क्या सेफ्टी नियमों की अनदेखी बनी जानलेवा? तेलंगाना केमिकल फैक्ट्री ब्लास्ट में मौत का आंकड़ा बढ़कर 42 हुआ
तेलंगाना के संगारेड्डी ज़िले में स्थित सिगाची फार्मा इंडस्ट्रीज में हुए भीषण धमाके में मरने वालों की संख्या बढ़कर 42 हो गई है. संगारेड्डी के पुलिस अधीक्षक परीतोष पंकज ने इसकी पुष्टि की है. यह हादसा उस समय हुआ जब फैक्ट्री में एक रिएक्टर में विस्फोट के बाद भीषण आग लग गई थी.;
तेलंगाना के संगारेड्डी जिले के पाशमाईलारम स्थित सिगाची केमिकल फैक्ट्री में हुए भीषण विस्फोट में मरने वालों की संख्या बढ़कर 42 हो गई है. शुरुआत में यह आंकड़ा 12 था, लेकिन मलबा हटाने के दौरान कई शव बरामद किए गए. एसपी परीतोष पंकज ने बताया कि 31 शव मलबे से निकाले गए जबकि तीन लोगों की इलाज के दौरान मौत हुई.
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री दामोदर राजनारसिम्हा के अनुसार, हादसे के वक्त फैक्ट्री में लगभग 90 कर्मचारी मौजूद थे. विस्फोट इतना तेज़ था कि कुछ मज़दूर हवा में उछलकर 100 मीटर दूर जा गिरे. आशंका जताई जा रही है कि ब्लास्ट एक रासायनिक प्रतिक्रिया के कारण हुआ, हालांकि जांच अभी जारी है.
फिलहाल NDRF, HYDRAA और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल मौके पर बचाव कार्य में जुटे हुए हैं. मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने घटनास्थल का दौरा किया, वहीं राज्यपाल जिष्णु देव वर्मा ने भी घटना पर दुख जताते हुए सभी पीड़ितों को हरसंभव मदद का निर्देश दिया है.
कैसे हुआ हादसा?
सोमवार को सुबह करीब 10 बजे तेलंगाना के संगारेड्डी जिले के औद्योगिक क्षेत्र पाशमाईलारम में स्थित सिगाची इंडस्ट्रीज लिमिटेड में जोरदार धमाका हुआ. यह धमाका फैक्ट्री के एक रिएक्टर में हुआ और इसकी तीव्रता इतनी अधिक थी कि पूरी इंडस्ट्रियल शेड उड़ गई. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, धमाके के बाद आग लग गई और कुछ मज़दूरों के शव 100 मीटर दूर तक जा गिरे.
मौतों का आंकड़ा बढ़ता गया
शुरुआत में 12 मौतों की पुष्टि हुई थी, लेकिन जैसे-जैसे मलबा हटाया गया, शवों की संख्या बढ़ती गई. अब तक मौतों का आंकड़ा 37 तक पहुंच गया है. मृतकों में फैक्ट्री के स्थायी और संविदा कर्मचारी दोनों शामिल हैं.
रेस्क्यू ऑपरेशन
घटना के तुरंत बाद NDRF और तेलंगाना आपदा प्रतिक्रिया बल (HYDRAA) की टीमें मौके पर पहुंचीं. मलबे में दबे लोगों को निकालने के लिए क्रेनों, गैस कटर और डॉग स्क्वॉड की मदद ली जा रही है. बचाव अभियान का आखिरी चरण चल रहा है.
घायलों की स्थिति
40 से अधिक घायलों को हैदराबाद के गांधी हॉस्पिटल और संगारेड्डी जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है. कुछ की हालत नाजुक बनी हुई है. CB-CID को हादसे की जांच सौंपी गई है. LETF (Labour, Employment Training & Factories) विभाग के प्रधान सचिव एम. दान किशोर से राज्यपाल ने बात की और पीड़ितों को हरसंभव सहायता का निर्देश दिया. फैक्ट्री प्रबंधन पर लापरवाही और सुरक्षा मानकों के उल्लंघन के आरोप लगाए जा रहे हैं.
राजनेताओं की प्रतिक्रियाएं
मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने मंगलवार सुबह घटनास्थल का दौरा किया और पीड़ित परिवारों को 10 लाख रुपये मुआवज़ा, घायलों को निशुल्क इलाज और उनके परिजनों को सरकारी नौकरी देने का वादा किया. राज्यपाल जिष्णु देव वर्मा ने दुख जताया और कहा कि, “सरकार को चाहिए कि दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई करे.”
सवालों के घेरे में फैक्ट्री प्रशासन
- क्या फैक्ट्री में सेफ्टी ऑडिट समय पर हुआ था?
- क्या कर्मचारियों को हेल्थ-हैज़र्ड अलर्ट दिया गया था?
- रिएक्टर में कौन सा केमिकल इस्तेमाल हो रहा था और उसका टेम्परेचर किसके नियंत्रण में था?
सिगाची इंडस्ट्रीज तेलंगाना की एक जानी-मानी केमिकल मैन्युफैक्चरिंग कंपनी है जो औषधीय और औद्योगिक ग्रेड केमिकल्स बनाती है. पहले भी इस इंडस्ट्री पर सेफ्टी नियमों की अनदेखी के आरोप लगे हैं लेकिन कभी इतनी बड़ी दुर्घटना नहीं हुई थी. यह हादसा न केवल तेलंगाना बल्कि पूरे देश के औद्योगिक सुरक्षा ढांचे पर सवाल खड़े करता है. जब तक श्रमिकों की सुरक्षा, रासायनिक संयंत्रों की निगरानी और प्रबंधन की जवाबदेही तय नहीं होती, ऐसे हादसे दोहराए जाते रहेंगे.