहा कि यह रिश्ते अब सिर्फ इतिहास की किताबों तक सीमित नहीं हैं, बल्कि नए भविष्य की बुनियाद रख रहे हैं.
मजबूत साझेदारी की नई इबारत
पीएम मोदी और राष्ट्रपति महामा के बीच हुई बातचीत में दोनों देशों ने शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि और आतंकवाद के खिलाफ सहयोग को बढ़ावा देने पर जोर दिया. प्रधानमंत्री ने घोषणा की कि घाना के लिए भारत ITEC और ICCR स्कॉलरशिप की संख्या दोगुनी करेगा, साथ ही वहां एक स्किल डेवलपमेंट सेंटर भी खोला जाएगा. "Feed Ghana" जैसे कार्यक्रमों में भारत की मदद की बात भी कही गई, जिससे वहां की कृषि व्यवस्था को बल मिलेगा.
जन औषधि, वैक्सीन और आतंकवाद पर बनी सहमति
भारत ने घाना में जन औषधि केंद्र खोलने का प्रस्ताव रखा, जिससे सस्ती और भरोसेमंद दवाएं वहां के लोगों को मिल सकें. साथ ही वैक्सीन उत्पादन और सार्वजनिक स्वास्थ्य पर भी सहयोग बढ़ाने की सहमति बनी. आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में घाना की भूमिका की सराहना करते हुए मोदी ने कहा कि दोनों देश अब काउंटर-टेररिज्म सहयोग को नए स्तर पर ले जाएंगे.
भारत और घाना के बीच चार महत्वपूर्ण समझौते हुए
- संस्कृति के क्षेत्र में सहयोग को लेकर एमओयू.
- BIS और घाना स्टैंडर्ड्स अथॉरिटी के बीच मानकीकरण पर समझौता.
- पारंपरिक चिकित्सा के क्षेत्र में भारत और घाना के संस्थानों के बीच करार.
- एक स्थायी संयुक्त आयोग की स्थापना के लिए एमओयू, जिससे भविष्य में बातचीत नियमित रूप से हो सके.
घाना के राष्ट्रपति ने नेहरू को किया याद
राष्ट्रपति जॉन महामा ने कहा कि यह यात्रा केवल कूटनीति नहीं, बल्कि एक ऐतिहासिक जुड़ाव की पुनर्पुष्टि है. उन्होंने भारत के पहले प्रधानमंत्री नेहरू और घाना के पहले राष्ट्रपति नक्रूमा के बीच की दोस्ती को याद करते हुए कहा कि ये संबंध आज और भी प्रगाढ़ हो रहे हैं. उन्होंने पीएम मोदी को "विशेष मेहमान" बताया और उन्हें भारत आने के न्योते का जवाब जल्द देने का वादा किया.