अफगान मंत्री मुत्तकी भारत पहुंचे तो काबुल में दुश्मन पाकिस्तान ने किया एयर स्ट्राइक, जयशंकर का पलटवार

जब तालिबान के विदेश मंत्री आमिर खान मुत्तकी नई दिल्ली पहुंचे, उसी रात पाकिस्तान ने काबुल में हवाई हमला किया. अफगान तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद के हवाले से बताया कि काबुल शहर में विस्फोट की आवाज सुनी गई, लेकिन नुकसान की कोई रिपोर्ट नहीं है. इस बीच बीच विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने पाकिस्तान तंज कसते हुए कहा कि अफगानिस्तान हमारा निकटतम पड़ोसी है. जानें उन्होंने और क्या कहा?;

( Image Source:  statemirrornews )
Curated By :  धीरेंद्र कुमार मिश्रा
Updated On : 10 Oct 2025 6:38 PM IST

अफगानिस्तान के तालिबान सरकार के विदेश मंत्री की भारत यात्रा के दौरान काबुल में पाकिस्तान द्वारा कथित एयरस्ट्राइक करने की खबर ने क्षेत्रीय तनाव में नया मोड़ ला दिया. नई दिल्ली में विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ हुई उनकी मुलाकात के दौरान भारत ने न सिर्फ हमले पर नाराजगी जताई, बल्कि एक स्पष्ट संदेश भी पाकिस्तान को भेजा है. आतंकवाद व सीमा पार हस्तक्षेप बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने इस पूरे घटनाक्रम पर सार्वजनिक बयान देते हुए पाकिस्तान को सख्त चेतावनी भी दी है.

दरअसल, अफगानिस्तान के विदेश मंत्री आमिर खान मुत्तकी इन दिनों भारत दौरे पर हैं. उनके इस दौरे और भारत से गहरे रिश्ते बनने पर पाकिस्तान इतना आगबबूला हुआ कि उसने काबुल समेत तीन शहरों पर हमला बोल दिया. इस दौरान पाक सेना तहरीक ए तालिबान (पाकिस्तान) के टॉप कमांडर्स को निशाना बनाने की कोशिश की.

पाक आतंकी ठिकानों को बर्दाश्त नहीं करेगा - ख्वाजा आसिफ

हमले से कुछ घंटे पहले ही पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने अफगानिस्तान को सख्त चेतावनी देते हुए कहा था कि अब बहुत हो चुका और ऐलान किया था कि इस्लामाबाद अब देश के अंदर चल रहे कथित आतंकी ठिकानों को और बर्दाश्त नहीं करेगा.

जन धन की कोई नुकसान नहीं - जबीहुल्लाह मुजाहिद

पाकिस्तानी अखबार डॉन अफगान तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद के हवाले से बताया कि काबुल शहर में विस्फोट की आवाज सुनी गई, लेकिन नुकसान की कोई रिपोर्ट नहीं है. उन्होंने कहा कि काबुल में विस्फोट की आवाज सुनी गई, लेकिन किसी को परेशान होने की जरूरत नहीं है, सब कुछ ठीक है. घटना की जांच चल रही है और अब तक किसी तरह के नुकसान की कोई रिपोर्ट नहीं मिली है.

अफगानिस्तान में 2 धमाकों की आवाज

डॉन की रिपोर्ट के अनुसार धमाके में एक अलैंड क्रूजर के निशाना बनने की खबर है. रॉयटर्स ने बताया कि बीती रात 2 धमाकों की आवाज सुनी गई. पाकिस्तान के इस अटैक के बाद अफगानिस्तान ने यह साफ कर दिया है कि उसको किसी तरह का नुकसान नहीं हुआ है. तालिबान के अधिकारियों ने गुरुवार देर रात बताया कि ये धमाका गुरुवार रात 10 बजे से पहले अब्दुल हक चौक इलाके में हुआ, जो कई मंत्रियों और राष्ट्रीय खुफिया एजेंसी के पास स्थित है.

