लॉरेंस गैंग को झटका! गैंगस्टर लखविंदर कुमार को अमेरिका से किया गया डिपोर्ट, सिद्धू मूसेवाला की हत्या में भी था हाथ

लखविंदर कुमार को दिल्ली पहुंचते ही हरियाणा पुलिस की टीम ने अपनी हिरासत में ले लिया. अधिकारियों का कहना है कि उससे अब कई अहम अपराधों के बारे में पूछताछ की जाएगी.;

( Image Source:  ANI )
Edited By :  रूपाली राय
Updated On : 26 Oct 2025 8:39 AM IST

भारतीय सुरक्षा एजेंसियों को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है. लंबे समय से फरार चल रहे लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़े कुख्यात अपराधी लखविंदर कुमार को आखिरकार अमेरिका से भारत प्रत्यर्पित (Extradite) कर लिया गया है. यह पूरी कार्रवाई केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) के समन्वय में की गई, जिसमें भारतीय और अमेरिकी एजेंसियों ने मिलकर अहम भूमिका निभाई. सूत्रों के मुताबिक, लखविंदर कुमार के खिलाफ इंटरपोल रेड कॉर्नर नोटिस पहले ही जारी किया गया था. वह उन लगभग 40 गैंगस्टरों में से एक है जिन्हें इस साल भारत वापस लाया गया है. माना जा रहा है कि लखविंदर बिश्नोई गैंग के लिए विदेश में रहते हुए जबरन वसूली, हथियारों की तस्करी और गिरोह के नेटवर्क को संभालने का काम करता था. 

सीबीआई ने बताया कि हरियाणा पुलिस के अनुरोध पर 26 अक्टूबर 2024 को इंटरपोल के ज़रिए लखविंदर कुमार के खिलाफ रेड नोटिस जारी किया गया था. इसके बाद, अमेरिका में मौजूद सुरक्षा एजेंसियों के सहयोग से उसकी लोकेशन ट्रेस की गई. कई महीनों की निगरानी और कानूनी प्रक्रिया के बाद, अमेरिकी प्रशासन ने उसे हिरासत में लिया और भारत को सौंपने का फैसला किया. आखिरकार, 25 अक्टूबर 2025 को लखविंदर कुमार को अमेरिका से भारत लाया गया और दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतारने के तुरंत बाद हरियाणा पुलिस की विशेष टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया. अधिकारियों ने बताया कि यह एक सटीक और योजनाबद्ध अंतरराष्ट्रीय ऑपरेशन था, जिसमें भारतीय एजेंसियों और अमेरिकी जांच संस्थाओं ने मिलकर कार्रवाई की. 

अब हरियाणा पुलिस के कब्जे में

लखविंदर कुमार को दिल्ली पहुंचते ही हरियाणा पुलिस की टीम ने अपनी हिरासत में ले लिया. अधिकारियों का कहना है कि उससे अब कई अहम अपराधों के बारे में पूछताछ की जाएगी. जिनमें हथियार तस्करी, अंतरराष्ट्रीय गिरोह के फंडिंग नेटवर्क, और लॉरेंस बिश्नोई के सहयोगियों से संपर्क से जुड़े मामले शामिल हैं. सूत्रों के अनुसार, लखविंदर का नाम कई जबरन वसूली और हिंसा की वारदातों में सामने आया है. 

बिश्नोई गिरोह से जुड़ा दूसरा नाम भी गिरफ्तार होने वाला

लखविंदर के प्रत्यर्पण के बाद, सुरक्षा एजेंसियों की नजर गैंगस्टर सुनील सरदाना पर है. गुरुग्राम पुलिस ने बताया कि वह रविवार को इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से सरदाना को हिरासत में लेगी. सरदाना पर इस साल की शुरुआत में बॉलीवुड गायक फाजिलपुरिया पर गोलीबारी की साजिश रचने का आरोप है। माना जा रहा है कि यह पूरी साजिश बिश्नोई गिरोह के इशारे पर रची गई थी. 

विदेशों में छिपे गैंगस्टरों पर शिकंजा 

भारतीय जांच एजेंसियां लगातार उन गैंगस्टरों और अपराधियों पर शिकंजा कस रही हैं जो अपराध करने के बाद विदेश भाग गए थे. हाल ही के सालों में ही 36 से अधिक कुख्यात अपराधियों को भारत वापस लाया जा चुका है. इनमें से अधिकांश के खिलाफ इंटरपोल के नोटिस जारी किए गए थे. कनाडा, संयुक्त अरब अमीरात, यूरोप और अमेरिका जैसे देशों में कई बिश्नोई गिरोह से जुड़े लोगों पर निगरानी रखी जा रही है. सरकार अब द्विपक्षीय प्रत्यर्पण संधियों और इंटरपोल सहयोग के ज़रिए इन अपराधियों को वापस लाने की दिशा में तेज़ी से काम कर रही है. 

कौन है लखविंदर कुमार?

लखविंदर कुमार का नाम पहली बार तब सामने आया जब उसने बिश्नोई सिंडिकेट के लिए सीमा पार समन्वय का काम शुरू किया. वह हथियारों की तस्करी, अवैध पैसों के लेन-देन और विदेशों से वसूली नेटवर्क चलाने जैसे मामलों में सक्रिय था. भारतीय खुफिया एजेंसियों को लंबे समय से उसकी तलाश थी। उसकी गतिविधियां भारत, कनाडा और अमेरिका में फैली हुई थीं. अब भारत लाए जाने के बाद, उससे पूछताछ में गिरोह के कई इंटरनेशनल लिंक सामने आने की उम्मीद है. सीबीआई की ओर से जारी बयान में कहा गया, लखविंदर कुमार के प्रत्यर्पण से भारत की सुरक्षा एजेंसियों को एक बड़ी सफलता मिली है। यह एक उदाहरण है कि चाहे कोई अपराधी कितना भी बड़ा क्यों न हो, उसे कानून के दायरे में लाया जाएगा.'

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