कौन थे बॉलीवुड के कई बच्चों को दुनिया में लाने वाले Dr. Rustam Soonawala?
डॉ. सूनावाला सर्जरी से बहुत पहले रिटायर हो गए थे, लेकिन कुछ साल पहले तक वे काउन्सलिंग देते हुए इस प्रोफेशन में एक्टिव रहे.;
फेमस गयनेकोलॉजिस्ट डॉ. रुस्तम सूनावाला का 95 साल की उम्र में निधन हो गया. सूनावाला उम्र संबंधी लंबी बीमारी से जूझ रहे थे. उन्हें महिलाओं के स्वास्थ्य में अग्रणी काम और परिवार नियोजन में योगदान के कारण उन्हें 1991 में पद्मश्री से सम्मानित किया गया था. हालांकि के दुनिया के लिए डॉक्टर लेकिन बॉलीवुड के हाई प्रोफाइल सेलेब्रिटीज से लेकर आम महिला तक - उनका सबसे बड़ा योगदान 1960 के दशक में पॉलीथीन आईयूडी का आविष्कार था, जो पिछले डिवाइसेस की तुलना में अधिक सुरक्षित साबित हुआ. उन्होंने 1948 में इंट्रा यूटेराइन कॉन्ट्रासेप्टिव डिवाइस बनाया और इसके लिए उन्हें 1991 में पद्मश्री से सम्मानित किया गया.
फेडरेशन ऑफ ऑब्स्टेट्रिक एंड गायनेकोलॉजिकल सोसाइटीज ऑफ इंडिया के फॉर्मर चेयरमैन डॉ. हृषिकेश पई ने कहा, 'देश में बांझपन ट्रीटमेंट की प्रोग्रेस में उनका महत्वपूर्ण योगदान था. हालांकि डॉ. सूनावाला सर्जरी से बहुत पहले रिटायर हो गए थे, लेकिन कुछ साल पहले तक वे काउन्सलिंग देते हुए इस प्रोफेशन में एक्टिव रहे. बता दें कि रुस्तम सूनावाला के हाथों कई दिग्गज एक्ट्रेस की डिलीवरी हुई है. जिसमें बबिता, नीतू कपूर, करीना कपूर, अनुष्का शर्मा और अन्य एक्ट्रेस शामिल हैं.
इन दिग्गज एक्ट्रेस की करवाई डिलीवरी
आपको जानकर हैरानी होगी कि करीना के जन्म के समय उनकी मां बबीता की डिलीवरी भी डॉ. सूनावाला ने ही की थी. करीना कपूर का जन्म 21 सितंबर 1980 को हुआ था. जिस डॉक्टर के हाथों करीना का जन्म हुआ था, अब उसी डॉक्टर ने उनके बेटे की डिलीवरी कराई. डॉ. सूनावाला ने शाहरुख खान की पत्नी गौरी और रणबीर कपूर की पत्नी नीतू सिंह का भी जन्म कराया है. सूनावाला ने अनुष्का शर्मा की भी डिलीवरी कराई है. वहीं इस लिस्ट में जया बच्चन, शाहरुख खान की पत्नी गौरी खान और विजय माल्या की पत्नी भी शामिल है.
डॉ. की पेशेंट ने लिखी बायोग्राफी
डॉ सूनावाला की बायोग्राफी ऑथर रश्मी उदय सिंह ने अपनी 2015 की बुक 'लाइफगिवर' में उनके करियर का डिटेल दिया है. उन्होंने 1956 में वाडिया अस्पताल में एमडी की डिग्री हासिल की और प्रोफेसर बन गए. डॉ. सूनावाला की एक घटना को याद करते हुए सिंह ने कहा, 'मुझे उनकी बायोग्राफी लिखने में पांच साल लग गए, लेकिन मैं 40 साल तक उनका पेसेंट रही. उन्होंने मेरे बेटे को जन्म दिया, मेरी हिस्टेरेक्टॉमी की और वह सबसे काइंड और सबसे ज्यादा केयरिंग करने वाले डॉक्टर थे. अपने सबसे अच्छे दोस्त के अंतिम संस्कार में शामिल होने के बावजूद, वह डिलीवरी में हेल्प करने के लिए दौड़े और उनसे कहा, 'यह सब जीवन और मृत्यु का मामला है.' बाद में, उन्होंने ब्रीच कैंडी अस्पताल में प्रैक्टिस किया, जहां उनके बेटे डॉ. फिरोज सूनावाला आज उसी डिपार्टमेंट में काम करते हैं.
पीछे छोड़ गए विरासत
टाइम्स ऑफ़ इंडिया के मुताबिक, उनके कलीग डॉ. नोज़र शेरियार ने कहा, 'वह हमेशा अपने मरीज़ों के लिए मौजूद थे जब उन्हें उनकी ज़रूरत थी.' विले पार्ले के गयनेकोलॉजिस्ट डॉ. निर्मल गुजराती ने कहा, 'वह... बिरादरी के लिए एक प्रेरणा थे. उन्होंने 15 साल पहले वाडिया अस्पताल में डॉ. सूनावाला के लेक्चर में भाग लेने को याद किया. अस्पताल के सीईओ डॉ. मिन्नी बोधनवाला ने कहा, 'उनके साथ जुड़ना हमारे लिए सौभाग्य की बात है. ब्रीच कैंडी अस्पताल के सीईओ डॉ अनिरुद्ध कोहली ने कहा, 'हम उन्हें याद करेंगे... दो दशकों तक, वह अस्पताल के ट्रस्टियों के मेडिकल कंसलटेंट थे, दिशा, विचारों और ज्ञान से भरी मंथली मीटिंग्स में भाग लेते थे. उनका अमूल्य योगदान रहेगा. इसे कभी नहीं भुलाया जा सकता, और हम अपने पीछे जो विरासत छोड़ गए हैं, उसे आगे बढ़ाने का प्रयास करेंगे.