Aaj ki Taaza Khabar: 'वक्फ गरीब मुसलमानों के लिए है, चोरी के लिए नहीं'; बोले अमित शाह- पढ़ें 2 अप्रैल की दिनभर की बड़ी खबरें
Aaj ki Taaza Khabar Live News: स्टेट मिरर हिंदी के लाइव ब्लॉग में आपका स्वागत है. यहां आपको दिनभर की ब्रेकिंग, बड़ी खबरें और हेडलाइन देखने को मिलेगी. बुधवार 2 अप्रैल 2025 को देश, दुनिया, खेल और मनोरंजन जगत में क्या-क्या खास रहा, जानने के लिए यहां पढ़ें LIVE UPDATE.
कांग्रेस ने कभी लालू की इच्छा पूरी नहीं की... वक्फ बहस के दौरान अमित शाह
अमित शाह ने कहा, '2013 में लालू यादव ने कहा था कि मैडम, वक्फ संशोधन विधेयक का स्वागत है. शाहनवाज हुसैन और अन्य लोगों ने अपने तर्क प्रस्तुत किए और मैं इसका समर्थन करता हूं. सरकारी और गैर-सरकारी भूमि पर अवैध रूप से कब्जा किया गया है लेकिन मैं भविष्य में भूमि हड़पने के खिलाफ एक सख्त कानून चाहता हूं. उन्होंने (विपक्ष ने) लालू की इच्छा पूरी नहीं की, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यह कर रहे हैं.'
उन्होंने आगे कहा, '2013 में कांग्रेस ने भूमि-हड़पने की शिकायतों को अदालत में ले जाने के प्रावधान को खत्म कर दिया. उन्होंने पाप किया. नया विधेयक पूर्वव्यापी प्रभाव से लागू नहीं होगा, लेकिन वे लोगों को डराने की कोशिश कर रहे हैं. आप केवल अपनी जमीन दान कर सकते हैं, लेकिन किसी की जमीन नहीं. कोई व्यक्ति अध्ययन करने के लिए अमेरिका जाता है और वापस आकर पाता है कि उसकी जमीन वक्फ की संपत्ति है. क्या आप सरकारी जमीन पर चर्च, गुरुद्वारा बना सकते हैं? नहीं.'
सभी संपत्तियों की जांच होनी चाहिए... लोकसभा में वक्फ बिल पर अमित शाह
लोकसभा में वक्फ बिल पर अमित शाह ने कहा कि सभी संपत्तियों की, चाहे वे सरकारी हों या गैर-सरकारी, जांच होनी चाहिए. अमित शाह ने बताया, 'वक्फ एक अरबी शब्द है. वक्फ का मतलब है अल्लाह के नाम पर संपत्ति का दान. वक्फ एक धर्मार्थ बंदोबस्ती है. मैं किसी और की संपत्ति दान नहीं कर सकता. आप कुछ ऐसा दान करते हैं जो आपका है. वक्फ में किसी गैर-मुस्लिम को प्रवेश की अनुमति नहीं है. संशोधनों से धर्मों के बीच तनाव पैदा नहीं होगा.'
अमित शाह ने कहा, 'वक्फ बिल असंवैधानिक नहीं है. कुछ लोग अल्पसंख्यकों को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं. जो लोग धार्मिक संपत्ति की देखभाल करते हैं, उस बोर्ड में गैर-मुस्लिम नहीं होंगे. हम वहां हस्तक्षेप भी नहीं करना चाहते हैं. विपक्ष अल्पसंख्यकों को डराने और अपना वोट बैंक बनाने की कोशिश कर रहा है. वक्फ बोर्ड और वक्फ परिषद में गैर-मुस्लिम होंगे.'
आप तो वक्फ में भी नॉन-इस्लामिक चाहते हो... वक्फ विधेयक पर अमित शाह का विपक्ष पर हमला
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह लोकसभा में वक्फ विधेयक पर बहस के दौरान बोलते हुए कहा कि अगर कोई व्यक्ति किसी संपत्ति का मालिक है, तभी वह उसे दान कर सकता है. उन्होंने कहा कि वक्फ अधिनियम 1995 के तहत कोई भी व्यक्ति सरकारी या किसी और की संपत्ति दान नहीं कर सकता.
गृह मंत्री अमित शाह ने स्पष्ट किया कि नए कानून के तहत वक्फ बोर्ड में किसी गैर-मुस्लिम की नियुक्ति नहीं की जाएगी. अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस ने 2014 के चुनावों से ठीक पहले नई दिल्ली में 123 VIP संपत्तियां वक्फ बोर्ड को दान कर दी थीं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने 2013 में वक्फ अधिनियम में संशोधन करके रेलवे की जमीन भी वक्फ को दान कर दी थी.
अमित शाह ने कहा, 'वक्फ अधिनियम और बोर्ड 1995 में लागू हुआ. गैर-मुस्लिमों को शामिल करने के बारे में सभी तर्क वक्फ में हस्तक्षेप के बारे में हैं। सबसे पहले, कोई भी गैर-मुस्लिम वक्फ में नहीं आएगा. इसे स्पष्ट रूप से समझें... धार्मिक संस्थानों का प्रबंधन करने वालों में किसी भी गैर-मुस्लिम को शामिल करने का कोई प्रावधान नहीं है. हम ऐसा नहीं करना चाहते हैं... यह एक बहुत बड़ी गलत धारणा है कि यह अधिनियम मुसलमानों के धार्मिक आचरण में हस्तक्षेप करेगा और उनके द्वारा दान की गई संपत्ति में हस्तक्षेप करेगा. यह गलत धारणा अल्पसंख्यकों में अपने वोट बैंक के लिए डर पैदा करने के लिए फैलाई जा रही है.'
