Mumbai HC के नए भवन का भूमि-पूजन, CJI समेत कई VVIP एंट्री के चलते ट्रैफिक नियमों में किए गए ये बदलाव
भारत के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ सोमवार को मुंबई के बांद्रा ईस्ट में बॉम्बे हाई कोर्ट के नए भवन का शिलान्यास करेंगे. महाराष्ट्र सरकार द्वारा रविवार को जारी एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई. इस कार्यक्रम में कई दिग्गज शामिल होने वाले हैं जिसके चलते यातायात आवाजाही नियमों को बदलें गए है.;
बॉम्बे हाई कोर्ट के भूमि पूजन का कार्यक्रम होने वाला है जिसमें मुख्य न्यायाधीश धनंजय वाई. चंद्रचूड़, बॉम्बे हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश और साथ ही कई और दिग्गज शामिल होंगे. इस कार्यक्रम के कारण कई रास्तों के रूट बदले गए हैं जिससे सुरक्षा कारणों में कोई चूक ना हों पर इन बदले रुट के कारण आमजन को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है.
TOI की रिपोर्ट के अनुसार, मुंबई ट्रैफिक पुलिस ने सोमवार को दोपहर 2 बजे से रात 9 बजे तक बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स (BKC) में यातायात प्रतिबंधों की घोषणा की है. यह घोषणा बांद्रा (पूर्व) में गवर्नमेंट कॉलोनी मैदान में बॉम्बे हाई कोर्ट की नई इमारत के शिलान्यास समारोह के लिए की गई है. केवल कार्यक्रम से जुड़े वाहनों के अलावा, न्यू इंग्लिश स्कूल रोड, जो रामकृष्ण परमहंस मार्ग और जे.एल. शिरसेकर मार्ग को जोड़ता है, दोनों दिशाओं में बंद रहेगा. मोटर चालकों को महात्मा गांधी विद्या मंदिर रोड की ओर भेजा जाएगा.
बदले हुए नियमों के तहत
DCP (मध्य) समाधान पवार ने TOI को बताया, "चूंकि समारोह में सुप्रीम कोर्ट और बॉम्बे हाई कोर्ट के न्यायाधीशों के साथ-साथ VVIP भी शामिल होंगे, इसलिए ट्रैफिक पुलिस ने वाहनों की सुगम आवाजाही के लिए वैकल्पिक मार्गों और नो-एंट्री ज़ोन की योजना बनाई है.
" BKC ट्रैफिक डिवीजन के अधिकार क्षेत्र में, माननीय बॉम्बे हाई कोर्ट की एक नई इमारत का निर्माण गवर्नमेंट कॉलोनी ग्राउंड, खेरवाड़ी, बांद्रा (पूर्व), मुंबई में किया जाना है. मुंबई ट्रैफिक पुलिस द्वारा जारी एक अधिसूचना में कहा गया है, "उक्त निर्माण का शिलान्यास समारोह 23/09/2024 को निर्धारित है, जिसमें सर्वोच्च न्यायालय और बॉम्बे उच्च न्यायालय के माननीय न्यायाधीश और अन्य वीवीआईपी व्यक्ति शामिल होंगे."
नई इमारत
महाराष्ट्र सरकार ने बताया कि बॉम्बे हाई कोर्ट के नई बिल्डींग के लिए 30.16 एकड़ जमीन चरण बद्ध तरीके से हाई कोर्ट को दी जाएगी. पहले चरण में 4.39 एकड़ जमीन पहले ही सौंप दी गई है. सरकारी विज्ञप्ति के अनुसार, नए परिसर में विश्वस्तरीय ढांचा होगा, जिसमें सुनियोजित और विशाल कोर्ट रूम, जजों और रजिस्ट्री कर्मियों के लिए चेंबर्स, एक मध्यस्थता और सुलह केंद्र, ऑडिटोरियम, पुस्तकालय जैसी सुविधाएं होंगी.
सभी सुविधाओं का रखा गया है ध्यान
नए परिसर में बैंकों, टेलीकॉम सेवाओं, चिकित्सा सुविधाओं, डिजिटाइजेशन केंद्र, क्रेच, कैफेटेरिया, प्रतीक्षा क्षेत्र, बहु-मंजिला पार्किंग, संग्रहालय और वकीलों के चेंबर्स जैसी सेवाएं भी होंगी. इसे विशेष रूप से विकलांग व्यक्तियों की सुविधाओं को ध्यान में रखकर डिजाइन किया गया है.
बॉम्बे हाई कोर्ट का इतिहास और वर्तमान स्थिति
बॉम्बे हाई कोर्ट की स्थापना 16 अगस्त 1862 को हुई थी. वर्तमान में यह फ्लोरा फाउंटेन (हुतात्मा चौक) के पास स्थित एक भव्य इमारत में है, जिसे नवंबर 1878 से अदालत ने अपना घर बना रखा है. बॉम्बे हाई कोर्ट में कुल 94 न्यायाधीशों के पद स्वीकृत हैं, लेकिन वर्तमान में केवल 66 न्यायाधीश कार्यरत हैं.
बॉम्बे हाई कोर्ट का अधिकार क्षेत्र मुंबई के मुख्यालय से पूरे महाराष्ट्र में है, जिसमें नागपुर और औरंगाबाद की बेंच और गोवा की बेंच भी शामिल हैं. इसके अलावा, यह दादरा और नगर हवेली तथा दमन और दीव जैसे केंद्र शासित प्रदेशों पर भी अधिकार रखता है.