Delhi Blast: कौन हैं IPS विजय सखारे जिन्हें NIA की स्पेशल 10 टीम की मिली जिम्मेदारी?

Delhi Blast Case: देश को दहलाने वाली दिल्ली ब्लास्ट केस की जांच केंद्र सरकार ने वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी विजय सखारे को सौंपी है. वे NIA की 10 सदस्यीय विशेष टीम का नेतृत्व करेंगे. जानिए कौन हैं विजय सखारे, जिन पर सरकार ने भरोसा जताया और जिन्होंने कई हाई-प्रोफाइल मामलों में इससे पहले भी अपनी दक्षता साबित कर चुके हैं.;

Curated By :  धीरेंद्र कुमार मिश्रा
Updated On : 12 Nov 2025 3:38 PM IST

IPS Vijay Sakhare Delhi Blast: देश की राजधानी दिल्ली ब्लास्ट मामले में केंद्र सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. केंद्रीय गृह मंत्रालय देश को सकते में डालने वाले इस मामले की जांच तेज तर्रार आईपीएस अफसर से कराएगी. इस फैसले से दिल्ली ब्लास्ट मामले की कहानी अब और सख्त मोड़ लेने जा रही है. दरअसल, इस केस को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) के वरिष्ठ और अनुभवी आईपीएस अधिकारी विजय सखारे करेंगे. उन्हीं को इसकी जिम्मेदारी सौंपी गई है. यानी विजय सखारे अब 10 सदस्यीय विशेष जांच टीम (SIT) का नेतृत्व करेंगे,

एनआईए की 10 स्पेशल टीम में साइबर एक्सपर्ट्स, इंटेलिजेंस एनालिस्ट और बम डिस्पोजल यूनिट के अधिकारी भी शामिल हैं. दिल्ली ब्लास्ट जांच टीम में आईजी, दो डीआईजी, तीन एसपी और अन्य डीएसपी स्तर के अधिकारी शामिल हैं.

कौन हैं आईपीएस विजय सखारे?

विजय सखारे 1996 बैच के केरल कैडर के आईपीएस अफसर हैं. वो एनआईए में इंस्पेक्टर जनरल पद पर भी काम कर चुके हैं. एडीजीपी केरल की भी जिम्मेदारी संभाल चुके हैं. सितंबर 2025 में उन्हें एनआईए में एडीजी पद की जिम्मेदारी सौंपी गई थी. यहां पर इस बात का जिक्र कर दें कि एनआईए आतंकवाद और राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मामलों की जांच करती है.

आईपीएस विजय सखारे को अपने तेज और सफल जांच अभियानों के लिए जाना जाता है. उन्होंने मुंबई पुलिस, एंटी टेररिज्म स्क्वाड (ATS) और CBI के साथ भी काम किया है. विजय सखारे को माओवादी ऑपरेशन, आतंकवाद विरोधी अभियानों और साइबर इंटेलिजेंस मॉनिटरिंग में विशेष दक्षता हासिल है.

पहले भी दिखा चुके हैं सख्ती

विजय सखारे ने 2008 के बाद कई अहम मामलों की जांच की है, जिनमें आतंकी साजिशें और राज्य के भीतर सक्रिय स्लीपर सेल नेटवर्क का भंडाफोड़ किया था. उन्होंने पुणे और नागपुर में हुए ब्लास्ट केसों में अहम भूमिका निभाई थी, जहां जांच के दौरान डार्कनेट और एन्क्रिप्टेड प्लेटफॉर्म के इस्तेमाल के सबूत मिले थे. अब विजय सखारे की टीम दिल्ली के लाल किला ब्लास्ट मामले की गुत्थी सुलझाने और गुनहगाहों को पकड़ने की चुनौती से निपटेगी. इस केस में फरीदाबाद, सहारनपुर, अनंतनाग से पुलवामा तक कनेक्शन सामने आया है.

एनआईए अफसरों की मीटिंग

दिल्ली ब्लास्ट को लेकर एनआईडी डीजी (NIA DG) और आईबी चीफ की बुधवार को मीटिंग भी हुई है. जांच के लिए NIA की टीम दिल्ली पुलिस, जम्मू कश्मीर पुलिस और हरियाणा पुलिस से जैश ए मोहम्मद के इस टेरर मॉड्यूल की तमाम केस डायरी अपने कब्जे में लेगी. यूपी एटीएस से भी सहयोग लिया जाएगा. आतंकी डॉक्टरों के इस मॉड्यूल से जुड़े सभी पहलुओं की जांच की जाएगी. फरीदाबाद आतंकी मॉड्यूल की फंडिंग और ऑपरेशन के मास्टरमाइंड को भी उजागर करने की चुनौती एनआईए के सामने होगी.

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