FBI की वांटेड लिस्ट में नाम, लेकिन गांव के लिए है सबसे बड़ा देश भक्त है विकास यादव
Agent Vikas Yadav: खालिस्तानी समर्थक गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या के साजिश मामले में अमेरिकी एजेंसी FBI एक्स-रॉ एजेंट विकास यादव को अपने वांटेड लिस्ट में रखा है, लेकिन दूसरी ओर विकास के गांव वाले उन्हें अपना हीरो बता रहे हैं. उनका गांव दिल्ली से महज 100 किमी की दूरी पर है.;
Agent Vikas Yadav: अमेरिकी एजेंसी FBI भले ही खालिस्तानी समर्थक गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या के साजिश में भारत के एक्स-रॉ एजेंट विकास यादव के पीछे पड़ है, लेकिन भारत में उनके गांव प्राणपुरा में लोग उन्हें देश का सबसे बड़ा देशभक्त बताते हैं. सरकार ने उन्हें भारत का एजेंट होने से इनकार कर दिया है. लेकिन उनकी मां और गांव वालों का कहना है कि उनका बेटा देशभक्त है और सरकारी नौकरी करता है.
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, प्राणपुरा में विकास यादव के घर तक पहुंचना जितना मुश्किल है, उसे ढूंढना उतना ही मुश्किल है. स्थानीय लोगों से दो-चार बार जांच के बाद ही पता चलता है कि एक मंजिला घर का बड़ा सा हिस्सा गुलाबी बाड़ से छिपा हुआ है, जहां अकेले अंदर जाना संभव नहीं है.
गांव वालों को नहीं हो रहा भरोसा
मीडिया ने जब वहां पहुंचने की कोशिश की, तो एक आदमी कैमरा बंद करने की शर्त पर उनका घर दिखाने पर राजी हुआ. उन्होंने कहा कि कृपया कोई कैमरा न लगाएं और मोबाइल फोन पर कोई रिकॉर्डिंग न करें. विकास यादव उन सैकड़ों युवाओं में से एक हैं जिन्होंने नौकरी की और चले गए और केवल परिवार से मिलने के लिए वापस आए. पिछले हफ़्ते यह सनसनीखेज खबर के बाद सब बदल चुका है.
अमेरिकी अभियोग में विकास को भारतीय सरकार का अधिकारी बताया गया है, लेकिन नई दिल्ली ने इससे इनकार करते हुए कहा है कि विकास को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है. हालांकि, प्राणपुरा और विकास के परिवार का ऐसा मानना नहीं है. वे अभी भी उन्हें भारत का एक वीर सपूत मानते हैं.
CRPF कमांडेंट हैं विकास -गांववाले
हरियाणा के रेवाड़ी जिले के औद्योगिक शहर बावल के पास विकास का गांव प्राणपुरा है, जो जो दिल्ली से 105 किमी दूर है. 60 साल की उम्र में विकास की मां इस खबर के बाद कहती हैं कि विकास हमेशा से सरकारी कर्मचारी रहा है और रहेगा. यही बातें गांव के लोग भी दोहराते हैं.
विकास की मां ने कहा, 'मेरा बेटा देश के लिए काम करता है और हमारी सरकार उसका ख्याल रखेगी.' वही गांव के एक व्यक्ति ने कह कि गांववाले विकास की नौकरी के बारे में बहुत कम जानता है, सिवाय इसके कि वह केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) कमांडेंट है.
39 वर्षीय विकास का जन्म 80 के दशक में एक फौजी परिवार में हुआ था. उनके पिता राम सिंह यादव बीएसएफ में थे और 2007 में दिल का दौरा पड़ने से उनकी मृत्यु हो गई थी. इस दौरान वे त्रिपुरा में तैनात थे. विकास ने रेवाड़ी के अहीर कॉलेज से स्नातक की पढ़ाई पूरी की है विकास का परिवार में उनकीपत्नी और एक साल की बेटी है, जो दिल्ली में रहती है.