'निज्जर मर्डर केस में कनाडा ने नहीं दिया कोई सबूत, अमेरिकी इनपुट पर...', संसद में बोली सरकार

India Canada Row: कनाडा और भारत के रिश्तों में तनाव जारी है. कनाडाई पीएम जस्टिन ट्रूडो ने खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या का आरोप भारत पर लगाया है, जिसका भारत ने खंडन भी किया है, आज संसद में सरकार ने बताया कि ट्रूडो ने निज्जर मर्डर केस में भारत की संलिप्तता का कोई सबूत नहीं दिया है. हालांकि, अमेरिकी इनपुट के आधार पर पैनल का गठन किया गया है.;

Edited By :  अच्‍युत कुमार द्विवेदी
Updated On : 20 Dec 2024 8:34 PM IST

India Canada Row: कनाडा और भारत के रिश्तों में तनाव जारी है. यह तनाव कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की तरफ से भारत पर खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या का आरोप लगाने के बाद से है. विदेश मामलों के राज्यमंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने 20 दिसंबर को संसद में बताया कि संगठित अपराधियों, बंदूक तस्करों, आतंकवादियों और भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा को प्रभावित करने वाले अन्य लोगों के बीच गठजोड़ के बारे में अमेरिका द्वारा साझा की गई जानकारी की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय जांच समिति यानी हाई लेवल इनक्वायरी कमेटी का गठन किया गया है. उन्होंने कहा कि यह कदम अमेरिका के साथ चल रहे सुरक्षा सहयोग के हिस्से के रूप में उठाया गया है.

हाल ही में अमेरिका ने कनाडा और भारत के बीच विवाद में दखल देते भारत से आग्रह किया कि वह खालिस्तानी आतंकी और कनाडाई नागरिक हरदीप सिंह निज्जर की हत्या की साजिश के कनाडा के आरोपों को गंभीरता से ले. अमेरिकी विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने कहा कि हम चाहते थे कि भारत सरकार कनाडा के साथ उसकी जांच में सहयोग करे...हमने स्पष्ट कर दिया है कि आरोपों को गंभीरता से लिया जाना चाहिए.


कनाडा ने नहीं दिया कोई सबूत

कनाडा के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए कीर्तिवर्धन सिंह ने कहा कि सरकार अमेरिका और कनाडा में कथित कृत्यों या इरादों में भारतीय नागरिकों की संलिप्तता के आरोपों से अवगत है. जहां तक ​​कनाडा का सवाल है, उसने अपने द्वारा लगाए गए गंभीर आरोपों के समर्थन में कोई सबूत पेश नहीं किया है.

ट्र्डो ने भारत पर लगाए थे निज्जर की हत्या का आरोप

पिछले साल सितंबर में कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कनाडा की धरती पर खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारतीय सरकारी एजेंटों की संलिप्तता का आरोप लगाया था, जिसके बाद से भारत और कनाडा के बीच संबंध तनावपूर्ण हो गए हैं. भारत ने इन आरोपों को 'प्रेरित और बेतुका' बताते हुए खारिज कर दिया.


हाल ही में ट्रूडो ने केस का नाम लिए बिना भारतीय उच्चायुक्त संजय कुमार वर्मा को जांच में रुचि रखने वाले व्यक्ति के रूप में नामित किया , जिसके बाद दोनों देशों के बीच संबंध और भी खराब हो गए. रुचि रखने वाले व्यक्ति का मतलब है- ऐसा संदिग्ध व्यक्ति, जिसे गिरफ्तार नहीं किया गया हो.

'वोटबैंक की राजनीति करते हैं ट्रूडो'

विदेश मंत्रालय ने कहा कि कनाडा सरकार ने बार-बार अनुरोध के बावजूद निज्जर की हत्या में भारत की संलिप्तता के सबूत साझा नहीं किए. मंत्रालय ने ट्रूडो पर वोटबैंक की राजनीति करने और कनाडा की धरती पर अलगाववादी तत्वों से निपटने के लिए पर्याप्त कदम नहीं उठाने का आरोप लगाया.


11 अक्टूबर को लाओस में पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ट्रूडो के बीच संक्षिप्त मुलाकात हुई. ट्रूडो के अनुसार, उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से 'हमें जो काम करने की ज़रूरत है' के बारे में बात की. हालांकि, बाद में ट्रूडो ने माना कि उन्होंने कनाडा में संघीय चुनाव प्रक्रियाओं और लोकतांत्रिक संस्थाओं में विदेशी हस्तक्षेप की सार्वजनिक जांच के समक्ष गवाही देते समय भारत को निज्जर की हत्या के संबंध में ठोस सबूत नहीं दिए थे. इससे भारत के दावों को बल मिला.

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