भारतीय सेना के डर से कांपेंगे दुश्मन! अब फ्रांस से नए हथियार खरीदेगा भारत

भारत सरकार रक्षा समझौते में फाइटर जेट्स, पनडुब्बियों, हेलीकॉप्टरों और तोपों को शामिल करने के लिए 1.5 लाख करोड़ृ रुपये से ज्यादा के समझौते करेगी. ये डील्स दुश्मनों का सामना करने के लिए सेना की ताकत बढ़ाने का काम करेगी. भारत जल्द ही फ्रांस के साथ 26 राफेल-मरीन लड़ाकू जेट खरीदने के लिए करीब 63 हजार करोड़ रुपये की डील करने वाला है. इनकी तकनीक स्वदेशी आईएनएस विक्रांत के डेक पर की जाएगी.;

( Image Source:  ANI )
Edited By :  निशा श्रीवास्तव
Updated On : 13 Jan 2025 1:22 PM IST

Indian Army: भारतीय सेना दुश्मनों को युद्ध में कड़ी टक्कर देने वाली है. डिफेंस सेक्टर में अपनी ताकत बढ़ाने लिए भारत ने अलग-अलग देशों से डील कर रही है. भारत एडवांस हथियार खरीद रहा है. अब फ्रांस से राफेल खरीदने की तैयारी है. इस साल 31 मार्च को खत्म होने वाले वित्त वर्ष 2024 से पहले चार बड़ी डील की है.

हिन्दुस्तान की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत सरकार ने रक्षा समझौते में फाइटर जेट्स, पनडुब्बियों, हेलीकॉप्टरों और तोपों को शामिल करने के लिए 1.5 लाख करोड़ृ रुपये से ज्यादा के समझौते किए जाएंगे. ये डील्स दुश्मनों का सामना करने के लिए सेना की ताकत बढ़ाने का काम करेगी.

फ्रांस से ला जाएंगे राफेल

रिपोर्ट के मुताबिक, भारत जल्द ही फ्रांस के साथ 26 राफेल-मरीन लड़ाकू जेट खरीदने के लिए करीब 63 हजार करोड़ रुपये की डील करने वाला है. इनकी तकनीक स्वदेशी आईएनएस विक्रांत के डेक पर की जाएगी. वहीं इस डील में नेवी के लिए 22 सिंगल-सीट मैरीटाइम जेट और चार ट्विन-सीट ट्रेनर के साथ-साथ हथियार, सिमुलेटर, ट्रेनिंग और लॉजिस्टिक्स सपोर्ट के साथ आईएएफ के टेंडर भी शामिल हैं.

भारत-फ्रांस के बीच कब होगी डील?

सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 11 और 12 फरवरी को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए फ्रांस जाएंगे. इस यात्रा पर वह फ्रांस के साथ 38,000 करोड़ रुपये का एक अन्य समझौता भी किया जाएगा. इसमें स्कॉर्पीन डीजल-इलेक्ट्रिक पनडुब्बियां शामिल होंगी. जिनमें लंबे समय तक पानी के नीचे टिकने के लिए एयर-इंडिपेंटेंड प्रोपल्शन होगा. इसका निर्माण मुंबई के मझगांव डॉक्स में किया जाएगा. साल 2031 तक इसका इस्तेमाल किया जाएगा.

भारत की 53 हजार की डील

भारत 156 स्वदेशी लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टरों के लिए लगभग 53 हजार की डील करने वाला है. साथ ही 307 टो आर्टिलरी गन सिस्टम के लिए 8500 करोड़ का समझौता करने वाला है. इन हेलीकॉप्टरों को सियाचिन ग्लेशियर और पूर्वी लद्दाख जैसे क्षेत्रों में तैनात किया जाएगा.

सेना की नई यूनिफोर्म

रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) ने सियाचिन और लद्दाख बॉर्डर पर ठंड में ड्यूटी करने वाले सैनिकों के लिए नई ड्रेस लॉन्च की है. इसे हिमकवच नाम दिया गया है. इस यूनिफोर्म ने सभी टेस्ट पास कर लिए हैं. इसे 20 डिग्री सेल्सियस से लेकर माइनस 60 डिग्री सेल्सियस पर काम करने के लिए डिजाइन किया गया है. हिमकवच एक क्लोदिंग सिस्टम है, जिसे कई लेयर की ड्रेसेज मिलाकर तैयार किया गया है.

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