तमिलनाडु में 5 साल के बच्चे के गले में फंसा केला, दम घुटने से हुई मौत
तमिलनाडु के इरोड जिले के अन्नाई सत्य नगर में मंगलवार रात एक दिल दहला देने वाला हादसा हुआ. मजदूरी करने वाले मणिक्कम और महालक्ष्मी का पांच साल का बेटा साईशरण दादी के साथ घर पर था. दादी ने प्यार से उसे केला दिया अचानक केले का बड़ा टुकड़ा बच्चे की सांस की नली में फंस गया और उसका दम घुटने लगा जिससे मासूम की मौत हो गई.;
तमिलनाडु के इरोड जिले से एक बहुत ही दुखद और दिल दहला देने वाली खबर आई है. यहां एक पांच साल के नन्हे बच्चे की केला खाते-खाते गले में फंस जाने की वजह से दम घुटने से मौत हो गई. बच्चे का नाम साईशरण था। यह हादसा मंगलवार की रात को हुआ और इसके बाद से बच्चे के माता-पिता पूरी तरह टूट चुके हैं. दोनों रो-रोकर बेहाल हैं, कोई भी उन्हें समझ नहीं पा रहा है.
बच्चा अपने घर में दादी के साथ था. उसके मम्मी-पापा मजदूरी का काम करते हैं, इसलिए दिन भर में दोनों बच्चे दादी के पास ही रहते थे. उस रात दादी ने प्यार से साईशरण को एक केला दिया. बच्चे ने केला खाना शुरू किया, लेकिन अचानक एक बड़ा टुकड़ा उसके गले में फंस गया। वह सांस नहीं ले पाया और तड़पने लगा. घर वाले घबरा गए. पड़ोसियों की मदद से जल्दी-जल्दी उसे पहले एक निजी अस्पताल ले गए. वहां डॉक्टरों ने बच्चे की गंभीर हालत देखते ही उसे इरोड के सरकारी जिला अस्पताल रेफर कर दिया. रास्ते में ही एम्बुलेंस के अंदर साईशरण ने दम तोड़ दिया.
घर में छाया मातम
अस्पताल पहुंचते-पहुंचते वह इस दुनिया में नहीं रहा. डॉक्टरों ने बताया कि अगर कुछ मिनट पहले ही सही तरीके से मदद मिल जाती, तो शायद बच्चे की जान बचाई जा सकती थी. बच्चे के पापा का नाम मणिक्कम और मम्मी का नाम महालक्ष्मी है. दोनों रोज़ मजदूरी करके परिवार चलाते हैं. घर में साईशरण के अलावा एक और बच्चा भी है अब पूरा घर सूना हो गया है. पड़ोसियों और रिश्तेदारों का भी बुरा हाल है, हर कोई रो रहा है. पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है, लेकिन यह एक दुर्घटना ही मानी जा रही है.
डॉक्टरों की सलाह
छोटे बच्चों को कभी भी पूरा फल एक साथ न देंडॉक्टर बार-बार समझाते हैं कि 5-6 साल से छोटे बच्चों को कोई भी फल या खाने की चीज हमेशा बहुत छोटे-छोटे टुकड़ों में काटकर ही दें. केला, अंगूर, सेब, गाजर जैसी चीजें खास तौर पर खतरनाक हो सकती हैं अगर पूरा या बड़ा टुकड़ा मुंह में डाल दिया जाए. अगर कभी गलती से कुछ गले में फंस जाए तो तुरंत करें ये काम करें- बच्चे को सीधा खड़ा करें या गोद में लिटाएं. उसकी पीठ पर बीच में 5-6 बार तेज़ थप्पड़ मारें (बहुत ज़ोर से नहीं, लेकिन तेज़ी से). इससे फंसी हुई चीज बाहर निकल आती है और सांस की नली खुल जाती है. तुरंत नज़दीकी अस्पताल ले जाएं.