अटल टनल कितनी है सुरक्षित? भारी बर्फबारी के कारण घंटों फंसी रहीं 1000 गाड़ियां

मनाली में सोलांग नाला से अटल टनल तक सैंकड़ों गाडियां फंस गई हैं. बर्फबारी की वजह से अटल टनल पर घंटों जाम लगा रहा. मनाली का पुलिस प्रशासन जाम में फंसे लोगों को बाहर निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया. अब यह टनल कितना सुरक्षित है इस पर चर्चा की जा रही है.;

( Image Source:  ANI )
Edited By :  निशा श्रीवास्तव
Updated On : 24 Dec 2024 9:48 AM IST

Himachal Snowfall: पहाड़ों में मौसम ने करवट ले ली है. बर्फबारी के साथ हल्की-हल्की बारिश भी शुरू हो गई है. हर देश भर से न्यू ईयर सेलिब्रेशन के लिए लोग हिमाचल प्रदेश पहुंचते हैं. इस बार भी मनाली जाने वाले हजारों पर्यटक अटल टनल पर फंसे रहे. सोमवार को रात भर 1000 गाड़ियों में फंसी रही और 700 के करीब वाहनों का रेस्क्यू किया गया.

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, मनाली में सोलांग नाला से अटल टनल तक सैंकड़ों गाडियां फंस गई हैं. बर्फबारी की वजह से अटल टनल पर घंटों जाम लगा रहा. मनाली का पुलिस प्रशासन जाम में फंसे लोगों को बाहर निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया. अब यह टनल कितना सुरक्षित है इस पर चर्चा की जा रही है.

अटल टनल में फंसे पर्यटकों का रेस्क्यू ऑपरेशन

क्रिसमस और नए साल की पार्टी के लिए भारी संख्या में लोग मनाली पहुंच रहे हैं. रास्ते में बर्फबारी की वजह से हालत खराब हो गए और सड़कें जाम हो गईं. जिसकी वजह से अटन टनल में हजारों गाड़ियां और पर्यटक फंसे रहे. इस बार भी बर्फबारी की वजह से टनल के दोनों ओर जाम लग गया जिसमें सैंकडों गाड़ियां फंस गई. रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर बर्फ को हटाया गया और गाड़ियों में फंसे सैलानियों को सुरक्षित बाहर निकाला गया.

अभी भी बचाव अभियान जारी है और बाकी फंसी हुई गाड़ियों को बाहर निकालने की कोशिश की जा रही है. रिपोर्ट के मुताबिक, साउथ पोर्टल से धुंधी तक के क्षेत्र में अभी भी बड़ी संख्या में वाहन फंसे हुए हैं. डीएसपी मनाली केडी शर्मा ने बताया कि बर्फबारी की वजह से जाम की समस्या देखने को मिल रही है. सेना के जवान पर्यटकों को बाहर निकालने के प्रयास में लगे हुए हैं.

अटल टनल और सैलानियों की सुरक्षा

अटल टनल में आसपास का तापमान माइनस में है और जहां कुछ सड़कों पर धूप तक नहीं आती है. धूप न निकलने के कारण बर्फ शीशे की तरह जम जाती है और गाड़ियां स्लिप करने लगती हैं. अगर प्रदेश में बर्फबारी का सिलसिला जारी रहा तो स्थिति और बिगड़ सकती है. वहीं गाड़ी स्लिप होने के हादसे होने का खतरा भी बढ़ जाता है. बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साल 2020 में अटल टनल का उद्घाटन किया था. ये पुल पूर्वोत्तर और अरुणाचल प्रदेश से कनेक्टिविटी का बहुत बड़ा माध्यम है. इस टनल की वजह से मनाली और केलॉन्ग के बीच 3-4 घंटे की दूरी कम हो जाती है. इस टनल पर रोजाना 3 हजार कार और डेढ़ हजार ट्रक गुजर सकते हैं. इसमें ट्रांसवर्स वेंटिलेशन सिस्टम होगा और आपात स्थिति से निपटने के लिए भी व्यवस्था की गई है.

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