कौन हैं रश्मि शुक्ला? महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले बनीं कांग्रेस की आंखों की किरकिरी
चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र डीजीपी रश्मि शुक्ला को चुनाव से 15 दिन पहले हटा दिया है. कांग्रेस ने आयोग से उन्हें हटाने की मांग की थी. इसी मांग पर सुनवाई करते हुए आयोग ने उन्हें हटाने का फैसला लिया है.;
चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र की डीजीपी रश्मि शुक्ला को चुनाव से 15 दिन पहले हटा दिया है. कांग्रेस ने आयोग से उन्हें हटाने की मांग की थी. इसी मांग पर सुनवाई करते हुए आयोग ने उन्हें हटाने का फैसला लिया है. दरअसल चुनाव आयोग से कांग्रेस ने डीजीपी रश्मि शुक्ला पर सत्ता पक्ष के प्रति पक्षपाती होने का आरोप लगाया है.
इसी शिकायत पर सुनवाई करते हुए चुनाव आयोग ने बड़ा फैसला लिया है. कांग्रेस पार्टी ने वरिष्ठ अधिकारी पर पक्षपात के साथ-साथ अवैध तरीके से फोन टैप करने का भी आरोप लगाया है. इसकी लिखित शिकयात चुनाव आयोग को भेजी गई है.
EC ने दिया आदेश
एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार चुनाव आयोग ने मुख्य सचिव को आदेश देते हुए कहा कि उनका कार्यभार कैडर के अगले सबसे वरिष्ठ अधिकारी को सौंप दें. इसी कड़ी में मुख्य सचिव को डीजीपे के पद पर नियुक्ती के लिए 5 को दोपहर 1 बजे तक का समय दिया है. वहीं तीन आईपीएस अधिकारियों का पैनल भेजने का भी निर्देश दिया गया है.
कौन हैं रश्मि शुक्ला?
डीजीपी रश्मि शुक्ला ने साल 1988 के बैच की आईपीएस अफसर हैं. उन्होंने अपनी पढ़ाई साल 1956 में महाराष्ट्र के मुंबई में सेंट जेवियर्स स्कूल से पूरी की है. 1988 में जब वह आईपीएस अफसर बनीं उस समय उनकी उम्र महज 22 साल की थी. अपनी ग्रेजुएशन उन्होंने ल्फिंस्टन कॉलेज और फिर मास्टर्स की डिग्री मुंबई यूनिवर्सिटी से हासिल की थी. डीजीपी के पद पर जाने से पूर्व वह केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर सशस्त्र सीमा बल (SSB) में डीजी के पद पर तैनात थीं. इस साल जून में उनका रिटायरमेंट भी होने वाला था. सरकार की ओर से उन्हें एक्सटेंशन मिला. जिसकी वजह से उन्हें डीजीपी के पद पर नियुक्त किया गया था.
सीबीआई और सीआरपीएफ की रही हैं अधिकारी
आपको बता दें कि रश्मि शुक्ला ने महाराष्ट्र के कई जिलों में रहकर कई विभागों में अहम पदों का कार्यभार संभाला है. इनमें औरंगाबाद ग्रामीण, नासिक ग्रामीण, सतारा और पुणे ग्रामीण शामिल हैं. एसपी, मुंबई के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त एसीपी, नागपुर और पुणे में क्राइम ब्रांच की मुख्य अधिकारी का पद पर भी काम कर चुकी हैं. दिल्ली और हैदराबाद में CBI में डीआईजी और हैदराबाद में सीआरपीएफ की अतिरिक्त महानिदेशक यानी एडीजी (ADG) के रूप में भी काम कर चुकी हैं.
फोन टैपिंग का लग चुका है आरोप
रश्मि शुक्ला पर विपक्षी पार्टियों ने पहली बार कोई आरोप नहीं लगाया है. इससे पहले भी कई बार उनका नाम विवादों में रहा है. विपक्ष के कई नेताओं द्वारा फोन टैपिंग का आरोप लग चुका है. इस मामले में मुंबई और पुणे में उनके खिलाफ केस किया गया था. इसी शिकायत की सुनवाई के दौरान उन्हें बॉम्बे हाईकोर्ट से क्लीन चिट मिल चुकी है.
इसी साल संभाला था महाराष्ट्र डीजीपी का पद
डीजीपी रश्मि शुक्ला राज्य की पहली डीजीपी बनी थी. साल 2024 में ही 4 जनवरी को उन्हें डीजीपी के पद पर नियुक्त किया गया था. इससे पूर्व ह केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर सशस्त्र सीमा बल (SSB) में महानिदेशक (DG) के पद पर तैनात थीं. बता दें कि यह पहली बार नहीं जब कांग्रेस ने उनपर आरोप लगाया हो. इससे पहले भी उनपर पार्टी कई बार विवादित अफसर होने का आरोप लगाती आई है.
डीजीपी के खिलाफ कांग्रेस की शिकायत
पिछले महीने महाराष्ट्र कांग्रेस चीफ नाना पटोले ने मुख्य इलेक्शन कमिश्नर राजीव कुमार को डीजीपी रश्मि शुक्ला को हटाने की पत्र लिखकर शिकायत दर्ज की थी. इस पत्र में उन्होंने सत्ता पक्ष के प्रति पक्षपाती होने का आरोप लगाया है. पत्र में लिखा गया कि पुलिस महानिदेशक के पद से रश्मि शुक्ला को हटाने के विषय में 24 सितंबर 2024 और 4 अक्टूबर 2024 के हमारे पिछले पत्रों पर संज्ञान लें. वहीं इसी दौरान उन्होंने अवैध तरीके से फोन टैप करने का भी उनपर आरोप लगाया है.