लालू कलेजा वाले आदमी, जल्द होंगे ठीक... बेटे तेजस्वी यादव ने दिया हेल्थ UPDATE
आरजेडी सुप्रीमो और पूर्व सीएम लालू प्रसाद यादव पारस अस्पताल से घर आ गए. तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें आज सुबह यहां लाया गया था. बेहतर इलाज के लिए उन्हें दिल्ली ले जाया जा रहा है, जहां उनका AIIMS में इलाज कराया जाएगा.
आरजेडी सुप्रीमो और पूर्व सीएम लालू प्रसाद यादव पारस अस्पताल में भर्ती; पार्टी नेता और उनके बेटे तेजस्वी यादव ने कहा, 'वह फिलहाल सामान्य हैं, उन्हें आगे के इलाज के लिए जल्द ही दिल्ली एम्स ले जाया जाएगा. 'लालू यादव कलेजा वाले आदमी हैं. जल्द ही वह ठीक हो जाएंगे.'
दिल्ली में 'खराब' श्रेणी में पहुंचा AQI, GRAP - I किया गया लागू
दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 'खराब' श्रेणी में पहुंचने के बाद, वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने तत्काल प्रभाव से दिल्ली-एनसीआर में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) के चरण-I के तहत सभी कार्रवाई लागू कर दी है.
धर्म के आधार पर भारत विभाजन चाहती BJP... वक्फ (संशोधन) विधेयक पर केसी वेणुगोपाल
वक्फ (संशोधन) विधेयक का विरोध करते हुए कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि पार्टी देश को धार्मिक आधार पर बांटना चाहती है.
RJD सुप्रीमों लालू यादव की बिगड़ी तबीयत, दिल्ली AIIMS के लिए हो सकते हैं रवाना
आरजेडी सुप्रीमो और पूर्व सीएम लालू प्रसाद यादव पारस अस्पताल से बाहर निकले. तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें आज सुबह यहां लाया गया था. इसके बाद उन्हें दिल्ली लाने की तैयारी की जा रही है.
पल्मोनरी मेडिसिन के एचओडी डॉ. प्रकाश सिन्हा ने कहा, 'उन्हें बुखार भी था और उन्हें इसके लिए दवा दी गई है. जब वे आए थे तो उनका स्वास्थ्य थोड़ा कम था लेकिन जल्द ही उन पर उपचार का असर होने लगा और वे सतर्क हो गए. उन्होंने सभी से बात की. उन्हें आज दिल्ली जाना है. उनका रक्तचाप ठीक हो गया है.'
खाता न बही जो वक्फ कहे वही सही... वक्फ संशोधन बिल पर अनुराग ठाकुर- वक्फ के खौफ से देश चाहता आजादी
बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर ने लोकसभा में वक्फ (संशोधन) विधेयक पर बोलते हुए इस विधेयक का विरोध करने के लिए विपक्षी दलों की आलोचना की. उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि वक्फ के खौफ से देश को आजादी चाहिए.
सरकार कानून बनाकर वक्फ की जमीन हड़पना चाहती है... लोकसभा में वक्फ बिल कांग्रेस सांसद इमरान मसूद
कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने कहा कि नए वक्फ विधेयक के तहत किसी निर्धारित समय सीमा के बिना किसी 'नामित अधिकारी' को विवादित संपत्तियों पर निर्णय लेने की अनुमति देकर सरकार जमीन हड़पना चाहती है.
वक्फ संशोधन बिल पर NDA को मिला शिंदे सेना का साथ
श्रीकांत शिंदे ने कहा, 'शिवसेना और मेरे नेता एकनाथ शिंदे की ओर से, मैं इस विधेयक का पूर्ण समर्थन करता हूं. यह एक ऐतिहासिक और महत्वपूर्ण दिन है...पहले अनुच्छेद 370, फिर ट्रिपल तलाक और CAA, और अब यह विधेयक गरीबों के कल्याण के लिए इस सदन में लाया गया है...उनका (UBT के अरविंद सावंत) भाषण सुनकर मुझे बहुत दुख हुआ.'
उन्होंने आगे कहा, 'यह बहुत चौंकाने वाला था. मैं UBT से एक सवाल पूछना चाहता हूं. उन्हें अपनी अंतरात्मा से पूछना चाहिए कि क्या वे आज बालासाहेब (ठाकरे) जीवित होते तो भी यही बोलते? आज यह स्पष्ट है कि UBT आज किसकी विचारधारा को अपनाकर इस विधेयक का विरोध कर रही है. उनके पास अपनी गलतियों को सुधारने, अपने इतिहास को फिर से लिखने और अपनी विचारधारा को जीवित रखने का सुनहरा अवसर था...लेकिन UBT ने पहले ही उनकी विचारधारा को कुचल दिया...अगर बालासाहेब आज यहां होते और UBT का असहमति नोट पढ़ते, तो उन्हें बहुत दुख होता.'