बरगाम एयरबेस अमेरिका को देने से इनकार

काबुल के निवासियों ने शहर के शहर-ए-नव मोहल्ले में एक और धमाका सुनने की बात कही, लेकिन दूसरे हादसे की पुष्टि नहीं हुई है. इस हमले से दो दिन पहले ही मॉस्को में आमिर खानमुत्तकी  की मौजदूगी में तालिबान, रूस, चीन, पाकिस्तान और भारत ने अफगानिस्तान के बगराम एयरबेस को अमेरिका को देने से साफ मना कर दिया था.

पाकिस्तान को बताया साझा खतरा - जयशंकर

अफगान विदेश मंत्री मुत्तकी का भारत में स्वागत राजनयिक शिष्टाचार के अधीन किया गया और उन्होंने दिल्ली में विदेश मंत्री एस. जयशंकर से मुलाकात की. इस दौरे को हिन्दुस्तान–तालिबान संबंधों को नई दिशा देने वाला माना जा रहा है. मुत्तकी से मुलाकात के बाद जयशंकर ने कहा कि भारत और अफगानिस्तान दोनों के लिए पाकिस्तान पड़ोसी और साझा खतरा है. आतंकवाद को हम बर्दाश्त नहीं कर सकते. क्षेत्रीय सुरक्षा के लिए सहयोग अनिवार्य है.

भारत ने फिर से दूतावास खोलने का किया ऐलान

इसके अलावा, जयशंकर ने काबुल में भारत का तकनीकी मिशन दूतावास के दर्जे पर लाने की घोषणा की. उन्होंने यह भी संकेत दिया कि भारत अफगानिस्तान की संप्रभुता, क्षेत्रीय अखंडता और स्वतंत्रता के प्रति प्रतिबद्ध रहेगा. उन्होंने तंजिया लहजे में कहा कि हम पाकिस्तान के लिए हम पड़ोसी हैं. पीओके पर भारत ने कश्मीर पर उसके अवैध कब्जे को लेकर पाकिस्तान को बार-बार चेतावनी दी है और आतंकवाद को उनके निरंतर समर्थन और भारत व भारतीयों पर हमला करने के लिए सीमा पार करने वाले आतंकवादियों पर निशाना साधा है.

अफगान भारत का निकटतम प्रतिद्वंद्वी

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अफगानिस्तान के विदेश मंत्री आमिर खान मुत्तकी  के साथ एक संयुक्त बयान में अफगानिस्तान को 'निकटतम पड़ोसी' बताया. 'निकटतम पड़ोसी' का जिक्र पाकिस्तान के लिए चेतावनी जैसा है.

अपनी जमीन का नहीं होने देंगे भारत के खिलाफ इस्तेमाल - मुत्तकी

मुत्तकी ने अपनी सरकार की इस मंशा पर जोर देते हुए कहा, 'वह अफगानिस्तान की जमीन का इस्तेमाल भारत पर आतंकवादी हमलों या भारत विरोधी गतिविधियों के लिए कभी नहीं होने देगी. उन्होंने महत्वपूर्ण समय पर भारत के सहयोग की भी सराहना की, जिसमें अगस्त में आया भूकंप जिसमें 2,000 से ज्यादा लोग मारे गए थे और महामारी, जिसके दौरान भारत ने कोविड के टीके भेजे थे, भी शामिल है.'

उन्होंने कहा, "मुझे दिल्ली आकर खुशी हो रही है और इस यात्रा से दोनों देशों के बीच समझ बढ़ेगी. भारत और अफगानिस्तान को अपने संपर्क और आदान-प्रदान बढ़ाने चाहिए. हम किसी भी समूह को अपनी जमीन का इस्तेमाल दूसरों के खिलाफ नहीं करने देंगे.

बता दें कि भारत और अफगानिस्तान के बीच 106 किलोमीटर लंबी एक संकरी भूमि सीमा है.बखान कॉरिडोर, जो रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण क्षेत्र है और चीन की नजर में है. जयशंकर के बयान के संदर्भ में यह कॉरिडोर अफगानिस्तान को कश्मीर के उस हिस्से से जोड़ता है, जिस पर पाकिस्तान का अवैध नियंत्रण है. अफगान लोगों के शुभचिंतक होने के नाते, भारत आपके विकास और प्रगति में गहरी रुचि रखता है.

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