लो जी कर लो बात! नोटों पर खुद की फोटो देख सन्न हुए अनुपम खेर, 1.60 करोड़ की ठगी पर क्या बोले?
गुजरात में अहमदाबाद पुलिस ने 1.60 करोड़ रुपये की फेक करंसी जब्त की है. इन नोटों पर महात्मा गांधी की जगह पर अनुपम खेर की तस्वीर छपी हुई थी. अनुपम खेर ने इस पर अपना रिएक्शन देते हुए सोशल मीडिया पर इस खबर को पोस्ट किया. पुलिस ने बताया है कि ये घटना शाहिद कपूर की वेब सीरीज 'फर्जी' से प्रेरित थी.;
अहमदाबाद पुलिस ने हाल ही में गुजरात में 1.60 करोड़ रुपये की फेक करंसी जब्त की है. इन नकली नोटों पर महात्मा गांधी की तस्वीर की जगह पर अनुपम खेर की तस्वीर छपी हुई थी. इसके अलावा, 'रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया' के बजाय 'रीसोल बैंक ऑफ इंडिया' लिखा हुआ था. पुलिस की कार्रवाई के दौरान ये नकली नोट बरामद किए गए हैं.
अनुपम खेर ने नकली नोटों की इस खबर को अपने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर अपनी प्रतिक्रिया दी. खेर ने लिखा-' लो जी कर लो बात! पांच सौ के नोट पर गांधी जी की फोटो की जगह मेरी फोटो???? कुछ भी हो सकता है. नकली नोटों की तस्वीरे सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गई और बाद में इस घटना पर ऑनलाइन यूजर्स की मजेदार कंमेंटस् भी देखने को मिले.
सूरत की फैक्ट्री
पुलिस ने सूरत में नकली नोट बनाने वाली एक फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है. इस मामले में 22 सितंबर को चार लोगों को गिरफ्तार किया गया था. DCP राजदीप नकुम के अनुसार, यह घटना शाहिद कपूर की वेब सीरीज 'फर्जी' से प्रेरित थी.
SOG ने की छापेमारी
शनिवार को सरथाणा इलाके में स्पेशल ऑपेरेशन ग्रुप (SOG) के अधिकारियों ने किसी ऑफिस में छापेमारी की, जिसमें 1.20 लाख रुपये के नकली नोटों के साथ तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया. बाद में चौथे आरोपी को भी पकड़ लिया गया है. पुलिस की जांच में यह पाया गया कि ये लोग किराये के ऑफिस में ऑनलाइन बिजनेस का दिखावा करते हुए नकली नोटों की छपाई कर रहे थे.
नकली नोटों का कारोबार
भारत में नकली नोटों का कारोबार काफी बड़ा है पर नोटबंदी के बाद इसमें कमी आई है. RBI के आंकड़ों से पता चलता है कि 2016-17 में नोटबंदी के दौरान नकली नोटों की संख्या में 43.46 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी हुई थी. इसके बाद, वित्त वर्ष (Financial Year) 2022 में यह घटकर 8.26 करोड़ रुपये और FY 2023 में 7.98 करोड़ रुपये रह गई. यह FY 2014 में पकड़े गए 24.84 करोड़ रुपये के नकली नोटों से 70 % कम है. RBI के आंकड़ों से पता चलता है कि 2016-17 में नोटबंदी के ठीक बाद नकली नोटों की संख्या 43.46 करोड़ रुपये पर पहुंच गई थी.