'बीजेपी को भविष्य के लिए बेस्ट ऑफ़ लक”, अन्नामलाई के इस बयान के क्या हैं मायने?
तमिलनाडु बीजेपी अध्यक्ष के. अन्नामलाई ने साफ कर दिया है कि वे पार्टी के राज्य अध्यक्ष पद की दौड़ में शामिल नहीं हैं. उन्होंने कहा कि पार्टी में किसी तरह की प्रतिस्पर्धा या आपसी टकराव की कोई गुंजाइश नहीं है, और अगला अध्यक्ष सर्वसम्मति से चुना जाएगा.;
तमिलनाडु बीजेपी अध्यक्ष के. अन्नामलाई ने साफ कर दिया है कि वे पार्टी के राज्य अध्यक्ष पद की दौड़ में शामिल नहीं हैं. उन्होंने कहा कि पार्टी में किसी तरह की प्रतिस्पर्धा या आपसी टकराव की कोई गुंजाइश नहीं है, और अगला अध्यक्ष सर्वसम्मति से चुना जाएगा. इस दौरान ANI बातचीत में अन्नामलाई ने कहा, 'मैं नए राज्य अध्यक्ष के पद के लिए दौड़ में नहीं हूं. मैं किसी झगड़े के लिए तैयार नहीं हूं और न ही किसी तरह की दौड़ में शामिल हूं. जब उनसे यह पूछा गया कि क्या AIADMK नेतृत्व उन्हें हटाकर बीजेपी के साथ गठबंधन करने के पक्ष में है, तो उन्होंने इस पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया.
उन्होंने कहा, 'मेरे लिए सबसे जरूरी है कि बीजेपी लगातार मजबूत होती रहे. हम नए अध्यक्ष के चुनाव के वक्त बात करेंगे. उन्होंने यह भी जोड़ा कि वे एक कार्यकर्ता के रूप में पार्टी में अपना काम जारी रखेंगे और भ्रष्टाचार के खिलाफ उनके रुख में कोई बदलाव नहीं आएगा. अन्नामलाई ने कहा, 'मैं चाहता हूं कि पार्टी का भविष्य उज्ज्वल हो. इस पार्टी की तरक्की के लिए कई लोगों ने अपना जीवन समर्पित किया है, और मैं हमेशा इसके बेहतर भविष्य की कामना करता हूं.
उन्होंने दोहराया कि गठबंधन को लेकर फैसले बीजेपी के राष्ट्रीय नेतृत्व के हाथ में हैं. उन्होंने कहा, 'हमारे पास समितियां और संसदीय बोर्ड हैं जो हर पहलू को देखने के बाद ही निर्णय लेते हैं. उनकी यह टिप्पणी ऐसे समय पर आई है जब AIADMK और बीजेपी के बीच गठबंधन की अटकलें फिर से जोर पकड़ रही हैं। माना जा रहा है कि DMK को सत्ता से हटाने के लिए यह पुराना गठबंधन 2026 के विधानसभा चुनाव में दोबारा सक्रिय हो सकता है.'
2023 में अन्नामलाई द्वारा AIADMK नेताओं की आलोचना के चलते दोनों दलों का गठबंधन टूट गया था. हाल ही में AIADMK नेता एडप्पादी पलानीस्वामी की केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद गठबंधन की चर्चाएं फिर तेज हो गईं. बीजेपी नेतृत्व की मंशा है कि यदि अन्नामलाई तैयार हों, तो उन्हें ही राज्य अध्यक्ष पद पर बनाए रखते हुए AIADMK के साथ गठबंधन किया जाए. हालांकि 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को राज्य में एक भी सीट नहीं मिली, लेकिन अन्नामलाई के नेतृत्व में पार्टी का वोट शेयर ज़रूर बढ़ा. एक वरिष्ठ नेता ने कहा, 'अब फैसला अन्नामलाई के हाथ में है. दिल्ली में हाल की बैठक में उन्हें साफ कर दिया गया है कि AIADMK-बीजेपी गठबंधन विधानसभा चुनावों के लिए बहुत अहम है.'